Jawaharlal Nehru Speech in Hindi: पंडित जवाहरलाल नेहरू को बच्चे और बच्चों को पंडित जवाहरलाल नेहरू बेहद प्रिय थे। इसलिए हर साल भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू के जन्म दिवस के अवसर पर बाल दिवस मनाया जाता है। भारत की आजादी के लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपना बहुमूल्य योगदान दिया। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ी।
पंडित जवाहरलाल नेहरू ने महात्मा गांधी, सरदार वल्लभ भाई पटेल समेत अन्य कई स्वतंत्रता सेनानियों के साथ मिल कर विरोध, प्रदर्शन और आंदोलनों में हिस्सा लिया। गौरतलब हो कि पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म 1889 में 14 नवंबर को उत्तर प्रदेश में हुआ था। वे स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री बने। उन्हें प्यार से 'चाचा नेहरू' के नाम से जाना जाता है, क्योंकि वे बच्चों से बहुत प्रेम करते थे।
पंडित नेहरू की विचारधारा और नेतृत्व ने भारत को प्रगति की राह पर आगे बढ़ाया। उनके जन्मदिन को देशभर में 'बाल दिवस' के रूप में मनाया जाता है, ताकि उनके द्वारा बच्चों के लिए किए गए योगदान को सम्मान दिया जा सके। पंडित जवाहरलाल नेहरू जी का मानना था कि बच्चे ही देश का भविष्य हैं और उनकी शिक्षा और विकास के लिए हमें ध्यान देना चाहिये।
पंडित जवाहरलाल नेहरू पर भाषण कैसे लिखें?
पंडित नेहरू के जन्म दिवस के अवसर पर स्कूलों में बच्चों के लिए कई विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इनमें मुख्य रूप से निबंध, भाषण, क्विज, ड्राइंग जैसी प्रतियोगियाओं का आयोजन किया जाता है। यदि आप भी ऐसे ही पंडित जवाहरलाल नेहरू पर भाषण प्रतियोगिता में हिस्सा लेना चाहते हैं तो यहां दिए जा रहे पंडित नेहरू पर भाषण प्रारूपों से सहायता ले सकते हैं। यहां हम पंडित जवाहरलाल नेहरू जयंती पर 3 सरल भाषण प्रारूप प्रस्तुत कर रहे हैं। पंडित जवाहरलाल नेहरू पर भाषष प्रारूप विशेष रूप से कक्षा 2, 4 और 6 के बच्चों के लिए उपयुक्त हैं।
कक्षा 2 के लिए 100 शब्दों में पंडित जवाहरलाल नेहरू पर भाषण
सुप्रभात!
आदरणीय अध्यापकगण और मेरे प्यारे दोस्तों। आज मैं पंडित जवाहरलाल नेहरू के बारे में कुछ कहना चाहता हूँ। पंडित नेहरू भारत के पहले प्रधानमंत्री थे। उनका जन्म 14 नवंबर 1889 को हुआ था। उन्हें हम 'चाचा नेहरू' के नाम से जानते हैं क्योंकि वे बच्चों से बहुत प्यार करते थे। उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। नेहरू जी हमेशा यह कहते थें कि किसी भी देश का भविष्य देश के बच्चों पर निर्भर करता है। वे हमेशा बच्चों की शिक्षा और उनके अच्छे विकास के लिए काम करते थे। हमें उनके विचारों से प्रेरणा लेनी चाहिए।
धन्यवाद!
कक्षा 4 के लिए 200 शब्दों में पंडित जवाहरलाल नेहरू पर भाषण
सुप्रभात!
आदरणीय प्रधानाचार्य जी, शिक्षकों और मेरे प्यारे साथियों। आज मैं पंडित जवाहरलाल नेहरू जयंती पर अपने विचार साझा करना चाहता हूं। पंडित नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को इलाहाबाद में हुआ था। वे हमारे पहले प्रधानमंत्री थे और स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता भी थे।
बच्चों के प्रति पंडित नेहरू का प्रेम अपार और असीमित था। इसलिए उन्हें बच्चे प्यार से 'चाचा नेहरू' कह कर बुलाते थे। पंडित नेहरू मानते थे कि देश के विकास में बच्चों की भूमिका अहम होती है और वे देश का भविष्य हैं। बच्चों की शिक्षा और विकास पर ध्यान देना माता-पिता, शिक्षक और समाज के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने देश के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। पंडित नेहरू ने देश में पहले आईआईटी और एम्स जैसे संस्थानों की स्थापना की।
हर साल, उनका जन्मदिन बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है, ताकि बच्चों को उनके योगदान और विचारों से प्रेरित किया जा सके। हमें भी उनकी शिक्षाओं का पालन करना चाहिये और अपने देश के भविष्य को बेहतर बनाने में योगदान देना चाहिये।
धन्यवाद!
कक्षा 6 के लिए 300 शब्दों में पंडित जवाहरलाल नेहरू पर भाषण
नमस्कार,
आदरणीय प्रधानाचार्य जी, शिक्षकगण, और मेरे प्यारे साथियों। आज मैं आप सबके सामने पंडित जवाहरलाल नेहरू जयंती के अवसर पर कुछ विचार व्यक्त करना चाहता हूं। मूल रूप से कश्मीर निवासी पंडित नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में हुआ था। वे स्वतंत्रता संग्राम के एक महान और लोकप्रिय नेता रहें। अपनी लोकप्रियता और स्वतंत्रता में विशेष योगदान के लिए वे निर्विवाध स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री चुने गए। उनके नेतृत्व में देश में कई बड़े बदलाव किये गये।
पंडित नेहरू को 'चाचा नेहरू' कहा जाता है, क्योंकि उन्हें बच्चों से बेहद प्रेम था। पंडित नेहरू मानते थें कि बच्चें का विकास यानी देश का विकास। बेहतर कल के लिए आज बच्चों का शिक्षा प्राप्त करना महत्वपूर्ण और आवश्यक भी है। बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास पर ध्यान देना हर माता-पिता, शिक्षक, गुरु का कर्तव्य है। नेहरू जी का भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने महात्मा गांधी के साथ मिलकर भारत को आजादी दिलाने के लिए संघर्ष किया।
स्वतंत्रता के बाद पंडित नेहरू ने देश के विकास के लिए कई अहम योजनाएं बनाई, जैसे कि शिक्षा, विज्ञान और तकनीकी विकास को प्रोत्साहित करना। उनके नेतृत्व में आईआईटी, आईआईएम और एम्स जैसे संस्थानों की स्थापना हुई। हर साल 14 नवंबर को उनका जन्मदिन बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन बच्चों के महत्व और उनके भविष्य के प्रति हमारी जिम्मेदारी को याद दिलाता है। हमें पंडित नेहरू से प्रेरणा लेकर देश के विकास और बच्चों की भलाई के लिए काम करना चाहिए।
धन्यवाद!
सरल शब्दों में बाल दिवस पर निबंध कैसे लिखें? | Children's Day essay in hindi