उड्डयन प्रबंधन में एमबीए 2 साल का पोस्टग्रेजुएट कोर्स है जो छात्रों को किसी भी एविएशन फर्म या एयरलाइन के संचालन, खर्च, संसाधन प्रबंधन के ज्ञान से लैस करता है। फोकस के क्षेत्र एविएशन बिजनेस, जनरल मैनेजमेंट के फंडामेंटल और इंटरनेशनल बिजनेस, मार्केटिंग और फाइनेंस में अतिरिक्त विशेषज्ञता हैं।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको उड्डयन प्रबंधन में एमबीए से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर उड्डयन प्रबंधन में एमबीए करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में उड्डयन प्रबंधन में एमबीए करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- उड्डयन प्रबंधन में एमबीए
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- स्नातक
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 1.05 से 10 लाख तक
• अवरेज सैलरी- 7 लाख
• जॉब प्रोफाइल- एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस मैनेजर, कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजर - एयरलाइंस, ग्रूमिंग एंड एविएशन ट्रेनर, एविएशन ग्राउंड स्टाफ ट्रेनर, टेरिटरी मैनेजर - कॉर्पोरेट सेल्स, एविएशन ऑपरेशंस स्पेशलिस्ट, सिक्योरिटी सुपरवाइजर / असिस्टेंट प्रबंधक, सहायक विपणन प्रबंधक आदि।
• जॉब फील्ड- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, एयरोस्पेस नियामक प्राधिकरण, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय एयरलाइंस, विमानन ईंधन कंपनियां, एयर कार्गो ऑपरेटर, संबद्ध विमानन सेवा प्रदाता, आदि।
उड्डयन प्रबंधन में एमबीए: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- उम्मीदवार के स्नातक डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए एमबीए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे कैट, एक्सएटी, स्नैप, सीएमएटी में से किसी एक को उत्तीर्ण करना होगा।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।
उड्डयन प्रबंधन में एमबीए: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में उड्डयन प्रबंधन में एमबीए कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
उड्डयन प्रबंधन में एमबीए के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार उड्डयन प्रबंधन में एमबीए में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि उड्डयन प्रबंधन में एमबीए के लिए एडमिशन प्रोसेस कैट, एक्सएटी, एटीएमए, स्नैप और सीएमएटी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें उड्डयन प्रबंधन में एमबीए का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
उड्डयन प्रबंधन में एमबीए: सिलेबस
फर्स्ट ईयर
- मानव संसाधन प्रबंधन
- प्रबंधन के लिए लेखांकन
- संगठनात्मक व्यवहार
- व्यावसायिक निर्णयों के लिए डेटा एनालिटिक्स
- एयरलाइन संचालन और निर्धारण
- एयरलाइन वित्त
- संचार कौशल और व्यापार पत्राचार
- सम्पूर्ण गुणवत्ता प्रबंधन
- प्रैक्टिकल (समर प्रोजेक्ट)
- एयरलाइन विपणन प्रबंधन
- व्यावसायिक निर्णयों के लिए आर्थिक विश्लेषण
- एयरलाइन और हवाई अड्डा प्रबंधन
- प्रैक्टिकल (बिजनेस एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर)
- विमानन कानून
- कूटनीतिक प्रबंधन
- विमानन सुरक्षा प्रबंधन और दुर्घटना जांच
- व्यापार में अनुसंधान के तरीके
- प्रैक्टिकल (सेमिनार 1: प्रबंधन में उभरते रुझान- केस स्टडी विश्लेषण और सेमिनार)
सेकेंड ईयर
- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार प्रबंधन
- उद्यमिता विकास
- प्रैक्टिकल (सेमिनार 2: प्रबंधन में उभरते रुझान)
- ऐच्छिक 1, 2, 3, 4, 5 और 6
- प्रैक्टिकल (ग्रीष्मकालीन परियोजना कार्य)
- परियोजना कार्य
उड्डयन प्रबंधन में एमबीए: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- पेट्रोलियम और ऊर्जा अध्ययन विश्वविद्यालय - [यूपीईएस]- फीस 13.34 लाख
- हिंदुस्तान प्रौद्योगिकी और विज्ञान संस्थान [एचआईटीएस]- फीस 5.68 लाख
- जैन विश्वविद्यालय- फीस 6.55 लाख
- गलगोटिया विश्वविद्यालय- फीस 3.18 लाख
- जयपुर राष्ट्रीय विश्वविद्यालय- फीस 5.02 लाख
- डॉ डीवाई पाटिल विश्वविद्यालय- फीस 8.4 लाख
- अज एविएशन अकादमी- फीस 2.4 लाख
- रसद और विमानन प्रबंधन संस्थान [आईएलएएम]- फीस 5 लाख
- हिंदुस्तान बिजनेस स्कूल- फीस 3 लाख
- ट्रेड विंग प्रबंधन संस्थान- फीस 1.4 लाख
उड्डयन प्रबंधन में एमबीए: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- विमान रखरखाव प्रबंधक- सैलरी 7,80,000
- एयरपोर्ट मैनेजर- सैलरी 12,00,000
- एयर ट्रेफिक कंट्रोलर- सैलरी 2,46,000
- सिक्योरिटी सुपरवाइजर- सैलरी 7,14,000
- एवियेशन ऑपरेशन स्पेशलिस्ट- सैलरी 7,31,000
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