कक्षा 10वीं सीबीएसई के का सिलेबर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी कर दिए गए हैं। छात्र आसानी से सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट से जाकर अपने विषय के अनुसार अपना सिलेबस डाउनलोड कर सकते हैं। छात्रों को जारी सिलेबस से पढ़ाई करने में सहायता मिलेगी। सिलबेस जारी करने से पहले सीबीएसई ने छात्रों के लिए सैंपल पेपर जारी किए थे। छात्र सीबीएसई सैंपल पेपर और जारी सिलेबस के माध्यम से 2023 में होने वाली बोर्ड परीक्षा के लिए बेहतर ढंग से तयारी कर सकेंगे और परीक्षा में अच्छा स्कोर कर पाएंगे।
इसके अनुसार ही वह सीनियर सेकेंडरी कक्षाओं में अपनी पसंद के विषय का चुनाव कर अपने करियर की ओर पहला कदम ले सकें। बोर्ड परीक्षा की तयारी कर रहे छात्रों को बता दें की सीबीएसई द्वारा परीक्षा के आयोजन की टेंटेटिव जारी कर दी गई है। ये तिथि केवल परीक्षा के शुरुआत होने की है। परीक्षा का आयोजन 15 फरवरी 2023 से उस समय के हालतों को देखते हुए किया जाएगा। विषय के आधर पर परीक्षा की तिथि सीबीएसई बोर्ड 2022 के अंतिम महीने यानि दिसंबर में जारी करेगा।
सीबीएसई कक्षा 10वीं के जो छात्र सोशल साइंस विषय के लिए तयारी कर रहे हैं वह अपने सिलेबस करियर इंडिया के इस लेख के माध्यम से भी आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं। सोशल साइंस का सिलेबस छात्रों के लिए लेख के अंत में दिया गया है। इसके अलावा अन्य विषयों का सिलेबस डाउनलोड करने के असान चरण नीचे दिए दिए गए हैं जिसके माध्यम से छात्र अपना सिलेबस अपने विषयों के अनुसार आसानी से भी डाउनलोड कर सकते हैं। आपको बता दें कि सीबीएसई द्वारा जारी सिलेबस पीडीएफ फॉर्मेट में जारी किए गए हैं।
कक्षा 10वीं सोशल साइंस की परीक्षा कब है?
सीबीएसई द्वारा कक्षा 10वीं बोर्ड परीक्षा 2023 की जारी डेटशीट के अनुसार कक्षा 10वीं समाजिक विज्ञान जिसे सोशल साइंस भी कहा जाता है, कि परीक्षा का आयोजन 15 मार्च को किया जाएगा। परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों एनसीईआरटी की पुस्तकों में दिए गए चैप्टरों का ध्यान से अध्ययन करें और दी गई सारी अवधारणाओं को समझने का प्रयत्न करें। साथ ही साथ चैप्टर के अंत में दिए गए प्रश्नों को हल करने का प्रयत्न करें।
सोशल साइंस का विषय पूरी तरह से इतिहास, राजनीति, अर्थशास्त्र, नागरिक शास्त्र और भूगोल पर आधारित होता है। इसकी तैयारी करने वाले ज्यादातर छात्रों को सोशल साइंस विषय कठिन लगता है, लेकिन यदि आप सिलेबस में दिए गए चैप्टरों को ध्यानपूर्वक पढ़ें तो परीक्षा में इसका फायदा होगो और आप अच्छा स्कोर प्राप्त कर पाएंगे।
सिलेबस में शामिल सारे विषय समान वेटज के है इसका अर्थ ये है कि छात्रों को सभी विषयों को पढ़ना आवश्यक है। वह किसी एक विषय को महत्व नहीं दे सकते हैं। उम्मीदवार परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए सोशल साइंस के सैंपल पेपर का सहारा भी ले सकते हैं।
सीबीएसई कक्षा 10वीं सोशल साइंस सिलेबस कोर्स स्ट्रक्चर
संख्या | इकाई | अवधि की संख्या | अंक |
