Company Secretary Career Course Salary Syllabus Admission Process: द इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (आईसीएसआई) द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 19 लाख रजिस्टर्ड कंपनियों के लिए देश में मात्र 60 हजार के करीब ही कंपनी सेक्रेटरी (सीएस) हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में 2020 के अंत तक 50 हजार अतिरिक्त कंपनी सेक्रेटरीज की आवश्यकता है। इसी रिपोर्ट से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कंपनी सेक्रेटरी (सीएस) क्षेत्र में रोजगार अवसर के अवसर काफी अच्छे हैं। कंपनी सेक्रेटरी कैसे बने ? यदि आपके मन में भी यही सवाल है तो, यह लेख आपके लिए मददगार है। इसमें आपको कंपनी सेक्रेटरी बनने के लिए क्या करना चाहिए ? कंपनी सेक्रेटरी की तैयारी कैसे करें ? कंपनी सेक्रेटरी का परीक्षा पैटर्न और कंपनी सेक्रेटरी का वेतन समेत पूरी जानकारी मिलेगी। तो आइये जानते हैं कंपनी सेक्रेटरी बनने के लिए नए पैटर्न के अनुसार तैयारी कैसे करें?
फाउंडेशन कोर्स खत्म
यकीनन कंपनी सेक्रेटरी का करियर एक ऐसा करियर है, जो भारी वेतन के साथ कार्य संतुष्टि देने की भी गारंटी देता है। कंपनी सेक्रेटरी बनना जहां एक ओर गौरव की बात है, वहीं फाइनेंशियली किसी अन्य प्रोफेशनल कोर्स के बाद मिलने वाले अच्छे वेतन की दृष्टि से भी कम नहीं है। यह एक प्रतिष्ठापूर्ण पद है, जिसकी देश में व्यापक मांग है।
गौरतलब है कि आईसीएसआई ने कंपनी सेक्रेटरी का स्तर और बेहतर बनाने के उद्देश्य से कई बड़े बदलाव किए हैं। ये बदलाव 4 फरवरी, 2020 से लागू हो गए हैं। आईसीएसआई ने कंपनी सेक्रेटरी कोर्स में फाउंडेशन कोर्स को खत्म कर दिया है।
सीएस एक्जीक्यूटिव एंट्रेंस टेस्ट पैटर्न
अब कंपनी सेक्रेटरी बनने के लिए ऑनलाइन एंट्रेंस एग्जाम देना होगी। इस एंट्रेंस एग्जाम को सीएस एक्जीक्यूटिव एंट्रेंस टेस्ट नाम दिया गया है। यह एंट्रेंस एग्जाम कंप्यूटर बेस्ड होगी। जिसमें मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन, ऑडियो-वीडियो क्लिप और डिस्क्रिप्टिव पैटर्न पर आधारित प्रश्न होंगे। यह परीक्षा 135 मिनट की होगी, जिसमें से 120 मिनट मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन पैटर्न के लिए, शेष 15 मिनट ऑडियो-वीडियो क्लिप और डिस्क्रिप्टिव पैटर्न के लिए होंगे। परीक्षा में करंट अफेयर, बिजनेस कम्युनिकेशन, लीगल एप्टीट्यूड एंड लॉजिकल रीजनिंग, इकोनॉमिक एंड बिजनेस एन्वायर्नमेंट, प्रेजेंटेशन एंड कम्युनिकेशन स्किल के क्वेश्चन होंगे। परीक्षा में ऋणात्मक मूल्यांकन नहीं होगा। यह एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करने के लिए प्रत्येक सब्जेक्ट में कम से कम 40 प्रतिशत मार्क्स और ओवरऑल 50 प्रतिशत मार्क्स लाना आवश्यक होंगे। यह एंट्रेंस एग्जाम वर्ष में चार बार सामान्यतः मई, जुलाई, नवंबर और जनवरी में होगा।
एक्जीक्यूटिव प्रोग्राम में शामिल
चूंकि अब कंपनी सेक्रेटरी कोर्स में फाउंडेशन परीक्षा समाप्त कर दी गई है। अतः अब एंट्रेंस एग्जाम क्लीयर करते ही सीधे एक्जीक्यूटिव प्रोग्राम में बैठ सकते हैं। जिससे अब तीन साल का कंपनी सेक्रेटरी कोर्स दो साल में पूरा किया जा सकेगा। इस तरह एक साल की बचत होगी। जो स्टूडेंट्स चार्टर्ड अकाउंटेंट फाइनल या कास्ट अकाउंटिंग फाइनल कर चुके हैं उन्हें सीएस एक्जीक्यूटिव एंट्रेंस टेस्ट नहीं देना होगी। वे सीधे एक्जीक्यूटिव प्रोग्राम में शामिल हो सकेंगे।
