एमबीए स्पोर्ट्स मैनेजमेंट 2 साल का फुल टाइम पोस्टग्रेजुएट प्रोग्राम है। जिसमें छात्रों को किसी भी खेल टीम या घटनाओं की योजना बनाने, व्यवस्थित करने, नियंत्रण करने, बजट बनाने, निर्देशित करने और नेतृत्व करने के बारे में सिखाया जाता है। एमबीए इन स्पोर्ट्स मैनेजमेंट का यह कोर्स विशेष रूप से उनके छात्रों के लिए तैयार किया गया है जो प्रबंधन का ज्ञान प्राप्त करने के साथ-साथ खेल के क्षेत्र में लगातार बने रहने के इच्छुक हैं।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको एमबीए इन स्पोर्ट्स मैनेजमेंट से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में एमबीए करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में एमबीए इन स्पोर्ट्स मैनेजमेंट करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- एमबीए इन स्पोर्ट्स मैनेजमेंट
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- स्नातक
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 50,000 से 5 लाख तक
• अवरेज सैलरी- 2 से 9 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- प्रशासक, प्रधानाध्यापक, प्रबंधक, खेल सलाहकार आदि।
• जॉब फील्ड- शिक्षाविदों, विश्वविद्यालयों, कॉलेजों, शैक्षिक संस्थानों, खेल एजेंसियों आदि।
एमबीए इन स्पोर्ट्स मैनेजमेंट: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- उम्मीदवार के स्नातक डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए एमबीए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे कैट, एक्सएटी, सीएमएटी और जीएमएटी में से किसी एक को उत्तीर्ण करना होगा।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।
एमबीए इन स्पोर्ट्स मैनेजमेंट: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में एमबीए इन स्पोर्ट्स मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
एमबीए इन स्पोर्ट्स मैनेजमेंट के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार एमबीए इन स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि एमबीए इन स्पोर्ट्स मैनेजमेंट के लिए एडमिशन प्रोसेस कैट, एक्सएटी, सीएमएटी, एनएमएटी और जीएमएटी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें एमबीए इन स्पोर्ट्स मैनेजमेंट का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
एमबीए इन स्पोर्ट्स मैनेजमेंट: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- विपणन प्रबंधन
- व्यावसायिक आंकड़े
- प्रबंधन के सिद्धांत
- संगठनात्मक व्यवहार
- वित्तीय लेखांकन
- व्यापारिक वातावरण
- व्यापार कानून
- प्रबंधन के लिए सूचना प्रौद्योगिकी
- प्रबंधकीय अर्थशास्त्र
- विदेशी भाषा
सेमेस्टर 2
- उद्यमिता प्रबंधन
- विपणन रणनीति और अनुप्रयोग
- मानव संसाधन प्रबंधन
- लागत और प्रबंधन लेखा
- वित्तीय प्रबंधन
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- व्यवसाय के कानूनी पहलू
- अनुसंधान क्रियाविधि
- उत्पादन प्रबंधन
- विदेशी भाषा
सेमेस्टर 3
- व्यापार नीति और सामरिक प्रबंधन
- प्रबंधन सूचना प्रणाली
- संचालन अनुसंधान
- व्यापार गणित
- खेल सुविधाएं, योजना और प्रबंधन
- खेलों में समसामयिक मुद्दे
- खेल मीडिया और इवेंट मैनेजमेंट
- खेल चिकित्सा और पोषण
- व्यापार में खेल और नैतिकता का मनोविज्ञान
- खेलों में वित्त पोषण
सेमेस्टर 4
- व्यापार में पर्यावरण प्रबंधन और नैतिकता
- अंतरराष्ट्रीय व्यापार
- प्रबंधन नियंत्रण प्रणाली
- खेल कानून और जोखिम प्रबंधन
- फाउंडेशन ऑफ एमेच्योर एंड प्रोफेशनल एंडोर्समेंट्स इन स्पोर्ट्स
- खेल प्रशिक्षण और कंडीशनिंग
- खेल कानून और जोखिम प्रबंधन
- खेलों का प्रशासन
- खेल आयोजनों का प्रबंधन और प्रचार
- अंतिम परियोजना
एमबीए इन स्पोर्ट्स मैनेजमेंट: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- आईआईएसएम मुंबई- फीस 7,31,360
- एमिटी ग्लोबल बिजनेस स्कूल (एजीबीएस)- फीस 3,90,000
- लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी- फीस 3,04,000
- सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी (एसआईयू)- फीस 3,80,000
- सिम्बायोसिस स्कूल ऑफ स्पोर्ट्स साइंस- फीस 3,80,000
- चंडीगढ़ विश्वविद्यालय (सीयू)- फीस 1,80,000
- एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी- फीस 3,75,000
- सिस्टर निवेदिता विश्वविद्यालय- फीस 3,14,000
- हिंदुस्तान प्रौद्योगिकी और विज्ञान संस्थान (एचआईटीएस)- फीस 2,53,000
- जैन विश्वविद्यालय- फीस 9,90,000
- उप पाटिल विश्वविद्यालय- फीस 4,20,000
एमबीए इन स्पोर्ट्स मैनेजमेंट: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- प्लेयर मैनेजर- सैलरी 8 से 9 लाख तक
- फ्रेंचाइसी ऑपरेटर- सैलरी 5 से 7 लाख तक
- स्पोर्ट्स कंस्लटेंट- सैलरी 8 से 9 लाख तक
- स्पोर्ट्स वेन्यू ऑपरेटर- सैलरी 2 से 4 लाख तक
- स्पोर्ट्स इवेंट मैनेजर- सैलरी 4 से 6 लाख तक
- स्पोर्ट्स मार्केटिंग मैनेजर- सैलरी 7 से 9 लाख तक
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