1 | भारत और समकालीन- II | 60 | 20 |
2 | समकालीन भारत-II | 55 | 20 |
3 | लोकतांत्रिक राजनीति -II | 50 | 20 |
4 | आर्थिक विकास को समझना | 50 | 20 |
कुल | 215 | 80 |
पाठ्यक्रम सामग्री
विषय | लर्निंग ऑब्जेक्ट |
खंड 1: घटनाएँ और प्रक्रियाएं: 1. यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय: · फ्रांसीसी क्रांति और विचार · द नेशन द मेकिंग ऑफ नेशनलिज्म इन यूरोप · क्रांति का युग: 1830-1848 · द मेकिंग ऑफ जर्मनी एंड इटली · राष्ट्र की कल्पना करना · राष्ट्रवाद और साम्राज्यवाद | · शिक्षार्थियों को पहचानने में सक्षम करें और · 1830 के बाद की अवधि में यूरोप में राष्ट्र राज्यों के गठन के साथ-साथ राष्ट्रवाद के विकास के स्वरूपों को समझें। संबंध स्थापित करें और · यूरोपीय राष्ट्रवाद और उपनिवेशवाद विरोधी राष्ट्रवादों के बीच अंतर को उजागर करें। के विचार को समझने का तरीका राष्ट्रवाद का उदय हुआ और यूरोप और अन्य जगहों पर राष्ट्र राज्यों का निर्माण हुआ। |
2. भारत में राष्ट्रवाद: · प्रथम विश्व युद्ध, खिलाफत और असहयोग · आंदोलन के भीतर भिन्न किस्में · सविनय अवज्ञा की ओर · सामूहिक जुड़ाव की भावना · की विशेषताओं को पहचानें | · असहयोग और सविनय अवज्ञा आंदोलन के केस स्टडी के माध्यम से भारतीय राष्ट्रवाद। विविध की प्रकृति का विश्लेषण करें · उस समय के सामाजिक आंदोलन। लेखन से परिचित हों और · विभिन्न राजनीतिक समूहों और व्यक्तियों के आदर्श। · अखिल भारतीय अपनेपन को बढ़ावा देने वाले विचारों की सराहना करें। |
धारा 2: आजीविका, अर्थव्यवस्था और समाज: 3. एक वैश्विक दुनिया का निर्माण: · पूर्व-आधुनिक दुनिया · उन्नीसवीं सदी (1815-1914) · अंतर युद्ध अर्थव्यवस्था · विश्व अर्थव्यवस्था का पुनर्निर्माण: युद्ध के बाद का युग | · वैश्वीकरण · इतिहास और प्रक्रिया के भीतर बदलाव की ओर इशारा करते हैं। के निहितार्थ का विश्लेषण करें · स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं के लिए वैश्वीकरण। चर्चा करें कि विभिन्न सामाजिक समूहों द्वारा वैश्वीकरण का अलग-अलग अनुभव कैसे किया जाता है। |
4. औद्योगीकरण का युग: · औद्योगिक क्रांति से पहले · हाथ श्रम और भाप शक्ति · उपनिवेशों में औद्योगीकरण · फैक्ट्रियां आएं · औद्योगिक विकास की विशेषताएं · माल के लिए बाजार | · प्रो-टू-इंडस्ट्रियल फेज और अर्ली-फैक्ट्री सिस्टम से परिचित हों। · औद्योगीकरण की प्रक्रिया और श्रमिक वर्ग पर इसके प्रभाव से परिचित हों। · उन्हें कपड़ा उद्योगों के संदर्भ में उपनिवेशों में औद्योगीकरण को समझने में सक्षम बनाना। |
धारा 3: दैनिक जीवन, संस्कृति और राजनीति 5. प्रिंट संस्कृति और आधुनिक दुनिया: · पहली मुद्रित पुस्तकें · प्रिंट यूरोप में आता है · प्रिंट क्रांति और उसका प्रभाव · पढ़ना उन्माद · उन्नीसवीं सदी · भारत और प्रिंट की दुनिया · धार्मिक सुधार और सार्वजनिक बहस · प्रकाशन के नए रूप | · प्रिंट और सेंसरशिप · · प्रिंट संस्कृति और विचारों के प्रसार के बीच की कड़ी को पहचानें। · अतीत में महत्वपूर्ण घटनाओं और मुद्दों पर चित्रों, कार्टूनों, प्रचार साहित्य के उद्धरणों और समाचार पत्रों की बहस से परिचित हों। · समझें कि लेखन के रूपों का एक विशिष्ट इतिहास होता है, और यह कि वे समाज के भीतर ऐतिहासिक परिवर्तनों को दर्शाते हैं और परिवर्तन की ताकतों को आकार देते हैं। |