एक्जीक्यूटिव और प्रोफेशनल के नए बदलाव
उल्लेखनीय है कि, नए बदलाव के पहले तक कक्षा 12वीं के बाद सीएस कोर्स में सीधे रजिस्ट्रेशन होता था। साथ ही, ग्रेजुएट्स को एक्जीक्यूटिव प्रोग्राम में डायरेक्ट एंट्री मिलती थी। नए बदलावों के पहले तक सीएस कोर्स पैटर्न 3 कैटेगरी- फाउंडेशन, एक्जीक्यूटिव और प्रोफेशनल में बंटा हुआ था। नए पैटर्न के अनुसार सीएस एजुकेशन को 2 कैटेगरी -एक्जीक्यूटिव और प्रोफेशनल में रखा गया है। पहले की तरह ही एक्जीक्यूटिव के बाद स्टूडेंट्स प्रोफेशनल प्रोग्राम में जा सकेंगे।
21 माह की ट्रेनिंग प्रेक्टिसिंग
कंपनी सेक्रेटरी कोर्स के नए पैटर्न के तहत ट्रेनिंग स्ट्रक्चर अब 24 माह का होगा। यह 24 माह एकमुश्त नहीं होंगे। ट्रेनिंग शुरू करने से पहले 1 माह की ट्रेनिंग चैप्टर ऑफिस से लेना होगी। इसमें फंडामेंटल रूल्स की जानकारी दी जाएगी। इसके बाद 21 माह की ट्रेनिंग प्रेक्टिसिंग होगी। यह प्रेक्टिसिंग किसी कंपनी सेक्रेटरी अथवा पंजीकृत कंपनी के अधीन की जा सकेगी। इसके बाद 2 माह की विशेष ट्रेनिंग होगी जो कि रेसिडेंशियल होगी। शुरुआती दौर में यह रेसिडेंशियल ट्रेनिंग आईसीएसआई के मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद व मानेसर परिसर में दी जाएगी। अब जब भी किसी सीएस सदस्य को सर्टिफिकेट ऑफ प्रैक्टिस लेना होगा, उसके लिए उसे ओरिएंटेशन प्रोग्राम का हिस्सा बनना होगा। इस प्रोग्राम में सीएस को नियम, सिद्धांत आदि बताए जाएंगे। सदस्यता नवीनीकरण के लिए भी प्रोफेशनल डेवलपमेंट प्रोग्राम करना होगा।
सिक्योरिटी एक्ट और एक्जिम पॉलिसी
उल्लेखनीय है कि कंपनी सेक्रेटरी ऐसा ही व्यक्ति होता है जो कंपनी को बाहरी दुनिया से जोड़ता है। कंपनी सेक्रेटरी कंपनी के हाथ, आंख, नाक और कान की विभिन्न भूमिकाओं को निभाते हुए दिखाई देता है। कंपनी सेक्रेटरी, कॉर्पोरेट और सिक्योरिटी कानूनों का विशेषज्ञ होता है तथा कंपनी और उसके बोर्ड ऑफ डॉयरेक्टर, शेयर होल्डर और सरकारी व रेग्युलेटरी अथॉरिटी के बीच एक सेतु का काम करता है। कंपनी के हितों के लिए सही-गलत की निरंतर खोज में लगा रहने वाला व्यक्ति कंपनी सेक्रेटरी ही होता है। वह एक ओर जहां कॉर्पोरेट प्नानर होता है, वहीं कंपनी का स्ट्रेटेजिक मैनेजर भी होता है। वह कंपनी का बेहद भरोसेमंद व आज्ञाकारी अधिकारी भी होता है। कंपनी सेक्रेटरी कंपनी, शेयर धारकों, निदेशकों व सरकार के बीच एक धुरी के रूप में कार्य करता है। सीधे शब्दों में कहें तो यह व्यक्ति कंपनी का एक्सटर्नल अफेयर्स मॉनिटर होता है। कंपनी एक्ट, सिक्योरिटी एक्ट तथा एक्जिम पॉलिसी के तहत कंपनी सेक्रेटरी को ही प्रमाणपत्र जारी करने का अधिकार प्राप्त है।
सीएस के लिए ध्ययन सामग्री
सामान्य परिस्थिति वाले प्रतिभाशाली छात्र कम लागत और कम समय में कंपनी सेक्रेटरी का कोर्स करके चमकीले करियर की डगर पर बढ़ सकते हैं। कंपनी सेक्रेटरी के लिए प्रतिदिन क्लास करना भी जरूरी नहीं है, आपको भेजी जाने वाली अध्ययन सामग्री ही कुछ ऐसी होती है कि आपको लगेगा ही नहीं कि यह पत्राचार कोर्स है। इसके अलावा आपके सामने क्लास करने का भी विकल्प होता है, जहाँ आप विषय विशेषज्ञों के सान्निध्य में परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं। वर्तमान में तो इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन अध्ययन की भी व्यवस्था है, जहाँ आप विषय से संबंधित किसी भी टॉपिक पर अपनी समस्या का हल घर बैठे जान सकते हैं।
