सोमवार को आए यूपीएसई परीक्षा 2021 के रिजल्ट में दिल्ली की श्रुती शर्मा सहीत अंकिता अग्रवाल और गामिनी सिंगला ने टॉप किया है। 2014 की तरहा पूरे 7 साल बाद एक बार फिर सिवल सर्विसेज की इस परीक्षा में भी लड़कियों नें शीर्ष तीन स्थान प्राप्त किए है। दिल्ली की श्रुती शर्मा नें लिस्ट में प्रथम स्थान, पश्चिम बंगाल की अंकिता अग्रवाल ने दूसरा स्थान और पंजाब की गामिनी सिंगला ने तीसरा स्थान हासिल किया है। 2014 में इसी तरहा इरा सिंघल, रेणु राज और निधि गुप्ता शीर्ष तीन में रही थी। खैर उस समय टॉप के चारों स्थानों पर बाजी लड़कियों नें मारी थी। जहां वंदना राव ने चौथे स्थान प्राप्त किया था।
यूपीएससी टॉपर 2021
इस साल की टॉपर श्रुती शर्मा नें अपनी शुरुआती पढ़ाई दिल्ली के सरदार पटेल विद्यालय से की और सेंट स्टीफन कॉलेज से इतिहास में स्नातक की डीग्री प्राप्त कर उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए जेएनयू में दाखिला लिया। श्रुती शर्मा नें सिविल सर्विसेज कि परिक्षा की तैयारी जामिया मिलिया इस्लामिया के मुफ्त आवासीय कोचिंग अकादमी (RCA) से ली।
हाल ही में दिए अपने एक इंटरव्यू में टॉपर श्रुती शर्मा नें बताया कि- उन्होंने सिर्फ अपने बनाए हुए नोट्स पर ही ध्यान दिया और इसके साथ ही परीक्षा के लिए उत्तर लेखन पर अधिक जोर दिया। साथ ही उन्होंने बताया कि वह किस प्रकार परीक्षा में अपने प्रर्दशन से खुश थी लेकिन मेरिट लिस्ट में टॉप करना उनके लिए आश्चर्य की बात थी।
आगे और बताते हुए श्रुती कहतीं है कि- मेरे पिता ने RCA के बारे मे सुना और मुझे उसकी प्रवेश परीक्षा (2019) में बैठने के लिए कहा, उस दौरान मै जेएनयू से मास्टर्स कर रही थी। तभी से मेरी यूपीएससी की तैयारी शुरु हो गई। जामिया में मुझे कई अच्छे दोस्त मिले जिन्होंने मेरी काफी मदद की और जामिया का वातावरण जहां मुझे आगे बढ़ने को मिला।
श्रुती के परिवार की बात करें तो श्रुती के पिता सुनील दत्त शर्मा एक वास्तुकार (architect) हैं , जो दिल्ली में कंस्ट्रक्शन कंसलटेंसी चलाते हैं और उनकी मां एक शिक्षक थी। श्रुती के परिवार की जड़े उत्तर प्रदेश से जुड़ी है। उनके पिता बिजनौर और मां बुंदेलखंड से है। यही कारण है कि श्रुती की पहली तहजीह बिजनौर है क्योकी उनका जन्म वहीं हुआ है जिस वजहा से वह बिजनौर में काम करना चाहती है। श्रुती मुख्य तौर पर शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण पर काम करना चाहती हैं।
यूपीएससी टॉपर अंकिता अग्रवाल
अंकिता अग्रवाल नें भी अपनी सेंट स्टीफन कॉलेज से पढ़ाई की है। उन्होंने कॉलेज अर्थशास्त्र की पढ़ाई की है। फिलहाल वह फरीदाबाद में इंडियन रेवेन्यू सर्विस की ट्रेनिंग ले रही हैं। अंकिता नें अपने तीसरें प्रयास में IAS के क्वाीफाई किया है। अंकिता अग्रवाल का जन्म और पालन-पोषण कोलकता में हुआ है। उनके माता-पिता का कोलकता में अपना खुद का व्यापार है। यही कारण है कि वह पश्चिम बंगाल कैडर में शामील होना चाहती हैं और वहां रह कर काम करना चाहती हैं। वह देश की महिलाओं और वंचित बच्चों के लिए काम करना चाहती हैं। वह कहती है कि एक सिविल सेवक होने के नाते उन्हें सही अवसर और संसाधन मिलेंगे जिससे वह समाज में बदलाव लाने में समर्थ होंगी।
यूपीएससी टॉपर गामिनी सिंगला
गामिनी सिंगला ने यूपीएससी परीक्षा में तीसरा स्थान अपने नाम किया है। गामिनी सिंगला ने चंडीगढ़ के पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया और समाजशास्त्र को अपने वैकल्पिक विषय के रूप में चुना। बीटेक की पढा़ाई के बाद से उनके पास कई निजी कम्पनियों से नौकरी के प्रस्ताव थे लेकिन उन्होंने सभी को ठुकराते हुए सिविल सर्विसेज की तैयारी करते रहने का फैसला लिया। वह बताती है की अपने पहले प्रयास में वह प्रेलिम्स पास नहीं कर पाई थी लेकिन लोगों के लिए काम करने की उनकी चाहत ने उन्हें रूकने नहीं दिया। गामिनी सिंगला के माता-पिता दोनों ही डॉक्टर है और हिमाचल सरकार में चिकित्सा अधिकारी है। मेरे माता-पिता ने मेरी बहुत मदद की है खास तौर पर मेरे पिता ने। वह हर रोज सुबहा मेरे साथ किताबे और अखबार पढ़ते था ताकि महत्वपूर्ण विषयों की तैयारी में मेरी मदद हो सके।
गामिनी सिंगला बताती है कि वह लगभग तीन साल से हर रोज दिन में 9 से 10 घंटे पढ़ा करती थी। वह अपने परिवार और दोस्तों से पूरी तरह अलग रहती थी किसी बी प्रकार की कार्यक्रमों में नहीं जाती थी क्योकिं उनका मुख्य फोकस यूपीएससी पास करती था। वह बताती है की उन्होंने किसी भी प्रकार की कोचिंग नहीं ली थी। हां उन्होंने मॉक टेस्ट जरूर दिए थे। इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया को पुरी तरह से बंद कर दिया था और व्हाट्सअप पर वह कितना समय बिता रही हैं उसके टाइम को भी मॉनिटर करना शुरु कर दिया था। सिविल सेवक के तौर पर उन्होंने बताया की वह तीन मुद्दों पर खास ध्यान देंगी जो है- महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य और शिक्षा। उनका मानना है कि तीनों पर काम करना गेमचेंजर साबीत होगा।