World hindi Diwas 2025 Date, Theme, History, Significance in hindi: दुनिया भर में करोड़ों लोग अपनी बोलचाल की भाषा में हिंदी का उपयोग करते हैं। यह दुनिया भर में बोली जाने वाले तीसरी सबसे लोकप्रिय भाषाओं में से एक है। एक अनुमान के तौर पर, दुनिया भर में करीब 615 मिलियन लोग हिन्दी बोलते हैं। हिन्दी भारत और फ़िजी की आधिकारिक भाषा है। हिंदी भाषा की गरिमा का जश्न मनाने के लिए हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है।
विश्व हिंदी दिवस का उद्देश्य हिंदी भाषा को विश्व स्तर पर प्रोत्साहित करना और इसे वैश्विक भाषा के रूप में स्थापित करना है। हिंदी भाषा भारत की राष्ट्रभाषा होने के साथ-साथ सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है। विश्व हिंदी दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को हिंदी भाषा के महत्व और इसके अंतरराष्ट्रीय प्रसार के प्रति जागरूक करना है। यह दिवस भारतीय संस्कृति, साहित्य और भाषा की समृद्ध धरोहर को संरक्षित करने और उसे बढ़ावा देने का एक विशेष अवसर प्रदान करता है।
विश्व हिंदी दिवस कब मनाया जाता है?
विश्व हिंदी दिवस हर साल 10 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य हिंदी भाषा के महत्व को उजागर करना और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसारित करना है।
क्यों मनाया जाता है विश्व हिंदी दिवस?
गौरतलब हो कि विश्व हिंदी दिवस की शुरुआत 1975 में नागपुर में पहले विश्व हिंदी सम्मेलन से हुई थी। इसका उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किया था। तब से लेकर आज तक हर साल 10 जनवरी को इस दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन विभिन्न सांस्कृतिक और शैक्षणिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिनका उद्देश्य हिंदी के विकास और प्रसार को बढ़ावा देना है।
इस अवसर पर दुनिया भर के भारतीय दूतावास और संस्कृति केंद्रों में हिंदी भाषा से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसमें कवि सम्मेलन, हिंदी प्रतियोगिताएं, संगोष्ठियां और सांस्कृतिक प्रदर्शन होते हैं। यह दिन हमें हमारी भाषा की महानता का एहसास से अवगत कराता है और हमें गर्व से हिंदी के प्रति अपने प्रेम को और मजबूत करने का अवसर देता है।
विश्व हिंदी दिवस 2025 थीम
हर साल विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर एक विशेष थीम का निर्धारण किया जाता है और इसी थीम के विषय के अनुसार विश्व हिंदी दिवस कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष यानी विश्व हिंदी दिवस 2025 थीम का निर्धारण भी किया गया है। विश्व हिंदी दिवस 2025 थीम है- हिंदी: एकता और सांस्कृतिक गौरव की वैश्विक आवाज़।
विश्व हिंदी दिवस का इतिहास
विश्व हिंदी दिवस की शुरुआत 10 जनवरी 1975 को हुई थी। इसी दिन नागपुर में पहला विश्व हिंदी सम्मेलन आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन में हिंदी भाषा के विद्वानों और प्रेमियों ने भाग लिया था। इसके बाद यह दिवस हिंदी के विकास और प्रसार के लिए समर्पित हो गया। वर्ष 2006 में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाने की आधिकारिक घोषणा की। तब से यह दिवस हर साल पूरे विश्व में हिंदी के प्रेमियों द्वारा मनाया जाता है।
विश्व हिंदी दिवस का महत्व क्या है?
विश्व हिंदी दिवस का मुख्य उद्देश्य हिंदी भाषा को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रमोट करना और लोगों को इसके महत्व के प्रति जागरूक करना है। यह दिन हमें हमारी भाषा और संस्कृति से जुड़ने और उसे सहेजने का विशेष अवसत देता है। हिंदी न केवल भारत की राष्ट्रभाषा है, बल्कि दुनियाभर में करोड़ लोग इसे बोलते और समझते हैं।
इस दिन का महत्व केवल भाषा तक सीमित नहीं है। यह हमारे सांस्कृतिक धरोहर को भी उजागर करता है। यह दिवस हमें यह स्मरण कराता है कि भाषा केवल संवाद का माध्यम नहीं है, बल्कि यह एक समाज की आत्मा होती है, जो उसकी पहचान और संस्कृति को प्रदर्शित करती है।
विश्व हिंदी दिवस पर कार्यक्रम
विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर दुनियाभर के भारतीय दूतावास और संस्कृति केंद्रों में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें हिंदी भाषण प्रतियोगिताएं, निबंध प्रतियोगिताएं, कवि सम्मेलन, और सांस्कृतिक प्रदर्शन शामिल होते हैं। ये कार्यक्रम हिंदी भाषा और संस्कृति के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और लोगों को हिंदी के प्रति जागरूक बनाते हैं।