Migratory birds in India: भारत केवल दुनिया भर के सैलानियों को ही आकर्षित नहीं करता बल्कि पक्षियों को भी आकर्षित करता है। हर साल यहां हजारों प्रवासी पक्षी आते हैं। इसका एक कारण यह भी है कि भारत दुनिया के सबसे विविध जैविक स्थलों में से एक है। भारत की इसी जैविक विविधता के कारण ही यह प्रवासी पक्षियों का पंसदीदा जगहों में से एक है।
ये पक्षी अपनी प्रजातियों और प्रवास के कारण अलग-अलग स्थानों से भारत आते हैं। ज्यादातर पक्षी ठंडी जलवायु से बचने के लिए सर्दियों के दौरान भारत का रुख करते हैं। ये प्रवासी पक्षी फिर गर्मी के आगमन के समय अपने घर लौट जाते हैं। आइए आज इस लेख के माध्यम से हम आपको भारत में हर साल आने वाले प्रमुख प्रवासी पक्षियों से संबंधित विशेष जानकारी देते हैं। इस लेख में भारत में हर साल आने वाले प्रवासी पक्षियों की सूची दी जा रही है साथ ही उनके बारे में विस्तृत जानकारी भी प्रदान की जा रही है। आने वाले प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए आप इस लेख से मदद ले सकते हैं।
प्रवासी पक्षी क्या होते हैं?
हम उन पक्षियों को प्रवासी पक्षी कह सकते हैं ,जो आमतौर पर बेहतर भोजन, प्रजनन, या सुरक्षित जलवायु की तलाश में अपने प्राकृतिक आवास से दूर किसी अन्य स्थान की यात्रा करते हैं। ये पक्षी सर्दियों में ठंड से बचने के लिए गर्म स्थानों की ओर प्रवास करते हैं और गर्मी के मौसम में वापस लौट जाते हैं। भारत में आमतौर पर सर्दियों के मौसम में पक्षियों का आगमन होता है, जब वे उत्तरी गोलार्ध के ठंडे क्षेत्रों से यहां भारत तक की यात्रा करते हैं।
भारत में प्रवासी पक्षियों के आने के प्रमुख कारण
प्रवासी पक्षी ठंड से बचने के लिए गर्म क्षेत्रों की ओर प्रवास करते हैं। जैसे ही उत्तरी गोलार्ध में सर्दियों का आगमन होता है, पक्षी भारत की ओर आते हैं जहां उन्हें ठंड से राहत मिलती है और उनके लिए पर्याप्त भोजन और सुरक्षित स्थान होते हैं। प्रवासी पक्षी अपने प्रवास के दौरान ऐसे स्थानों की तलाश करते हैं जहां उन्हें पर्याप्त मात्रा में भोजन मिल सके। भारत की आर्द्रभूमियां, झीलें और नदियां इन पक्षियों को भोजन उपलब्ध कराती हैं। इससे ये पक्षी बड़ी संख्या में भारत पलायन करते हैं।
कुछ प्रवासी पक्षी भारत में प्रजनन के लिए आते हैं, क्योंकि यहां की जलवायु और प्राकृतिक परिवेश उनके अंडों के सुरक्षित रखरखाव के लिए अनुकूल होते हैं। साथ ही भारत की जैविक विविधता इन्हें प्राकृतिक शत्रुओं से भी सुरक्षा प्रदान करती है। भारत सरकार और विभिन्न संगठनों ने प्रवासी पक्षियों के संरक्षण के लिए कई कदम उठाए हैं। इनमें राष्ट्रीय उद्यानों और आर्द्रभूमियों का संरक्षण, अवैध शिकार पर नियंत्रण और जागरूकता कार्यक्रम शामिल हैं। इन प्रयासों के चलते कई प्रवासी पक्षी प्रजातियां अब सुरक्षित महसूस करती हैं और हर साल नियमित रूप से भारत का रुख करती हैं।
भारत में आने वाले प्रमुख प्रवासी पक्षियों की सूची
1. साइबेरियन क्रेन (Siberian Crane)
- वैज्ञानिक नाम: Grus leucogeranus
- प्रवास स्थान: साइबेरिया से भारत
- आगमन का समय: सर्दियों (नवंबर से मार्च)
- ये पक्षी साइबेरिया से भारत की ओर प्रवास करते हैं। भारत में ये पक्षी विशेष रूप से राजस्थान के भरतपुर में प्रवास करते हैं। इसके अलावा साइबेरियन क्रेन इटावा और मैनपुरी जिलों में भी प्रवास करते हैं। साइबेरियन क्रेन सफेद रंग का लंबी गर्दन वाला पक्षी है, जिसकी पहचान इसके अनोखे प्रवास के कारण होती है। यह प्रजाति अब लुप्तप्राय मानी जाती है।
2. फ्लेमिंगो (Greater Flamingo)
- वैज्ञानिक नाम: Phoenicopterus roseus
- प्रवास स्थान: अफ्रीका, यूरोप, और दक्षिण अमेरिका
- आगमन का समय: सर्दियों (दिसंबर से फरवरी)
- गुजरात के नल सरोवर पक्षी अभयारण्य, खिजड़िया पक्षी अभयारण्य, फ्लेमिंगो सिटी, और थोल पक्षी अभयारण्य में सर्दियों के मौसम में फ़्लेमिंगो देखे जा सकते हैं। इनके अलावा महाराष्ट्र में मुंबई के पास भी ये पक्षी देखे जाते हैं। ये अपनी शानदार गुलाबी रंगत और लंबे पैरों के लिए जाने जाते हैं।
