Education Scenario 2021: कोरोनावायरस की वजह से साल 2020 में छात्रों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा है। जहां एक और स्कूलों को बंद कर दिया गया तो वहीं दूसरी बच्चों को ऑनलाइन क्लासिज दी गईं।वहीं यदि प्रतियोगी परीक्षाओं की बात करें तो इस साल जेईई और नीट ने भी काफी सुर्खियां बटोरी थी। लेकिन साल 2021 में क्या - क्या बदलाव होने वाली है शिक्षा में आइए जानते हैं...
एनसीआरटी का बदलेगा सिलेब्स
साल 2020 में कोरोनावायरस और लॉकडाउन के बाद नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) ने भी साल 2021 के सिलेब्स पर काम करना शुरू कर दिया है। इसके लिए एनसीआरटी ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय को पहले ही एक प्रस्ताव भेज दिया था। एनसीआरटी का यह नया सिलेब्स नई शिक्षा नीति के सुधार पर आधारित होगा। जो 2021 से लागू किया जाएगा।
एनसीआरटी ने शनल करिकुलम फ्रेमवर्क (NCF) की समीक्षा करने के बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय को इस संबंध में प्रस्ताव भेजा है।माना जा रहा है एनसीआरटी की नई किताबें अप्रैल 2021 तक आ जाएंगी। जिसमें सिलेब्स में कटौती में की जाएगी। जिससे छात्रों को सिलेब्स को कवर करने में काफी आसानी होगी और छात्रों पर सिलेब्स का अतिरिक्त बोझ भी नहीं पड़ेगा।
दसवीं और बारहवीं की परीक्षा
सीबीएसई बोर्ड ने भी साल 2021 में होने वाली 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए अपनी मंशा साफ कर दी है। सीबीएसई अधिकारियों ने बताया कि अगल साल दसवीं और बारहवीं की परीक्षा ऑनलाइन न होकर लिखित में होंगी। इसके लिए परीक्षा की तारीखों पर विचार विर्मश किया जा रहा है।बोर्ड के अधिकारियों ने यह भी कहा कि अगर परीक्षा से पहले कक्षाओं में प्रयोगात्मक कार्यों के लिए छात्र उपस्थित नहीं हो पाए तो विकल्प तलाशे जाएंगे।
इस साल सीबीएसई बोर्ड दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं लिखित रूप में ही लेना चाहता है। जिससे जो छात्र अत्याधिक मेहनत करते हैं। उन्हें सही अंको से पास किया जा सके। इसलिए साल 2021 में ऑनलाइन परीक्षा न कराकर सीबीएसई लिखित में ही छात्रों की परीक्षा लेना चाहती हैं।
एनटीए कर सकता है जेईई और नीट के सिलेब्स में बदलाव
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने हाल ही में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए नया सिलेब्स जारी करने को कहा था। जिसके बाद 2021 में जेईई और नीट की प्रतियोगी परीक्षाओं में भी बदलाव किया जा सकता है। एक उच्चस्तरीय बैठक में केंद्रिय शिक्षा मंत्री ने कई अहम फैसले लिए। जिसमें नेशनल टेस्टिंग एजेंसी देश के स्कूली बोर्ड से जुड़े हालातों को देखकर प्रतियोगी परीक्षाओं का सिलेब्स जारी करे। इसके साथ ही यूजीसी को भी यह निर्देश दिए गए कि छात्रवृत्तियों, फेलोशिप आदि का समय पर दिया जाना सुनिश्चित करें और इसके लिए हेल्पलाइन शुरू करके छात्रों की सभी समस्याओं का निवारण करे।