नई दिल्ली: एनटीपीसी ने अमर चित्र कथा के साथ मिलकर हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में कॉमिक बुक 'मीट द बिजलीज' लॉन्च कर दी है। इस कॉमिक बुक को जारी करने का मकसद देश के ऊर्जा सेक्टर में एनटीपीसी के महत्व को रेखांकित करना है। साथ ही, इसके माध्यम से युवा स्कूली बच्चों को शिक्षित करने का प्रयास किया जाएगा, ताकि वे इंजीनियरिंग की कठिन शब्दावली के स्थान पर आसान और सरल भाषा में बिजली के महत्व को समझ सकें।
इस कॉमिक बुक के माध्यम से देश को किफायती, विश्वसनीय, स्वच्छ और हरियाली वाली ऊर्जा प्रदान करने की एनटीपीसी की प्रतिबद्धता के बारे में भी जानकारी दी गई है। देश की सबसे बड़ी एकीकृत ऊर्जा कंपनियों में से एक एनटीपीसी लिमिटेड ने स्कूली छात्रों को संसाधनों का उपयोग करने के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कॉमिक्स का रास्ता अपनाया है।
यह कहानी भाई-बहन तनु और मनु और बिजली उद्योग से जुड़े उनके माता-पिता के बीच बातचीत के साथ आगे बढ़ती है। कॉमिक बुक के पन्नों के जरिये एनटीपीसी ने बिजली संयंत्रों से ग्रिडों और फिर घरों तक बिजली के पहुंचने की यात्रा को प्रस्तुत किया है। कुल मिलाकर यह कॉमिक बुक एक जटिल, लेकिन दिलचस्प विषय के बारे में बच्चों के मन में दिलचस्पी उत्पन्न करती है।
यह किताब उन्हें न केवल बिजली उत्पादन के बारे में व्यापक जानकारी प्रदान करती है, बल्कि बिजली से जुड़े सुरक्षात्मक पहलुओं के बारे में भी उन्हें ऐसी जानकारी देती है, जो हमारे रोजमर्रा के जीवन में व्यावहारिक उपयोग से संबंधित है। इस तरह यह कॉमिक बुक युवा छात्रों के लिए बहुत अधिक प्रासंगिक साबित होती है। 'मीट द बिजलीज' हमें कोयला, तेल और गैस जैसे ऊर्जा के गैर-नवीकरणीय स्रोतों के बारे में भी बताती है जो मात्रा में सीमित हैं और जिनकी आपूर्ति और मांग के अनुपात में बहुत अंतर है।
कॉमिक के आखिरी हिस्से में 2032 तक गैर-जीवाश्म ईंधन की मदद से अपनी ऊर्जा का 30 प्रतिशत हिस्सा उत्पन्न करने की एनटीपीसी की पहल के बारे में जानकारी दी गई है। यह कॉमिक पर्यावरण को लेकर कंपनी की चिंताओं पर भी ध्यान केंद्रित करती है और साथ ही पाठकों को जानकारी देती है कि ऊर्जा क्षेत्र की एक अग्रणी और प्रमुख कंपनी होने के नाते एनटीपीसी का लक्ष्य अपने बिजलीघरों के आस-पास 34 मिलियन पेड़ लगाने का है।
साथ ही, हर साल बिजली बचाने के लिए बड़े पैमाने पर चलाए जाने वाले इसके अभियान के बारे में भी जानकारी देती है। कॉमिक में ओला और जूमकार के साथ एनटीपीसी के सहयोग के बारे में भी जानकारी दी गई है और यह भी बताया गया है कि देश भर में इलेक्ट्रिक चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर में विविधता लाने और भारत में इलेक्ट्रिक वाहन क्रांति लाने के लिए एनटीपीसी किस स्तर पर प्रयास कर रहा है।