यूनिट 2: समकालीन भारत - II 55 | |
विषय | लर्निंग ऑब्जेक्ट |
1. संसाधन और विकास: · संकल्पना · संसाधनों का विकास · संसाधन योजना - संसाधन · भारत में योजना, संसाधनों का संरक्षण भूमि संसाधन · भूमि उपयोग · भारत में भूमि उपयोग पैटर्न · भूमि क्षरण और संरक्षण के उपाय · एक संसाधन के रूप में मिट्टी - मिट्टी का वर्गीकरण, मृदा अपरदन और मृदा संरक्षण (भारत के पर्यावरण की स्थिति पर बॉक्स सूचना को छोड़कर) | · संसाधनों के मूल्य और उनके विवेकपूर्ण उपयोग और संरक्षण की आवश्यकता को समझें। |
2. वन और वन्यजीव · में वन और वन्य जीवन का संरक्षण · भारत वनों के प्रकार और वितरण और · वन्यजीव संसाधन समुदाय और संरक्षण | · वनों और वन्य जीवन के महत्व को समझें। · वन और वन्यजीव संरक्षण और प्रबंधन वर्तमान और भविष्य दोनों में अर्थव्यवस्था और पर्यावरण से कैसे संबंधित हैं, इसकी क्षमता और ज्ञान को समझें। |
3. जल संसाधन: · जल की कमी और जल संरक्षण और प्रबंधन की आवश्यकता · बहुउद्देश्यीय नदी परियोजनाएं और एकीकृत जल संसाधन प्रबंधन | · वर्षा जल संग्रहण · एक संसाधन के रूप में पानी के महत्व को समझें और साथ ही इसके विवेकपूर्ण उपयोग और संरक्षण के प्रति जागरूकता विकसित करें। |
4. कृषि: · खेती के प्रकार - आदिम निर्वाह, गहन निर्वाह, वाणिज्यिक · फसल पैटर्न - प्रमुख फसलें, अनाज के अलावा अन्य खाद्य फसलें, गैर खाद्य फसलें, तकनीकी और संस्थागत सुधार · खाद्य सुरक्षा (कृषि पर वैश्वीकरण के प्रभाव को छोड़कर) | · राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में कृषि के महत्व की व्याख्या करें। विभिन्न प्रकार की खेती की पहचान करें और विभिन्न कृषि विधियों पर चर्चा करें; प्रमुख फसलों के स्थानिक वितरण का वर्णन करने के साथ-साथ वर्षा व्यवस्था और फसल पैटर्न के बीच संबंधों को समझ सकेंगे। स्वतंत्रता के बाद से संस्थागत और तकनीकी सुधारों के लिए विभिन्न सरकारी नीतियों की व्याख्या करें। |
5. खनिज और ऊर्जा संसाधन · एक खनिज क्या है? · खनिजों की उपस्थिति का तरीका - ये खनिज कहाँ पाए जाते हैं? लौह खनिज, अलौह खनिज, गैर धातु खनिज, रॉक खनिज · खनिजों का संरक्षण · ऊर्जा संसाधन - ऊर्जा के पारंपरिक स्रोत, ऊर्जा के गैर-पारंपरिक स्रोत | · ऊर्जा संसाधनों का संरक्षण · विभिन्न प्रकार के खनिजों और ऊर्जा संसाधनों और उनकी उपलब्धता के स्थानों की पहचान करें। · उनके विवेकपूर्ण उपयोग की आवश्यकता महसूस करें। |
