UP Board Safe City Project: कुछ समय पहले से ही उत्तर प्रदेश सरकार सेफ सिटी प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों और विकलांगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। ये प्रोजेक्ट 12 विभागों के समन्वय से किया जाने वाला है।
इस प्रोजेक्ट के कई चरणों में पूरा किया जाएगा, जिसमें से पहले चरण को पूरा करने की समय सीमा का निर्धारण सरकार द्वारा की जा चुका है। इसी बीच उत्तर प्रदेश बोर्ड ने कक्षा 9वीं और 10वीं के सामाजिक विज्ञान विषय सिलेबस में 30 अंक का प्रोजेक्ट वर्क शामिल किया है। इस प्रोजेक्ट वर्क का काम शैक्षणिक सत्र 2023-24 से शुरू किया जा रहा है। दें कि ये प्रोजेक्ट वर्क सेफ सिटी प्रोजेक्ट पर होगा। इस प्रोजेक्ट को स्कूलों के सिलेबस में शामिल करने से न केवल छात्रों को अपनी सुरक्षा के बारे में जानकारी मिलेगी बल्कि बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों और विकलांग लोगों की सुरक्षा को लेकर भी उनमें जागरूकता बड़ेगी।
किस प्रकार की सुरक्षा के बारे में सीखने को मिलेगा 9वीं, 10वीं के छात्रों को
सेफ सिटी प्रोजेक्ट वर्क में छात्रों को यातायात सुरक्षा, महिला और बच्चों की सुरक्षा, विकलांगों की सुरक्षा से संबंधित कई महत्वपूर्ण घटकों के बारे में सीखने को मिलेगा और इससे संबंधित जानकारी को एकत्रित कर लिखने काम मिलेगा। उन्हें एक प्रोजेक्ट के तौर पर इन सभी जानकारी को तैयार करना है और अपने शिक्षकों के सामने पेश करना होगा।
इस प्रोजेक्ट में लोगों की सुरक्षा के अलावा बच्चों को भूगोल विषय के तहत भी कई चीजें जानने और सीखने को मिलेगी। उन्हें स्थानीय पर्यावरणीय समस्याओं की एक सूची तैयार करनी होगी। इस सूची को तैयार करने के बाद उन्हें प्रत्येक समस्या से निपटने के तरीके के बारे में लिखना होगा।
इस प्रकार प्राप्त जानकारी के आधार पर छात्रों को शहर की इन पर्यावरणीय समस्याओं पर काम करने का अवसर प्राप्त होगा और साथ ही साथ उन उपायों पर चर्चा की जा सकेगी जो उठाए जा सकते हैं। इस संबंध में यूपी बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त स्कूलों के प्रधानाचार्यों के लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
कितने चरणों में आयोजित होगी सेफ सिटी प्रोजेक्ट
जैसा की हमने आपको बताया कि सेफ सिटी प्रोजेक्ट कई चरणों में पूरी की जाएगी और उसका पहले चरण की तैयारी शुरू की जा चुकी है। तो आपको बता दें कि ये प्रोजेक्ट कुल 3 चरणों में आयोजित किया जाएगा। पहला चरण में गौतम बुद्ध नगर और 17 नगर निगम शामिल है और दूसरे चरण में 57 जिला मुख्यालय नगरों को शामिल किया गया है। वहीं तीसरे चरण का आयोजन 143 नगर पालिकाएं में किया जाएगा।