What is Quiet Firing or Silent Firing? किसी भी कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी को एक अच्छी सैलरी के बाद अपने काम के लिए एप्रीसिएशन की भूख सबसे अधिक होती है। आपकी कड़ी मेहनत के लिए मिलने वाली प्रशंसा तो दूर की बात है अब आपके बॉस आपके योगदान और मेहनत को स्वीकार भी नहीं कर रहे हैं।
आपके काम पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है, कंपनी की ग्रोथ पर आपकी मेहनत और लॉयलटी को पूरी तरह से इग्नोर किया जा रहा है। आपके प्रति आपके बॉस/मैनेजर और टीम लीडर का बदलता रवैया आपको मानसिक तनाव में ले जाने लगता है। ऐसे में आपको कार्यस्थल पर अकेला और लेफ्ट आउट महसूस होने लगता है। यदि ये स्थिति आपके साथ भी हो रही है तो सतर्क हो जाइए कहीं आप भी क्वाइट फायरिंग का शिकार तो नही हो रहे हैं और आपको पता भी नहीं है।
क्वाइट फायरिंग (Quiet Firing) का नाम सुनते ही मन में ढेरों प्रश्न उठने लगते हैं। क्वाइट फायरिंग या साइलेंट फायरिंग क्या है? इसकी पहचान कैसे होगी, इससे बचा कैसे जा सकता है, ये कैसे आपके मेंटल हेल्थ को प्रभावित कर सकती है आदि। इन सभी प्रश्नों के उत्तर आपको इस लेख में दिए जाएंगे। आइए जानते हैं क्वाइट फायरिंग जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे के बारे में...
क्या है क्वाइट फायरिंग?
आज-कल के समय में नौकरी से निकाले जाने की स्थिति बहुत आम हो गया है। कुछ संस्थान आर्थिक कारणों से सीधे तौर पर कर्मचारियों को निकाल रहे हैं, तो कुछ को नौकरी छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया जाता है। मजबूर होकर नौकरी खुद से छोड़ने वाली ये स्थिति आज के समय में बहुत आम सी हो गई है।
क्वाइट फायरिंग जिसे आप शांत निष्कासन भी कह सकते हैं। जब कोई प्रबंधक किसी कर्मचारी को पर्याप्त प्रशिक्षण, सहायता और करियर विकास प्रदान करने में विफल रहता है, तो इस कारण से कर्मचारी संगठन छोड़ देते हैं। ये जानबूझकर कर किया गया हो या लापरवाही में लेकिन इस तरह की स्थिति में एक कर्मचारी मजबूर हो जाता है नौकरी छोड़ने के लिए। लेकिन क्वाइट फायरिंग सिर्फ इतने पर ही सीमित नहीं है। एक सर्वे के अनुसार क्वाइट फायरिंग का शिकार हुए हर कर्मचारी का यही कहना है कि कंपनी में रहकर बहुत अधिक मानसिक तनाव के कारण उन्होंने खुद इस्तीफा दे दिया।
लेकिन सवाल ये है कि आपको कैसा पता लगेगा कि आप क्वाइट फायरिंग का शिकार हो रहे हैं।
संकेत- आप भी हो रहे हैं क्वाइट फायरिंग शिकार
ये जानना आसान नहीं है कि आप क्वाइट फारयिंग का शिकार हो रहे हैं लेकिन यदि आप ध्यान दें तो आप पता जरूर लगा सकते हैं। आपको करना बस इतना है कि दिए गए संकेतों पर ध्यान देना है-
- एक साल के बाद वेतन में वृद्धि देखने को नहीं मिली हो।
- अपने काम के लिए न कोई फीडबैक मिलता हो ना ही कड़ी मेहनत के लिए एप्रीसिएशन।
- आपके बॉस और आपका टीम लीडर आपके साथ किसी प्रकार की चर्चा नहीं करते।
- आपको मीटिंग या चर्चा का हिस्सा नहीं बनाया जाता हो।
- साथ काम करने वाले कर्मचारी और टीम लीडर आपस में बात करके प्रोजेक्ट योजना बनाते हों।
- आपको लेफ्ट आउट महसूस करवाया जा रहा हो।
- आपके विचारों की उपेक्षा की जाती हो।
- आपको काम अतिरिक्त काम न दिया जाता है और आइडिया शेयर न किया जाता हो।
- आपको सामाजिक समारोह आदि से वंचित रखा जाता हो।
- एक टीम में होकर भी टीम का हिस्सा न बनने दिया जा रहा हो।
- बिना उदाहरण के नकारात्मक प्रतिक्रिया दी जा रही हो।
- वो आपसे बच रहे हैं और दूरी बना रहे हैं।
- आपको वर्क असाइन ना किया जाता हो या महत्वपूर्ण कार्यों से दूर रखा जाता हो।
- आपके फोन कॉल और मैसेज के रिप्लाई न किये जाते हो।
- आपके साथ कार्यस्थल पर दुर्व्यवहार या उपेक्षा हो रही है।
इस तरह के व्यवहार और गतिविधियों से कर्मचारी मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। इस स्थिति से बचने के लिए और खुद को तनाव मुक्त करने के लिए वो नौकरी से इस्तीफा देने पर मजबूर हो जाता है। उसे पता भी नहीं होता है कि वह क्वाइट फायरिंग का शिकार बन गया है।
इसके बारे में पता करने के लिए इन गतिविधियों पर पर ध्यान दें। उनके व्यवहार का रिकॉर्ड रखें और यदि आपको इस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है तो ईमानदारी से बातचीत करें। इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि नौकरी न छोड़े क्योंकि वो आपसे यह करवाना चाहते हैं। जो वो चाह रहे हैं उन्हें थाली में परोस के न दें।
कैसे बचा जा सकता है क्वाइट फायरिंग से
अगर आपको लगता है कि आपक क्वाइट फायरिंग का शिकार हो रहे हैं तो इससे बचने के लिए अपने मैनेजर से ईमानदारी से बात करें न कि खुद से इस्तीफा दें क्योंकि आप क्वाइट फायरिंग की स्थिति में अपनी आवाज उठाने की बजाए चुपचाप नौकरी खुद भी तो छोड़ रहे हैं।
मैनेजर से करें बात - ऐसे में अपने मैनेजर के साथ बैठें और उनसे बात करें, आप क्या महसूस कर रहें उन्हें बताएं और अपने विचारों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करें।
अपनी महत्वाकांक्षा दिखाएं- काम के प्रति अपने टैलेंट और महत्वाकांक्षाओं को दिखाएं और बताएं कि आप अपने काम को लेकर कितने प्रतिबद्ध है।
कार्यक्षेत्र में अपने अनुभव के दस्तावेज तैयार करें - कंपनी में काम करने के दौर अपने अच्छे और बूरे अनुभवों का दस्तावेजीकरण करें।
कंपनी के नॉर्म्स को ध्यानपूर्वक पढ़े - कंपनी के नियम और कानूनों को पढ़े ताकि आपको अपने अधिकारों के बारे में जानकारी रहे।
एक नई नौकरी की तलाश करें - अगर स्थिति खराब है और सुधरने के संभावनाएं कम है तो आप इस्तीफा देने से पहले ऊपर दी बातों का तो ध्यान रखें ही साथ ही अपने लिए एक नई नौकरी की तलाश शुरू कर दें।