एमबीए इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट 2 साल का कोर्स है जो कि स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में उत्पादन प्रबंधन से संबंधित है। इस कोर्स को करने के बाद उम्मीदवार न केवल विभिन्न मुख्य नौकरियों में, बल्कि आईटी क्षेत्र में भी नौकरी कर सकते हैं। जिसकी मांग दिन-प्रतिदिन मार्केट में बढ़ती जा रही है। बता दें कि जो उम्मीदवार विभिन्न क्षेत्रों में अपना काम कर रहे हैं और अच्छे वेतन के साथ स्वास्थ्य सेवा उन्मुख नौकरियों में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं, वे स्वास्थ्य सेवा प्रबंधन में दूरस्थ या अंशकालिक एमबीए कर सकते हैं।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको एमबीए इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर हेल्थकेयर मैनेजमेंट में एमबीए करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में सिस्टम मैनेजमेंट में एमबीए करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- एमबीए इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- स्नातक
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 2 से 10 लाख तक
• अवरेज सैलरी- 5 से 12 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर, हेल्थकेयर मैनेजर, हॉस्पिटल सीएफओ और सीईओ, फार्मास्युटिकल प्रोडक्शन मैनेजर, मेडिकल प्रैक्टिस मैनेजर आदि।
• जॉब फील्ड- सिप्ला, अपोलो लाइफ, विप्रो जीई हेल्थकेयर, कैडिला हेल्थकेयर आदि।
एमबीए इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- उम्मीदवार स्नातक डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे कैट, सीएमएटी या एक्सएटी आदि में से किसी एक को भी उत्तीर्ण करना चाहिए।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।
एमबीए इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में एमबीए इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
एमबीए इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार एमबीए इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि एमबीए इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट के लिए एडमिशन प्रोसेस कॉमन एडिमशन टेस्ट (CAT), मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट (MAT), ग्रेजुएट मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट (GMAT), कॉमन मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट (CMAT) और जेवियर एप्टीट्यूड टेस्ट (XAT)आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें एमबीए इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
एमबीए इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- प्रबंधन का सिद्धांत
- संचार की बुनियादी बातों
- प्रबंधकीय अर्थशास्त्र
- विपणन प्रबंधन
- मानव संसाधन प्रबंधन
- वित्तीय लेखांकन
सेमेस्टर 2
- कूटनीतिक प्रबंधन
- लागत लेखांकन
- नवाचार प्रबंधन
- मात्रात्मक तकनीक
- एकीकृत प्रबंधक
- साक्षात्कार की तैयारी
सेमेस्टर 3
- स्वास्थ्य सेवा प्रशासन की अनिवार्यता
- स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं की योजना और डिजाइनिंग
- अस्पताल का ऑपरेशन
- ग्राहक-केंद्रित संगठन (सीसीओ)
- अस्पतालों में गुणवत्ता प्रबंधन
- प्रोजेक्ट्स/सेमिनार/केस स्टडीज
सेमेस्टर 4
- अस्पतालों में एचआर
- सामग्री प्रबंधन
- हेल्थकेयर के कानूनी पहलू
- हेल्थकेयर में राजस्व चक्र प्रबंधन
- प्रोजेक्ट्स/सेमिनार/केस स्टडीज
- हेल्थकेयर उपकरण प्रबंधन
एमबीए इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट: टॉप कॉलेज
- भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएमबी), बैंगलोर
- भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएमए), अहमदाबाद
- भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएमसी), कोलकाता
- एक्सएलआरआई जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट
- इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी)
- भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएमएल), लखनऊ
- भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), इंदौर
- भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), कोझीकोड
एमबीए इन हेल्थकेयर मैनेजमेंट: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- हॉस्पिटल सीईओ- सैलरी 12 - 13 लाख
- अस्पताल सीएफओ- सैलरी 9-10 लाख
- हेल्थकेयर सूचना प्रबंधक- सैलरी 6-7 लाख
- चिकित्सक संबंध संपर्क- सैलरी 3-4 लाख
- सहायक संचालन प्रबंधक- सैलरी 6-7 लाख
- अस्पताल प्रशासन- सैलरी 4-5 लाख
- मेडिकल प्रैक्टिस मैनेजर- सैलरी 6-7 लाख
- दावा प्रबंधक- सैलरी 4-5 लाख
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