Teachers Day 2023 Essay for Class 4: हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को उनके योगदानों के लिए सम्मान देते हुए उनकी जयंती को शिक्षक दिवस के रूप में चिन्हित किया गया है।
डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का शिक्षा और भारत के निर्माण में बहुत अहम योगदान रहा है। उन्हें भारत के महान शिक्षक के रूप में देखा जाता है। 1966 में जब डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के दोस्तों ने उनके जन्मदिन मनाने की बात कही थी तो उन्होंने इसे शिक्षक दिवस के रूप में मनाए जाने की अपनी इच्छा प्रकट की गई थी। तभी से पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
स्कूलों में शिक्षक दिवस एक अलग ही जोश से मनाया जाता है। इस दिन छात्र अपने पसंद के शिक्षकों की भूमिका अदा करते हैं और उन्हें उपहार देकर धन्यवाद करते हैं। शिक्षक दिवस पर दो चीजें बहुत प्रमुख होती है एक तो भाषण और दूसरा निबंध, आज हम आपके साथ कक्षा 4 के छात्रों के लिए कुछ निबंध सैंपल शेयर करेंगे, जिनका प्रयोग कर वह या तो शिक्षक दिवस या फिर मेरे प्रिय शिक्षक पर निबंध बना सकते हैं और आवश्यकता अनुसार दिए सैंपल में बदलाव कर सकते हैं।
शिक्षक दिवस पर 100 शब्द का निबंध
भारत में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाया जाता है। इसी दिन भारत के उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ल राधाकृष्णन की जयंती होती है। डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने भारत के निर्माण और शिक्षा में बहुत अहम योगदान दिया है। उनके इसी योगदान को सम्मानित करने के लिए और उन्हें श्रद्धांजली देने के लिए शिक्षक दिवस मनाया जाता है। डॉ राधाकृष्णन को बच्चों से बहुत प्रेम था और उन्हें पढ़ाना भी पसंद था। उनके छात्र उन्हें बहुत पसंद किया करते थे। वह भारत के सबसे अच्छे शिक्षक थे।
एक शिक्षक निस्वार्थ भावना से अपने छात्रों को शिक्षा प्रदान करता है। शिक्षक ही होते हैं जो अपने छात्रों को अपने से आगे बढ़ता हुए देख खुश होते हैं और बच्चों को सही रास्ता दिखाते हैं। हमारी सफलता के पीछे सबसे बड़ा योगदान हमारे शिक्षक का होता है। इसलिए हमें हमेशा अपने शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए और उनके दिखाए रास्ते पर चल एक आज्ञाकारी छात्र बनना चाहिए।
शिक्षक दिवस पर 150 शब्दों का निबंध
भारत के पहले उपराष्ट्रपति और पहले राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 में हुआ था। वे एक महान दार्शनिक, राजनीतिज्ञ और शिक्षक थे। उन्हें भारत की राजनीति के साथ-साथ भारत की शिक्षा में भी बहुत अहम योगदान दिया है। उन्हें राजनीतिक करियर के बाद एक शिक्षक के रूप में कार्य किया है। वे छात्रों के पसंदीदा शिक्षक थे। शिक्षक दिवस उन्हीं की जयंती का प्रतीक है। हम हर साल शिक्षक दिवस सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के दिन मनाते हैं।
इस दिन हम अपने पसंद के शिक्षक को उपहार देते हैं और हमें सही रास्ता दिखाने के लिए और अच्छी-अच्छी बातें सीखने के लिए धन्यवाद करते हैं। भारत में गुरु-शिष्य परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है, शिक्षक दिवस भी उसी परंपरा को दर्शाता है। शिक्षक या गुरु का काम हमें अंधकार के निकाल कर प्रकाश की ओर ले जाना होता है। हर छात्र के जीवन में गुरु/शिक्षक का का स्थान सबसे महत्वपूर्ण स्थान होता है। वे शिक्षक ही तो होते हैं जो हमारे जीवन को सार्थक बनाने में मदद करते हैं। हमें सही रास्ता दिखाते हैं और आगे के जीवन में आने वाली कठिनाई से लड़ना सिखाते है। जहां भारत अपना शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाता है वहीं पूरा विश्व अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाता है और निस्वार्थ होकर शिक्षा प्रदान करने वाले शिक्षकों का सम्मान करता है।
मेरे प्रिय शिक्षक पर निबंध
1. मेरे स्कूल में बहुत से शिक्षक है लेकिन मेरे प्रिय शिक का नाम ________ है।
2. वह हमें अंग्रेजी, हिंदी, गणित और ड्राइंग सिखाती हैं।
3. मुझे उनसे पढ़ना अच्छा लगता है। उनके द्वारा पढ़ाए जाने वाले विषय मेरे पसंदीदा विषय है।
4. वह पढ़ाई के समय बहुत सख्त होती हैं, लेकिन स्वभाव से बहुत अच्छी हैं और हमारी बहुत देखभाल करती हैं।
5. वो मेरी पसंदीदा शिक्षक हैं क्योंकि वह हमें अच्छी-अच्छी चीजें आसानी से सीखा देती हैं।
6. पढ़ाई के साथ-साथ वह चुटकुला सुना कर हमें बहुत हंसाती है।
7. समय-समय पर कक्षा में नए-नए खेल खिलाती हैं।
8. वो हमें रोज एक नई कहानी सुनाती हैं और उस कहानी से मिलने वाली सीख के बारे में बताती हैं।
9. वह हमें बड़े होकर एक सफल इंसान के साथ एक अच्छा इंसान बनने का रास्ता दिखाती हैं।
10. वह एक अच्छी शिक्षक है और मुझे उनकी क्लास में पढ़ना बहुत पसंद है।