Jawaharlal Nehru Essay in Hindi: भारत के स्वतंत्रता संग्राम कुछ मुख्य लोगों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन नामों में विशेष रूप से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, सरदार वल्लभ भाई पटेल और पंडित जवाहर लाल नेहरू शामिल हैं। 1947 में भारत को अंततः स्वतंत्रता मिली। स्वतंत्रता के बाद आजादी के लिए लंबी लड़ाई लड़ने वाले पंडित जवाहर लाल नेहरू को एकमत से प्रधानमंत्री पद के लिए चुना गया।
देश के पहले प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने अपने हर कर्तव्य और हर दायित्व को बखुबी निभाया। पंडित जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से काफी लगाव था। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने बच्चों की शिक्षा और उनके उज्जवल भविष्य के लिए कई कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा भी की। बच्चों के प्रति उनके इसी प्रेम भावना के कारण प्रति वर्ष उनके जन्म दिवस पर भारत में बाल दिवस मनाया जाता है।
पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को हुआ था। उन्हें प्यार से 'चाचा नेहरू' कह कर बुलाया जाता है। पंडित नेहरू का भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान था और उन्होंने आधुनिक भारत के निर्माण में अहम भूमिका निभाई। उनके विचारों और नीतियों ने देश को एक नई दिशा दी।
पंडित जवाहरलाल नेहरू के आदर्शों और शिक्षा से आज भी देश भर के बच्चे प्रेरित होते हैं। हर साल पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर स्कूलों में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। बच्चों के लिए इस दौरान पंडित जवाहरलाल नेहरू पर निबंध, भाषण, वाद-विवाद, क्विज, ड्राइंड समेत अन्य कई कार्यक्रमों एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है।
पंडित जवाहरलाल नेहरू जयंती पर निबंध कैसे लिखें?
आज पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्म जयंती के अवसर पर यहां 100, 200, और 300 शब्दों में पंडित जवाहरलाल नेहरू पर निबंध प्रारूप प्रस्तुत किये जा रहे हैं। ये पंडित जवाहरलाल नेहरू पर निबंध कक्षा 2, 4 और 6 के बच्चों के लिए खासतौर पर तैयार किए गए हैं।
कक्षा 2 के लिए 100 शब्दों में पंडित जवाहरलाल नेहरू पर निबंध
पंडित जवाहरलाल नेहरू भारत के पहले प्रधानमंत्री थे। उनका जन्म 14 नवंबर 1889 को हुआ था। वे बच्चों से बहुत प्यार करते थे, इसलिए उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। पंडित जवाहरलाल नेहरू को प्यार से चाचा नेहरू कह कर बुलाया जाता था। चाचा नेहरू का मानना था कि बच्चे देश का भविष्य होते हैं। वे हमेशा बच्चों की शिक्षा और उनके विकास के लिए काम करते थे। पंडित नेहरू ने भारत की आजादी के लिए बहुत संघर्ष किया और स्वतंत्रता के बाद देश को एक नई दिशा दी। उनके आदर्श और विचार आज भी हमें प्रेरित करते हैं।
कक्षा 4 के लिए 200 शब्दों में पंडित जवाहरलाल नेहरू पर निबंध
स्वतंत्रता संग्राम के एक मुख्य चेहरा रहे पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में हुआ था। वे भारत के पहले प्रधानमंत्री बने और उन्हें 'चाचा नेहरू' के नाम से जाना जाता है। क्योंकि उन्हें बच्चों से बहुत प्यार था, इसलिए उनका जन्मदिन पूरे देश में बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। पंडित नेहरू का मानना था कि देश के बच्चे भारत का भविष्य हैं, इसलिए वे हमेशा बच्चों की शिक्षा और उनके विकास के प्रति सजग रहते थे।
नेहरू जी का स्वतंत्रता संग्राम में अहम योगदान था। वे महात्मा गांधी के साथ मिलकर भारत को अंग्रेजों से आजाद कराने के लिए कई आंदोलनों में शामिल हुए। आजादी के बाद नेहरू जी ने देश के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू कीं। उन्होंने शिक्षा, विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में देश को आगे बढ़ाने में मदद की। पंडित नेहरू के विचार और आदर्श आज भी देश के बच्चों और युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं।
कक्षा 6 के लिए 300 शब्दों में पंडित जवाहरलाल नेहरू पर निबंध
स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को यूपी के इलाहाबाद में हुआ था। वे मोतीलाल नेहरू और स्वरूप रानी के पुत्र थे। उनकी शिक्षा हाररो और कैंब्रिज विश्वविद्यालय में हुई थी। पढ़ाई पूरी करने के बाद, नेहरू जी भारत लौटे और स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हो गए। उन्होंने महात्मा गांधी के साथ मिलकर भारत की आजादी के लिए कई महत्वपूर्ण आंदोलनों का नेतृत्व किया। वे स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री थे और बच्चों के प्रति उनका विशेष स्नेह था। इसी कारण से उनका जन्मदिन 'बाल दिवस' के रूप में मनाया जाता है।
नेहरू जी का मानना था कि शिक्षा किसी भी देश की प्रगति का आधार होती है। इसलिए उन्होंने स्वतंत्रता के बाद भारत में शिक्षा के क्षेत्र में कई सुधार किए। उनके नेतृत्व में देश में आईआईटी, आईआईएम और एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों की स्थापना हुई। वे बच्चों से बहुत प्यार करते थे और उनका मानना था कि बच्चे देश का भविष्य होते हैं।
पंडित नेहरू एक महान नेता, विचारक और लेखक भी थे। उनकी पुस्तक 'डिस्कवरी ऑफ इंडिया' में भारत के इतिहास और संस्कृति पर गहन विचार प्रस्तुत किए गए हैं। उन्होंने लोकतंत्र और समाजवाद के सिद्धांतों पर आधारित एक मजबूत और आधुनिक भारत का निर्माण करने का सपना देखा। उनका योगदान और उनकी सोच भारत के हर पीढ़ी को प्रेरित करती है और उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलना हमारा कर्तव्य है।
सरल शब्दों में बाल दिवस पर निबंध कैसे लिखें? | Children's Day essay in hindi