3. रफ (Ruff)
- वैज्ञानिक नाम: Calidris pugnax
- प्रवास स्थान: आर्कटिक, उत्तरी यूरोप और साइबेरिया
- आगमन का समय: सर्दियों के मौसम में
- रफ छोटे आकार का जलपक्षी है। ये अक्सर भारत के पश्चिमी तटों और झीलों में दिखाई देता है। यह पक्षी खुले दलदली क्षेत्रों में अपना समय बिताता है। भारत में ये पक्षी गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों में देखे जा सकते हैं।
4. गाडवॉल (Gadwall)
- वैज्ञानिक नाम: Mareca strepera
- प्रवास स्थान: साइबेरिया, स्कैंडिनेविया, और रूस
- आगमन का समय: सर्दियों के मौसम में
- गाडवॉल एक साधारण भूरे रंग का बतख है। ये मुख्य रूप से उत्तरी भारत की झीलों और आर्द्रभूमियों में प्रवास करते हैं। यह पक्षी अपने शांत स्वभाव और प्राकृतिक आवास में रहते हुए अधिकतर समय पानी में बिताता है। भारत में गैडवॉल पक्षी चिल्का झील में पाया जाता है।
5. कॉमन टील (Common Teal)
- वैज्ञानिक नाम: Anas crecca
- प्रवास स्थान: यूरोप और उत्तरी एशिया
- आगमन का समय: सर्दियों के मौसम में
- कॉमन टील छोटे आकार का बतख है। यह भारत की आर्द्रभूमियों और झीलों के पास देखा जाता है। इसका सिर हल्का भूरा और आंखों के पास गहरे हरे रंग का धब्बा होता है। ओखला पक्षी अभयारण्य, उत्तर प्रदेश: यमुना नदी के किनारे बने इस अभयारण्य में कॉमन टील के अलावा उत्तरी पिंटेल और गेडवॉल जैसी प्रजातियां भी पाई जाती हैं। हल्की सर्दियों और प्रचुर खाद्य संसाधनों की तलाश में कॉमन टील दिल्ली आती हैं।
6. पेलिकन (Dalmatian Pelican)
- वैज्ञानिक नाम: Pelecanus crispus
- प्रवास स्थान: साइबेरिया और पूर्वी यूरोप
- आगमन का समय: सर्दियों के मौसम में
- भारत में प्रमुख रूप से आंध्र प्रदेश के कोलेरू झील और राजस्थान के केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में दिखाई देते हैं। ये पक्षी अपने विशाल आकार और पानी में मछलियों को पकड़ने की विशेष तकनीक के लिए प्रसिद्ध हैं।
7. ब्लैक विंग्ड स्टिल्ट (Black Winged Stilt)
- वैज्ञानिक नाम: Himantopus himantopus
- प्रवास स्थान: दक्षिणी अमेरिका से लेकर अफ़्रीका, दक्षिणी यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, और न्यूज़ीलैंड
- आगमन का समय: सर्दियों के मौसम में
- ब्लैक विंग्ड स्टिल्ट एक जलपक्षी है, जिसकी पहचान इसके लंबे पतले पैरों और सफेद-कालों रंग के पंखों से होती है। यह आमतौर पर झीलों और आर्द्रभूमियों में पाए जाते हैं। गोरखपुर के नयागांव में, पुणे के बसई वेटलैंड में, गुजरात के पानी के तालाबों में पलायन करते हैं।
8. पिनटेल डक (Northern Pintail)
- वैज्ञानिक नाम: Anas acuta
- प्रवास स्थान: यूरोप और उत्तरी अमेरिका के दक्षिणी हिस्सों में
- आगमन का समय: सर्दियों के मौसम में
- पिनटेल डक अपने लंबी गर्दन और पतले शरीर के लिए जाना जाता है। यह बतख ज्यादातर भारत के उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों की झीलों और तालाबों में सर्दियों के दौरान देखी जाती है। भारत में पिनटेल डक हैदरपुर वेटलैंड, बिजनौर, कोलकाता, पश्चिम बंगाल, कवल टाइगर रिजर्व, तेलंगाना में देखें जाते हैं।
9. ग्रेट स्पॉटेड ईगल (Greater Spotted Eagle)
- वैज्ञानिक नाम: Clanga clanga
- प्रवास स्थान: रूस और यूरोप
- आगमन का समय: सर्दियों के मौसम में
- यह शिकारी पक्षी भारत के विभिन्न हिस्सों में, खासतौर पर उत्तर प्रदेश के केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान और ओडिशा के चिल्का झील में पाया जाता है। ग्रेट स्पॉटेड ईगल अपने शक्तिशाली पंखों और शानदार उड़ान के लिए प्रसिद्ध है।
10. रोसेट टर्न (Roseate Tern)
- वैज्ञानिक नाम: Sterna dougallii
- प्रवास स्थान: यूरोप, अफ्रीका और एशिया
- आगमन का समय: सर्दियों के मौसम में
- रोसेट टर्न भारत के पूर्वी तटों पर देखा जाता है, विशेष रूप से ओडिशा और आंध्र प्रदेश में। यह समुद्री पक्षी अपनी सुंदरता और आकर्षक उड़ान के लिए जाना जाता है।
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