हरियाणा सरकार ने शहीद उधम सिंह के शहादत दिवस के अवसर पर 31 जुलाई को राजपत्रित अवकाश घोषित किया है। इस महत्वपूर्ण दिन को सम्मानित करने के लिए राज्य के सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रहेंगे।
हरियाणा सरकार का यह राज्य अवकाश का कदम शहीद उधम सिंह की वीरता और बलिदान को सम्मान देने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। यह दिन राज्य के लोगों के लिए न केवल एक अवकाश का दिन होगा, बल्कि एक अवसर भी होगा कि वे अपने महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करें और उनसे प्रेरणा लें।
कौन थे शहीद उधम सिंह?
शहीद उधम सिंह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रांतिकारी थे। उन्होंने जलियांवाला बाग हत्याकांड के दोषी माइकल ओ'डायर की हत्या कर भारत की स्वतंत्रता के संघर्ष में एक महत्वपूर्ण योगदान दिया। उधम सिंह का बलिदान भारतीय इतिहास में एक प्रेरणास्त्रोत के रूप में हमेशा याद किया जाएगा।
सरकार का निर्णय
हरियाणा सरकार ने उधम सिंह की शहादत को सम्मान देने के लिए यह निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि शहीद उधम सिंह के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता और यह कदम उनकी याद को ताजा करने और युवाओं को प्रेरित करने के लिए उठाया गया है।
समारोह और कार्यक्रम
31 जुलाई को शहीद उधम सिंह के सम्मान में राज्य भर में विभिन्न समारोह और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। राज्य के विभिन्न स्थानों पर शहीद उधम सिंह की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी और उनके जीवन और बलिदान पर चर्चा की जाएगी। स्कूली बच्चों के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिसमें उन्हें उधम सिंह के योगदान और देशभक्ति की भावना से अवगत कराया जाएगा।
शिक्षा विभाग की अधिसूचना
हरियाणा शिक्षा विभाग ने इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की है, जिसमें सभी सरकारी और निजी स्कूलों को 31 जुलाई को बंद रखने का आदेश दिया गया है। इस अधिसूचना में कहा गया है कि शहीद उधम सिंह की शहादत दिवस को राज्य में धूमधाम से मनाया जाएगा और इसके लिए विशेष तैयारियां की गई हैं।
जनता की प्रतिक्रिया
राज्य के लोगों ने सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया है। कई लोगों का मानना है कि ऐसे महान क्रांतिकारियों के बलिदान को याद रखना और उन्हें सम्मानित करना हमारे लिए गर्व की बात है। बच्चों और युवाओं को इनके बारे में जानकारी देना और उनके आदर्शों को अपनाने के लिए प्रेरित करना आवश्यक है।