6. विनिर्माण उद्योग: · विनिर्माण का महत्व - औद्योगिक स्थान (उद्योग बाजार लिंकेज को छोड़कर), कृषि आधारित उद्योग (सूती वस्त्र, जूट कपड़ा, चीनी उद्योग को छोड़कर), खनिज आधारित उद्योग (लौह इस्पात उद्योग, सीमेंट उद्योग को छोड़कर), औद्योगिक प्रदूषण और पर्यावरण क्षरण, नियंत्रण पर्यावरणीय दुर्दशा | · राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में उद्योगों के महत्व को उजागर करें और साथ ही उन क्षेत्रीय विषमताओं को भी समझें जो कुछ क्षेत्रों में उद्योगों के संकेन्द्रण के कारण उत्पन्न हुई हैं। · एक नियोजित औद्योगिक विकास की आवश्यकता पर चर्चा करें और सतत विकास की दिशा में सरकार की भूमिका पर बहस करें। |
7. राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ: · रोडवेज · रेलवे · पाइपलाइन · जलमार्ग · प्रमुख बंदरगाह · वायुमार्ग · संचार · अंतर्राष्ट्रीय व्यापार · एक व्यापार के रूप में पर्यटन | · लगातार सिकुड़ते विश्व में परिवहन और संचार के महत्व को स्पष्ट करें। · किसी देश के आर्थिक विकास में व्यापार और पर्यटन की भूमिका को समझना। |
यूनिट 3: लोकतांत्रिक राजनीति - II (50 अवधि) | |
विषय | लर्निंग ऑब्जेक्ट |
1. पावर शेयरिंग: · बेल्जियम और श्रीलंका · श्रीलंका में बहुसंख्यकवाद · बेल्जियम में आवास · सत्ता का बंटवारा क्यों वांछनीय है? · पावर शेयरिंग के रूप | · केंद्रीयता से परिचित हों · लोकतंत्र में सत्ता का बंटवारा। स्थानिक और सामाजिक शक्ति साझाकरण तंत्र की कार्यप्रणाली को समझें |
2. संघवाद: संघवाद क्या है? भारत को एक संघीय देश क्या बनाता है? संघवाद का अभ्यास कैसे किया जाता है? भारत में विकेंद्रीकरण | · संघीय प्रावधानों और संस्थानों का विश्लेषण करें। · ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में विकेंद्रीकरण की व्याख्या करें। |
4. लिंग, धर्म और जाति: · लिंग और राजनीति - सार्वजनिक/निजी प्रभाग, महिलाओं का राजनीतिक प्रतिनिधित्व · धर्म, सांप्रदायिकता और राजनीति - सांप्रदायिकता, धर्मनिरपेक्ष राज्य (एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तक के पृष्ठ 46, 48, 49 पर छवि को छोड़कर - लोकतांत्रिक राजनीति -II - पुनर्मुद्रित संस्करण 2021) | · जाति और राजनीति - जाति असमानता, राजनीति में जाति, जाति में राजनीति · भारतीय लोकतंत्र के लिए सांप्रदायिकता से उत्पन्न चुनौतियों की पहचान और विश्लेषण करें। · राजनीति में जाति और जातीयता के सक्षम और अक्षम करने वाले प्रभावों को पहचानें। · राजनीति पर एक जेंडर परिप्रेक्ष्य विकसित करें। |
6. राजनीतिक दल: · हमें राजनीतिक दलों की आवश्यकता क्यों है? -अर्थ, कार्य, आवश्यकता · हमारे पास कितनी पार्टियां होनी चाहिए? · राष्ट्रीय दल · राज्य के दल · राजनीतिक दलों के लिए चुनौतियां · पार्टियों को कैसे सुधारा जा सकता है? | · लोकतंत्र में दलीय व्यवस्था का विश्लेषण करें। · प्रमुख राजनीतिक दलों का परिचय, उनके सामने आने वाली चुनौतियाँ और देश में सुधार। |
7. लोकतंत्र के परिणाम: · हम लोकतंत्र के परिणामों का आकलन कैसे करते हैं? · जवाबदेह, उत्तरदायी और वैध सरकार · आर्थिक विकास और विकास · असमानता और गरीबी में कमी · सामाजिक विविधता का आवास · नागरिकों की गरिमा और स्वतंत्रता | · सरकारों के वैकल्पिक रूपों की तुलना में लोकतंत्रों के कामकाज का मूल्यांकन करना। · भारत में लोकतंत्र की निरंतरता के कारणों को समझें। · भारतीय लोकतंत्र की ताकत और कमजोरियों के स्रोतों के बीच अंतर करें। |
