Chhattisgarh Mahtari Dulara Yojana Benefits: छत्तीसगढ़ सरकार ने कोरोनावायरस महामारी में अपने माता-पिता को खाने वाले बच्चों के लिए 'छत्तीसगढ़ महतारी दुलारा योजना' शुरू की है। इस योजना के तहत जिन छात्रों ने अपने अभिभावकों को खोया है, उनकी पूरी शिक्षा का खर्ज राज्य सरकार उठाएगी। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार 500 से 1 हजार तक का वजीफा भी देगी। यह योजना छत्तीसगढ़ के सरकारी और प्राइवेट स्कूल दोनों में लागू होगी।
छत्तीसगढ़ सरकार ने उन छात्रों को शिक्षा सहायता देने का फैसला किया है जिन्होंने अपने माता-पिता को कोविड -19 के कारण खो दिया है। राज्य में छात्रों की शिक्षा का खर्च वहन करने का निर्णय गुरुवार, 13 मई को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लिया गया। छत्तीसगढ़ सरकार ने छत्तीसगढ़ महतारी दुलारा योजना के नाम से शिक्षा छात्रवृत्ति शुरू करने का निर्णय लिया है।
योजना के तहत छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों को 500 रुपये प्रति माह और कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्रों को 1000 रुपये प्रति माह का वजीफा दिया जाएगा। साथ ही, यह योजना छत्तीसगढ़ राज्य के सरकारी और निजी दोनों स्कूलों के लिए हकदार है।
छत्तीसगढ़ सरकार के आधिकारिक बयान के मुताबिक, ''राज्य सरकार ने कोविड-19 के कारण अनाथ बच्चों के लिए छत्तीसगढ़ महतारी दुलारा योजना शुरू करने का फैसला किया है। सरकारी और निजी दोनों स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे इस प्रकार के हकदार होंगे और सरकार उन बच्चों की शिक्षा के लिए भी धन देगी, जिन्होंने कोविड -19 के कारण परिवार के कमाने वाले को खो दिया है। ऐसे छात्रों को राज्य द्वारा संचालित स्कूल में प्रवेश में प्राथमिकता मिलेगी।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा गुरुवार को घोषित योजना के तहत मध्यम विद्यालयों में प्रवेश को प्राथमिकता देना और कोविड के कारण परिवार की रोटी कमाने वाले छात्रों को शिक्षा के लिए धन देना भी शामिल है। इस सप्ताह की शुरुआत में जम्मू कश्मीर सरकार और मध्य प्रदेश सरकार ने भी उन छात्रों को शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति प्रदान करके मदद करने का फैसला किया, जिन्होंने अपने राज्य में कोविड के कारण अपने माता-पिता को खो दिया।