Top Five Education Loan In India प्रतिस्पर्धा के इस दौर में शिक्षा का महत्व जितना बढ़ा है, उतनी ही शिक्षा की फीस भी बढ़ गई है। ऐसे में कई घटनाएं ऐसी देखने को मिलती है, जहां पढ़ाई का खर्च भरने के लिए स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स अपनी संपत्ति तक गिरवी रख देते हैं या फिर छात्र पढ़ाई का सपना बीच में छोड़ देते हैं। हालांकि पिछले कुछ सालों में स्थिति मे सुधार आया है, लेकिन आज भी लगभग कई परिवार अपने बच्चों की शिक्षा का खर्च उठाने के लिए अपनी संपत्ति बेच देते हैं या उन्हें कॉलेज की पढ़ाई छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ता है। इसमें कोई शक नहीं है कि बैंक पिछले काफी समय से एजुकेशन लोन की सुविधा स्टूडेंट्स को देते आए हैं। लेकिन लोन डीफॉल्ट्स के कारण बैंक्स ने 2018 के बाद से एजुकेशन ऋण को कम किया है। वहीं शिक्षा की बढ़ती लागत और औपचारिक क्रेडिट की सीमित एक्सेस ने एजुकेशन फाइनेंस की जरूरत को बढ़ाया है। जिसकी मदद से छात्र आसानी से सस्ते एजुकेशन लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। ऐसे में हम आपको टॉप 5 एजुकेशन लोन सर्विस के बारे में बताएंगे, जिसकी मदद से आप आसानी से एजुकेशन लोन ले सकते हैं।
एड्यू फाइनेंस लोन
यूनाइटस वेंचर्स के अनुसार एड्यू-लोन्स मार्केट के 10 बिलियन डॉलर्स के पार पहुंच गई है। वर्तमान में संगठित ऋणदाता सर्विसेज का केवल 5 फीसदी ही उपलब्ध करवा रहे हैं। इसी गैप को देखते हुए पिछले कुछ वर्षों में स्टार्टअप्स, डिजिटल लेंडर्स और एनबीएफसीज की एक ऐसी खेप सामने आई है जो बहुत कम या जीरो इंटरेस्ट रेट्स पर फ्लेक्सिबल लोन्स, एडमिशन व कॅरिअर काउंसलिंग सपोर्ट और स्टडी नाउ, पे लेटर जैसी सर्विसेज दे रही है।
एड्यूवैंज लोन
2016 में आईआईटी एम के वरुण चोपड़ा और आईआईएम ए के राहील शाह ने इसकी नींव रखी। मुम्बई आधारित यह स्टार्टअप अपने स्टडी नाउ, पे लेटर प्रोग्राम के तहत स्कूल, यूजी/पीजी, की तैयारी करने या अपस्किल करने वाले लर्नर्स के लिए जीरो इंटरेस्ट पर लोन मुहैया करवाते हैं। लर्नर्स की फ्यूचर एम्प्लॉएबिलिटी के आधार पर लोन तय किया जाता है जिसका आकलन एआई बेस्ड एल्गोरिद्म्स और प्रिडिक्टिव एनालिसिस के आधार पर होता है।
ज्ञानधन लोन
आईआईटी एल्युमनाई अंकित मेहरा और जैनेश सिन्हा ने 2016 में ज्ञानधन की शुरुआत विदेश में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए एक एजुकेशनल फाइनेंस मार्केटप्लेस के तौर पर की थी। 2019 में इस स्टार्टअप ने अपने पोर्टफोलियों में विस्तार करते हुए स्किल बिल्डिंग कोर्सेज के लिए भी लोन्स को शामिल किया है। इसके जरिए वे इस वर्ष 45,000 स्किल बिल्डिंग लोन्स उपलब्ध करवाने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।
लीप फाइनेंस लोन
आईआईटी खड़गपुर से पास आउट वैभव सिंह और अर्णव कुमार लीप फाइनेंस के फाउंडर्स हैं। यह स्टार्टअप भारतीय स्टूडेंट्स को ग्लोबल कॅरिअर बनाने में मदद करता है। इसका क्रेडिट अंडरराइटिंग इंजन लोन एप्लीकेंट की फ्यूचर इनकम पोटेंशियल को मापने के लिए कई ऑल्टरनेटिव और डिराइव्ड डेटा पॉइंट्स को आधार बनाता है। सैन फ्रांसिस्को और बेंगलुरु बेस्ड यह स्टार्टअप ऐसे स्टूडेंट्स को टार्गेट कर रहा है जो यूएस से पोस्ट ग्रेजुएशन करना चाहते हैं।
प्रोपेल्ड लोन
पूर्व बैंकर्स और कंसल्टेंट्स रहे बिभु प्रसाद दास, विक्टर सेनापति और बृजेश सामंतारे का यह स्टार्टअप फ्लेक्सिबल एजुकेशन फाइनेंस प्रॉडक्ट्स ऑफर करता है जिसमें 24 महीनों की इंस्टॉलमेंट्स में फीस का पेमेंट करना, कोर्स फीस का 80% तक का लोन जैसी कई सुविधाएं शामिल हैं।