यूनिट 4: आर्थिक विकास को समझना (50 अवधि) | |
विषय | लर्निंग ऑब्जेक्ट |
1. विकास: · विकास क्या वादा करता है - अलग-अलग लोग, अलग-अलग लक्ष्य · आय और अन्य लक्ष्य · राष्ट्रीय विकास · विभिन्न देशों या राज्यों की तुलना कैसे करें?· आय और अन्य मानदंड · सार्वजनिक सुविधाएं · विकास की स्थिरता | · मैक्रोइकॉनॉमिक्स की अवधारणाओं का परिचय · हमारे देश में समग्र मानव विकास के औचित्य को समझें, जिसमें आय में वृद्धि, आय के बजाय स्वास्थ्य और शिक्षा में सुधार शामिल है। · जीवन की गुणवत्ता और सतत विकास के महत्व को समझें। |
2. भारतीय अर्थव्यवस्था के क्षेत्र: · आर्थिक गतिविधियों के क्षेत्र · तीन क्षेत्रों की तुलना · भारत में प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक क्षेत्र · संगठित और असंगठित क्षेत्रों का विभाजन · स्वामित्व के मामले में क्षेत्र: सार्वजनिक और निजी क्षेत्र | · रोजगार पैदा करने वाले प्रमुख क्षेत्रों की पहचान करें। · अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में सरकारी निवेश का कारण बताएं। |
3. पैसा और क्रेडिट: मुद्रा विनिमय के माध्यम के रूप में · पैसे के आधुनिक रूप · बैंकों की ऋण गतिविधियाँ · दो अलग-अलग क्रेडिट स्थितियां · ऋण की शर्तें · भारत में औपचारिक क्षेत्र ऋण · गरीबों के लिए स्वयं सहायता समूह | · पैसे को एक आर्थिक अवधारणा के रूप में समझें। · दैनिक जीवन की दृष्टि से वित्तीय संस्थाओं की भूमिका को समझना। |
4. वैश्वीकरण और भारतीय अर्थव्यवस्था: सभी देशों में उत्पादन वैश्वीकरण | · वैश्विक आर्थिक परिघटना की कार्यप्रणाली की व्याख्या करें। |
5. उपभोक्ता अधिकार: · केवल परियोजना कार्य के लिए उपयोग किया जाना | · एक उपभोक्ता के रूप में अधिकारों और कर्तव्यों से परिचित हो जाता है; और बाजारों में शोषण से बचाने के लिए उपलब्ध कानूनी उपाय। |
कैसे करें सीबीएसई कक्षा 10वीं के सिलेबस डाउनलोड
1. सीबीएसई कक्षा 10वीं के सिलेबस डाउनलोड करने के लिए छात्रों को सीबीएसई बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट cbseacademic.nic.in पर जाना होगा।
2. आधिकारिक वेबसाइट पर छात्रों के लिए सीबीएसई करिकुलम 2022-23 का एक लिंक दिया गया है। छात्रों को दिए गए उस लिंक पर क्लिक करना है। (सीबीएसई कक्षा 10वीं सिलेबस डाउनलोड करने का डायरेक्ट लिंक)
3. लिंक पर क्लिक करने के बाद छात्रों के सामने एक नया पेज खुलेगा। नए खुले इस पेज पर छात्रों सेकेंडरी कक्षाओं यानि कक्षा 9वीं और 10वीं का लिंक दिखेगा और सीनियर सेकेंडरी यानि कक्षा 11वीं और 12वीं का लिंक दिखेगा।
4. कक्षा 10वीं के छात्रों को सेकेंडरी कक्षा के लिंक पर क्लिक करना है और वहां से अपने विषयों के आधर पर अपना सिलबेस डाउनलोड करना है।
छात्र सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट के अलावा करियर इंडिया हिंदी पेज के लेखों के माध्यम से भी डायरेक्ट अपना सिलेबस डाउनलोड कर सकते हैं।
सीबीएसई कक्षा 10वीं सोशल साइंस का सिलेबस 2022-23 डाउनलोड करें-