बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट 4 साल की अवधि का कोर्स है, जिसे 8 सेमेस्टर में विभाजित किया गया है। इसमें वैश्विक अर्थशास्त्र, वित्त, बिक्री और भूमि प्रबंधन जैसे विषयों पर एक व्यापक, व्यवसाय-आधारित शिक्षा के अलावा गणित, प्राकृतिक विज्ञान और जीव विज्ञान पर एक मजबूत फोकस शामिल है। बीबीए एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट कोर्स के दौरान छात्रों को कृषि क्षेत्र और सुधार के तरीकों के बारे में भी काफी जानकारी प्रदान की जाती है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बीबीए एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट में करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट में बीबीए करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन इन एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट
• कोर्स का प्रकार- ग्रेजुएशन
• कोर्स की अवधि- 4 साल
• पात्रता- कक्षा 12वीं (कॉमर्स स्ट्रीम)
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम/ मेरिट बेस्ड
• कोर्स फीस- 10,000 से 1.50 लाख तक
• कोर्स सैलरी- 3 से 10 लाख तक
बीबीए एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कॉमर्स स्ट्रीम में 12वीं कक्षा की मार्कशीट होनी चाहिए।
- उम्मीदवार के 12वीं कक्षा में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में कुछ प्रतिशत छूट प्रदान दी जाती है।
बीबीए एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में बीबीए एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है जबकि कुछ कॉलेजों में मेरिट आधार पर भी एडमिशन दिए जाते हैं।
बीबीए एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार बीबीए एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि बीबीए एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट के लिए एडमिशन प्रोसेस सीयूईटी, आईपीएमएटी, आईपीयू सीईटी, एनपीएटी, आईएमए यूजीएटी, एसईटी आदि एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट में बीबीए का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
बीबीए एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- प्रमुख फसलों की कृषि-तकनीक और कृषि-मौसम विज्ञान
- फलों की फसलों का उत्पादन प्रबंधन
- प्लांट बायोटेक्नोलॉजी के सिद्धांत
- कृषि अर्थशास्त्र और प्राकृतिक संसाधन अर्थशास्त्र
- भारतीय कृषि की संरचना और गतिशीलता
- कृषि-व्यवसाय प्रबंधन का परिचय
- कृषि आधारित औद्योगीकरण
सेमेस्टर 2
- सतत कृषि और कृषि प्रणाली
- पर्यावरण विज्ञान
- मिट्टी की उर्वरता, उर्वरक और पोषक तत्व प्रबंधन
- फार्म संरचनाएं, मशीनरी और ग्रीन हाउस प्रौद्योगिकी
- एकीकृत हानिकारक कीट प्रबंधन
- कृषि विस्तार के आयाम
- कृषि व्यवसाय प्रबंधन
सेमेस्टर 3
- सब्जी और फूलों की फसलों का उत्पादन प्रबंधन
- मिट्टी, पानी और पौधों का विश्लेषण
- पशु उत्पादन प्रबंधन
- सिंचाई जल प्रबंधन
- अनाज, दलहन और तिलहन की कटाई के बाद की तकनीक
- एकीकृत रोग प्रबंधन
- कृषि सहयोग, संस्थाएं और प्रबंधन
- विपणन संस्थान और संगठन
- व्यवसाय प्रबंधन के लिए संचार कौशल
सेमेस्टर 4
- बागवानी फसलों की कटाई उपरांत प्रौद्योगिकी
- पशु उत्पादों में मूल्य संवर्धन
- व्यावसायिक आंकड़े
- रिपोर्ट लेखन में वैज्ञानिक तरीके
- इनपुट विपणन प्रबंधन
- ग्रामीण विपणन और बाजार बुनियादी ढांचा
- उपभोक्ता व्यवहार
- कृषि-व्यवसाय संचालन, मानव संसाधन विकास और सामरिक प्रबंधन
- कृषि-व्यवसाय में सूचना प्रौद्योगिकी
- कृषि-व्यवसाय के लिए कार्यालय प्रक्रियाएं
सेमेस्टर 5
- भारतीय कृषि नीतियां
- इनपुट-आउटपुट मापन तकनीक
- खुदरा विपणन
- कृषि जिंसों का व्यापार-I
- बाजार और व्यापार अधिनियम
- इन्वेंटरी और जोखिम प्रबंधन
- कृषि पर्यटन
- उत्पादन प्रबंधन, योजना और नियंत्रण
- कृषि प्रसंस्करण प्रबंधन
- विपणन प्रबंधन और नीतियां
सेमेस्टर 6
- जैव उर्वरक और मशरूम उत्पादन
- व्यावसायिक परियोजनाओं की योजना, सूत्रीकरण और मूल्यांकन
- कृषि-व्यवसाय में वित्तीय प्रबंधन
- कृषि जिंसों का व्यापार-II
- मार्केट-लेड एक्सटेंशन
- उत्पाद प्रचार के तरीके
- संगठनात्मक व्यवहार
- प्रबंधकीय लेखांकन
- बाजार सर्वेक्षण और मूल्य विश्लेषण
सेमेस्टर 7
- कृषि उत्पादों का विपणन
सेमेस्टर 8
- प्रत्यारोपण प्रशिक्षण
बीबीए एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- पारुल विश्वविद्यालय, वडोदरा- फीस 60,000
- जेपी विश्वविद्यालय, अनूपशहर- फीस 58,000
- चंडीगढ़ विश्वविद्यालय (सीयू), चंडीगढ़- फीस 1.05 लाख
- ग्लोबल बिजनेस स्कूल एंड रिसर्च सेंटर (जीबीएसआरसी),पुणे- फीस 90,000
बीबीए एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- एग्रीबिजनेस मैनेजर- सैलरी 9 लाख
- मार्केटिंग मैनेजर- सैलरी 6.44 लाख
- फाइनेंस मैनेजर- सैलरी 9.56 लाख
- ट्रेडर- सैलरी 7.76 लाख
- एनालिस्ट- सैलरी 3.50 लाख
यह खबर पढ़ने के लिए धन्यवाद, आप हमसे हमारे टेलीग्राम चैनल पर भी जुड़ सकते हैं।