NTA Postponed 16 Exams Since 2018: सोमवार को संसद सत्र के दौरान शिक्षा के विभिन्न पहलुओं पर चर्चाओं का दौर चला। शिक्षा मंत्रालय ने अनुसार, वर्ष 2018 में स्थापना के बाद से राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) ने कम से कम 16 परीक्षाएं आयोजित की हैं। इन देरी के कारणों में कोविड-19 महामारी, प्रशासनिक चुनौतियां, रसद संबंधी मुद्दे और तकनीकी समस्याएँ शामिल हैं।
शिक्षा राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने लोकसभा में डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि के लिखित प्रश्न के उत्तर में यह जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि एनटीए ने अपनी स्थापना के बाद से 5.4 करोड़ से अधिक छात्रों को शामिल करते हुए 240 से अधिक परीक्षाएं आयोजित की हैं।
परीक्षाएं स्थगित होने के क्या रहे कारण?
महामारी के कारण चार प्रमुख परीक्षाएं स्थगित कर दी गईं। इनमें मुख्य रूप से जेईई मेन (2020), नीट यूजी (2020), जेईई मेन (2021) और नीट यूजी (2021)। इसके अतिरिक्त, सीएसआईआर यूजीसी नेट (2020), यूजीसी नेट (दिसंबर 2020), यूजीसी नेट (मई 2021) और आईसीएआर एआईईईए (2020) परीक्षाएं शामिल हैं। इन परीक्षाओं को कोविड-19 महामारी और लॉजिस्टिक चुनौतियों दोनों के कारण देरी का सामना करना पड़ा औऱ परीक्षाएं रद्द करनी पड़ी।
यूजी, पीजी-एमफिल और पीएचडी पाठ्यक्रमों के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (DUET) में भी देरी हुई, क्योंकि महामारी के कारण डीयू द्वारा पंजीकरण प्रक्रिया रोक दी गई थी। इसी तरह वर्ष 2021 में एआईएपीजीईटी और जेआईपीएमएटी को भी कोविड-19 के कारण स्थगित कर दिया गया था।
एआईसीटीई द्वारा परीक्षा पैटर्न में बदलाव के कारण कॉमन मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट (सीमैट)-2021 में देरी हुई। प्रशासनिक कारणों से 2022 में इग्नू पीएचडी प्रवेश परीक्षा स्थगित कर दी गई। जैव प्रौद्योगिकी के लिए क्षेत्रीय केंद्रों के साथ परामर्श के बाद 2023 में जीएटी-बी में देरी हुई।
वर्ष 2024 में नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (NCET) को तकनीकी समस्याओं के कारण स्थगित कर दिया गया था, जबकि सीएसआईआर नेट (CSIR-NET) को लॉजिस्टिक समस्याओं के कारण देरी का सामना करना पड़ा। ये स्थगन महामारी से परे एनटीए के सामने आने वाली विभिन्न चुनौतियों के कारण किये गये हैं।
एनटीए द्वारा किये गये सक्रिय उपाय
शिक्षा राज्य मंत्री मजूमदार ने कहा, "एनटीए ने उम्मीदवारों की सुविधा के लिए बहुत पहले ही प्रमुख परीक्षाओं के परीक्षा कैलेंडर की घोषणा शुरू कर दी है।" "परीक्षा कैलेंडर की योजना बफर दिनों को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है ताकि एनटीए के नियंत्रण से परे कारणों से पुनर्निर्धारित और स्थगित किए जाने की स्थिति को समायोजित किया जा सके।"
इस सक्रिय दृष्टिकोण का उद्देश्य उम्मीदवारों को पर्याप्त सूचना प्रदान करना और परीक्षा कार्यक्रम के बारे में अनिश्चितता को कम करना है। बफर दिनों की योजना बनाकर, एनटीए अप्रत्याशित परिस्थितियों को अधिक प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने की उम्मीद करता है। इन चुनौतियों के बावजूद एनटीए कई विषयों और कई दिनों में कई शिफ्टों में परीक्षा आयोजित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि छात्रों को बिना किसी व्यवधान के उच्च शिक्षा प्राप्त करने के अवसर मिलें।