What is HMPV Virus in India: ह्यूमन मेटाप्नेयूमोवायरस क्या है? जानिए इसके लक्षण क्या है और कैसे फैलता है?

HMPV Virus in India: दुनिया भर में फैलने वाले अन्य वायरस की ही भांति ह्यूमन मेटाप्नेयूमोवायरस (hMPV) भी एक श्वसन तंत्र से जुड़ा वायरस है। एचएमपीवी वायरस के संक्रमित व्यक्ति को सर्दी-जुकाम से लेकर गंभीर श्वसन संक्रमण हो सकता है। यह ह्यूमन मेटाप्नेयूमोवायरस विशेष रूप से छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली यानी कि कमजोर इम्युन सिस्टम वाले लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

HMPV कैसे फैलता है, HMPV से संबंधित एफएक्यू, जानिए पूरी जानकारी

हाल के वर्षों में, एचएमपीवी वायरस ने कई देशों में लोगों को प्रभावित किया है। हाल ही में यह चीन में चिंता का विषय बन गया है और चीन के अस्पतालों में ह्यूमन मेटाप्नेयूमोवायरस से संक्रमित व्यक्तियों की लाइन लग चुकी है। यह वायरस सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे लक्षणों से शुरू होता है, लेकिन यदि समय पर ध्यान न दिया जाए, तो यह निमोनिया या ब्रोंकाइटिस जैसी गंभीर बीमारियों का रूप ले सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, एचएमपीवी वायरस हवा के माध्यम से फैलता है, खासकर संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने पर इसके फैलने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं।

चीन में हाल ही में एचएमपीवी वायरस से संक्रमण के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों को सतर्क कर दिया है। इस वायरस से बचाव के लिए लोगों को इसके लक्षणों और फैलने के तरीकों के बारे में जागरूक होना बेहद जरूरी है। इस लेख में हम एचएमपीवी वायरस या ह्यूमन मेटाप्नेयूमोवायरस के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान कर रहे हैं। यहां ह्यूमन मेटाप्नेयूमोवायरस के लक्षण, यह कैसे फैलता है और इससे बचाव के उपाय क्या हैं, के बारे में विस्तृत जानकारी दी जा रही है।

ह्यूमन मेटाप्नेयूमोवायरस (hMPV) क्या है?

ह्यूमन मेटाप्नेयूमोवायरस (hMPV) पैरामिक्सोविरिडे परिवार का एक वायरस है। यह मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्ति या शिशु के श्वसन प्रणाली को प्रभावित करता है। इसे पहली बार 2001 में खोजा गया था और यह लंबे समय से अस्तित्व में है। यह ह्यूमन मेटाप्नेयूमोवायरस लोगों को संक्रमित करता रहा है। यह वायरस रेस्पिरेटरी सिंकिटियल वायरस (RSV) से मिलता-जुलता है और इसके संक्रमण से व्यक्ति को श्वसन तंत्र में परेशानी हो सकती है।

ह्यूमन मेटाप्नेयूमोवायरस किसी भी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन सबसे ज्यादा बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में इसका संक्रमण अधिक गंभीर हो सकता है। यह वायरस विशेष रूप से सर्दियों और वसंत के मौसम में अधिक फैलता है।

hMPV के लक्षण क्या है?

ह्यूमन मेटाप्नेयूमोवायरस या एचएमपीवी के लक्षण अन्य श्वसन संक्रमणों से मिलते-जुलते हैं। प्रारंभिक लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे हो सकते हैं, लेकिन संक्रमण बढ़ने पर यह अधिक गंभीर हो सकता है। ह्यूमन मेटाप्नेयूमोवायरस के लक्षणों की शुरुआत संक्रमित होने के 3-6 दिनों के बाद होती है। अधिकांश मामलों में लक्षण हल्के होते हैं, लेकिन कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोगों में यह गंभीर रूप ले सकता है। इसके मुख्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • सर्दी-जुकाम - गले में खराश, नाक बहना, और छींक आना।
  • खांसी - लगातार खांसी और गले में जलन।
  • बुखार - मामूली से लेकर उच्च बुखार तक हो सकता है।
  • श्वसन संबंधी समस्याएं - सांस लेने में कठिनाई और सीने में जकड़न।
  • थकान - शरीर में थकावट और कमजोरी महसूस होना।
  • सांस लेने में कठिनाई - बच्चों और बुजुर्गों में यह लक्षण अधिक गंभीर हो सकता है, जिससे निमोनिया या ब्रोंकाइटिस हो सकता है।

एचएमपीवी वायरस कैसे फैलता है?

ह्यूमन मेटाप्नेयूमोवायरस मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्ति से हवा के माध्यम से फैलता है। जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो वायरस की छोटी-छोटी बूंदें हवा में फैलती हैं और यदि कोई स्वस्थ व्यक्ति उन बूंदों के संपर्क में आता है, तो वह संक्रमित हो सकता है। इसके अलावा, यह वायरस संक्रमित सतहों से भी फैल सकता है। जैसे कि दरवाजों के हैंडल खिलौनों, या अन्य सतहों को छूने के बाद व्यक्ति अपने मुंह, नाक या आँखों को छू लेता है।

चीन में ह्यूमन मेटाप्नेयूमोवायरस के मामलों की बढ़ोतर हुई है। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हाल ही में चीन में ह्यूमन मेटाप्नेयूमोवायरस के मामलों में अचानक बढ़ोतरी देखी गई है। हालांकि यह वायरस नया नहीं है, लेकिन इसके बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों को सतर्क कर दिया है। कई लोग इस वायरस से संक्रमित हो रहे हैं। घनी आबादी के कारण खासकर बड़े शहरों में इसके फैलने की संभावनाएं अधिक है।

चीन में एचएमपीवी के बढ़ते मामलों का मुख्य कारण लोगों की बड़े पैमाने पर आवाजाही और भीड़भाड़ हो सकता है। इसके अलावा, मौसम परिवर्तन भी इस वायरस के फैलने में सहायक हो सकता है, क्योंकि सर्दियों में श्वसन संक्रमण अधिक होते हैं।

एचएमपीवी से कैसे बचें?

ह्यूमन मेटाप्नेयूमोवायरस या एचएमपीवी वायरस से बचाव के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:

  • स्वच्छता बनाए रखें - नियमित रूप से हाथ धोएं और स्वच्छता का ध्यान रखें।
  • भीड़भाड़ से बचें - जहां तक संभव हो, भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें।
  • सतहों की सफाई - दरवाजों के हैंडल, टेबल, और अन्य सतहों को नियमित रूप से साफ करें।
  • चेहरे को छूने से बचें - बिना हाथ धोए अपने चेहरे, विशेषकर नाक, आँखों और मुँह को छूने से बचें।
  • संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाए रखें - यदि कोई व्यक्ति खांसी या जुकाम से पीड़ित है, तो उससे दूरी बनाए रखें।
  • मास्क का उपयोग करें - भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनने से संक्रमण का खतरा कम हो सकता है।
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English summary
Human Metapneumovirus (HMPV) is a respiratory virus causing mild to severe respiratory infections, especially in children, the elderly, and immunocompromised individuals. It primarily spreads through respiratory droplets, close contact, or touching contaminated surfaces. Symptoms include cough, fever, nasal congestion, difficulty breathing, and wheezing. HMPV can lead to conditions like bronchiolitis or pneumonia in severe cases.
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