Haryana IIT Scholarship: भारत सरकार तथा कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग द्वारा 2019 में प्रदेश के 16 राजकीय आइटीआइ- औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में चलाए गए स्ट्राइव -स्ट्रेथिंग इनिशिएटिव एंड वोकेशनल इन्हांसमेंट- प्रोजेक्ट के तहत अब छात्राओं का आइटीआइ में चलाए जा रहे विभिन्न तरह के 26 इंजीनियरिंग कोर्सों के प्रति रूझान बढ़ाने को लेकर नई योजना शुरू की है। इस योजना के तहत अब रूट्राइव के तहत आने वाले राजकीय आइटीआइ में संबंधित इंजीनियरिंग कोर्स करने वाली छात्राओं को नि:शुल्क प्रशिक्षण के साथ-साथ 500 रुपये प्रति माह छात्रवृत्ति भी दी जाएगी। यह छात्रवृति 80 प्रतिशत उपस्थिति तथा सही प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली छात्राओं व महिलाओं को दी जाएगी। इसके लेकर कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के निदेशक राकेश गुप्ता ने इ-मेल के माध्यम से सूचना दी है। इसके अनुसार यह छात्रवृति 2020-21 तथा 2021-22 में चलाए जाने वाले एक वर्षीय तथा दो वर्षीय कोर्सों के लिए दी जाएगी।
हालांकि विभाग द्वारा इससे पूर्व भी प्रदेश के सभी राजकीय और प्राइवेट आइटीआइ में चलाए जा रहे इंजीनियरिंग व नान इंजीनियरिंग कोर्सों में महिलाओं के लिए विशेष आरक्षण निर्धारित किया हुआ है जिसके तहत छात्राएं या महिलाएं सभी कोर्सों में दाखिला ले सकती हैं। इसके अलावा विभाग द्वारा करीब चार दर्जन महिला आइटीआइ भी खोली गई हैं जिनमें केवल छात्राएं या महिलाएं ही दाखिला ले सकती हैं। राजकीय आइटीआइ में जहां छात्राओं को नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है तो वहीं उन्हें टूल किट के लिए प्रतिवर्ष 1000 रुपये की राशि भी दी जाती है तथा छात्राओं को पोस्ट मीट्रिक स्कोलरशिप के तहत छात्रवृति का लाभ भी दिया जाता रहा है। इसके बावजूद राजकीय आइटीआइ में अकसर महिलाओ की सीट खाली रह जाती हैं। अधिकतर छात्राओं का रुझान नान इंजीनियरिंग कोर्सों के प्रति होने के कारण इंजीनियरिंग कोर्सो की महिलाओ के लिए आरक्षित सीट खाली रहने पर विभाग को अंतिम दाखिले में यह सीट लड़कों को आबंटित करनी पड़ती थी।
ऐसे में अब छात्राओं का इंजीनियरिंग कोर्सों के प्रति रुझान बढ़ाने को लेकर विभाग नई स्कीम लेकर आया है। विभाग द्वारा 2019 से प्रदेश के 16 राजकीय आइटीआई में स्ट्राइव- स्ट्रेथिंग इनीसेटिव एंड वोकेशनल इन्हांसमंेट- प्रोजेक्ट चलाया है। इसके तहत भारत सरकार द्वारा सभी 16 आइटीआइ को 2.50 करोड़ की राशि संस्थान को विकसित करने के लिए ब्याजमुक्त दी गई है। इन आइटीआई मेंे कैथल जिले की राजकीय महिला आइटीआइ कैथल को शामिल किया गया है। इसके अलावा इसमें निसिंग, कुरुक्षेत्र, सदौरा, बापडोदा सहित 16 आइटीआइ शामिल हैं।
हालांकि अभी तक कोरोना के चलते प्रदेश के राजकीय व प्राइवेट आइटीआइ में दाखिला प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है लेकिन निदेशालय ने दाखिले की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। ऐसा अंदेशा लगाया जा रहा है कि सितंबर माह में जल्द ही दाखिला प्रक्रिया शुरू होगी।
एक वर्षीय कोर्स
1 मैकेनिक ऑटो इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स
2 मकैनिक टू एंड थ्री व्हीलर
3 सोलर टेक्नीशियन
4 वेल्डर- वेल्डिंग एंड इंस्पेक्शन
5 कारपेंटर
6 मैकेनिक ऑटो बॉडी पेंटिंग
7 मैकेनिकल डीजल इंजन
8 प्लास्टिक प्रोसेसिंग ऑपरेटर
9 पलंबर
10 शीट मेटल वर्कर
11 वेल्डर फैब्रिकेशन एंड फिटिंग
12 वेल्डर जीएमएडब्ल्यू
13 वेल्डर पाइप
ये होंगे दो वर्षीय कोर्स
1 इलेक्ट्रोप्लेटर।
2 लिफ्ट एंड एस्केलेटर मकैनिक
3 मकैनिक एग्रीकल्चर मशीनरी
4 मकैनिक मशीन टूल मेंटेनेंस
5 फीटर
6 मशीनिस्ट
7 मशीनिस्ट ग्राइंडर
8 मैकेनिक मोटर व्हीकल
9 मकैनिक आर ए सी
10 टूल एंड डाई मेकर
11 टूल एंड डाई मेकर प्रेस टूल जिग एंड फिक्सचर
12 टर्नर
13 ऑपरेटर एडवांस्ड मशीन टूल्स मेंटेनेंस
राजकीय आइटीआइ महिला कैथल के प्रधानाचार्य सतीश कुमार मच्छाल ने बताया कि निदेशालय के आदेशानुसार अब दर्शाए गए विभिन्न 26 इंजीनियरिंग कोर्सों में दाखिला लेने वाली छात्राओं को 500 रुपये प्रतिमाह छात्रवृत्ति दी जाएगी। विभाग का यह अच्छा कदम है। इससे इंजीनियरिंग कोर्सो में छात्राओं की रुचि बढ़ेगी जिससे छात्राएं रोजगार व स्वरोजगार आसानी से हासिल कर सकेंगी।