तमिलनाडु भारत के सबसे बड़े राज्यों की सूची में 6वें स्थान पर है। आबादी की बात करें तो भारत की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्यों में वह 10वें स्थान पर स्थित है। 1969 में मद्रास का नाम बदल के तमिलनाडु कर दिया गया था। भारत के उत्तर की तरह भारत के दक्षिण में भी स्वतंत्रता संग्राम ने जोर पकड़ा हुआ था। 19 सदी के दौरान से ही भारत में स्वतंत्रता संग्राम ने तेजी पकड़नी शुरू कर दी थी। 20वीं सदी में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ आवाज उठाई। इस तरह से भारत के दक्षिण में स्वतंत्रता की चिंगारी सुलगने लगी। पूरे भारत में स्वतंत्रता संग्राम ने तेजी पड़ी और भारत आजाद हुआ। तभी से आज तर भारत हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाता आया है। इस साल भारत अपना 76वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। और इस उरलक्ष में ये जानना अतिआवश्यक है कि सभी इस स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जाने जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता में योगदान दिया है। आइए जानते हैं दक्षिण के राज्य तमिलनाडु के स्वतंत्रता सेनानियों के नाम।
सुब्रमण्यम भारती
सुब्रमण्यम भारती का जन्म 11 दिसंबर 1882 में हुआ था। वह एक लेखक, कवि, पत्रकार और भारतीय स्वतंत्रता कार्यकर्ता थे। वह महाकवि भारती के नाम से जाने जाते हैं। इसी के साथ वह महिलाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचारों के लिए आवाज उठा रहे थे। उन्होंने बाल विवाह, जाति प्रथा आदि के खिलाफ आवाड उठा रहे हैं।
त्रिपुरा कुमारानी
त्रिपुरा कुमारानी का जन्म 4 अक्टूबर 1904 में हुआ था। वह भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारी थे। उनकी मृत्यु पुलिस के अत्याचारों की वजह से हुई थी। एक आंदोलन के दौरान राष्ट्रध्वज को जमीन पर लगने से बचाया। पूरी गरमी के साथ उन्होंने ध्वज को हाथ में पकडं के रखा था। उसको बचाए रखने के लिए उन्होंने अपनी जान तक न्योछावर कर दिया। आंदोलन के बाद उन्हें सड़क पर पाया गया और तब भी उन्होंने राष्ट्रध्वज को गरीमा के साथ पकड़ के रखा था।
वंचिनाथन
वंचिनाथन का जन्म 1886 हुआ था। वंचिनाथन भारतीय स्वतंत्रता में आजादी के लिए योगदान दिया है। 25 वर्ष की उम्र में उन्होंने रॉबर्ट एश की हत्या कर दी थी। मुख्य रूप से उन्हें उसी हत्याकांड के लिए जाना जाता है।
वी.ओ चिदंबरम
वल्लियप्पन ओलागनाथन चिदंबरम पिल्लै जिन्हें वी.ओ चिदंबरम जन्म 5 सितंबर 1872 में हुआ था। वह एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने इंडियन नेशनल कांग्रेस के नेता थे। उन्होंने सवदेशी स्टिम नेविगेशन कंपनी की स्थापना।
वेलु नाचियारो
रानी वेलु नाचियारो का जन्म 3 जनवरी 1730 में हुआ था। भारतीय स्वतंत्रता के लिए सबसे पहली महिला थी जिन्होंने ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ युद्ध किया था।