रोजगार के चमकीले अवसर
कंपनी सेक्रेटरी के रूप में आप किसी भी प्रतिष्ठित कंपनी से शुरुआत कर सकते हैं या फिर चाहें तो प्रायवेट प्रैक्टिस भी कर सकते हैं। संसद द्वारा पिछले वर्ष पारित नए कंपनी बिल में कंपनी सेक्रेटरी की भूमिका और बढ़ाई गई है। नए प्रावधानों के अनुसार बड़ी कंपनियों के अलावा स्मॉल/मीडियम इंटरप्राइजेस तथा प्रोपरायटरी फर्मस् के लिए भी कंपनी सेक्रेटरी की सलाह जरूरी की गई है। इसे देखते हुए इस क्षेत्र से रोजगार के चमकीले अवसर हैं। अगर आपको सरकारी नौकरी आकर्षित करती है तो इंस्टीट्यूट की सदस्यता हासिल करने के बाद आप केंद्रीय सरकार के ऊँचे ओहदों पर भी नियुक्ति पा सकते हैं।
शुरुआती वेतन 7 से 10 लाख रुपए सालाना
एक क्वालीफाइड कंपनी सेक्रेटरी प्रायवेट व पब्लिक सेक्टर, वित्तीय संस्थानों, स्टॉक एक्सचेंज में ही नहीं केंद्र व राज्य सरकारों में भी काम करने का अवसर प्राप्त कर सकता है। आजकल जिस तरह आईटी क्षेत्र अपने उफान पर है, वहाँ भी आपके लिए रोजगार की असीम संभावनाएँ हैं। वैसे इंस्टीट्यूट की ओर से एक प्लेसमेंट सर्विस सेल भी बनाया गया है, जहाँ आपको रोजगार पाने में अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। कंपनी सेक्रेटरी के पद पर नियुक्ति मिलने के बाद आरंभिक वेतन ही 7 से 10 लाख रुपए सालाना के बीच होता है। इस पद पर नियुक्ति के बाद मिलने वाला वेतन कंपनी के स्टेट्स व व्यक्ति के अनुभव के आधार पर भी बढ़ता जाता है।
योजनाबद्ध प्रयास
यहां यह उल्लेखनीय है कि कंपनी सेक्रेटरी बनने के लिए जहां आपको कड़ी मेहनत करनी होती है, वहीं किसी भी स्तर पर स्वयं पर भरोसा नहीं डगमगाना चाहिए। शुरुआत से अंत तक निरंतरता में कमी न आने दें। अगर एक बार आपने ठान लिया है कि कंपनी सेक्रेटरी बनना है तो योजनाबद्ध प्रयास करते हुए निरंतर आगे बढ़ते जाएँ। आपकी इच्छाशक्ति, दृढ़संकल्प और आत्मविश्वास ही ऐसे तत्व हैं, जो एक दिन आपको मंजिल तक अवश्य पहुँचाएँगे। यदि आपका भी सपना कंपनी सेक्रेटरी बनकर अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाना है तो समय आ गया है कि मेहनत से अपनी आकांक्षाओं को अंजाम तक पहुँचने की पहल की जाए। यदि आप 3 डी यानी डेडिकेशन, डिटरमिनेशन व डिवोशन के नियम पर चलेंगे तो कामयाबी का परचम लहराने से आपको कोई नहीं रोक सकता।
आधिकारिक पता
इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरी, इंडिया पर कंपनी सेक्रेटरी प्रोफेशन के विकास और नियंत्रण का जिम्मा है। द इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरी ऑफ इंडिया (आईसीएसआई) के चार रीजनल काउंसिल मुंबई , चेन्नई, कोलकाता तथा नई दिल्ली में हैं। इनके अलावा 71 चैप्टर्स हैं, जो देश के विभिन्न शहरों में स्थित हैं। सीएस से संबंधित और अधिक जानकारी के लिए द इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरी ऑफ इंडिया, आई.सी.एस.आई हाउस, 22 इंस्टीट्यूशनल एरिया, लोधी रोड, नई दिल्ली-110003 से संपर्क करें अथवा वेबसाइट एड्रेस www.icsi.edu लॉग ऑन करें।