अगर आपने किसी नई जॉब को ज्वाइन किया है तो आपको शुरूआती महीनों में कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। दरअसल अनजाने में ही सही लेकिन फिर भी नए कार्यस्थल पर अधिकतर लोग कुछ गलतियां कर बैठते है जिसके परिणाम उन्हें बाद में भुगतने पड़ते है। नए एम्लॉयी पर सबकी नजर रहती है ऐसे में सहकर्मी से लेकर आपके सिनियर तक चाहते है कि आप अपने आप को साबित करके दिखाएं। अगर आप भी चाहते है कि नए कार्यस्थल पर आपसे कोई गलती ना हो तो आपको इन कुछ काम को करने से बचना चाहिए।
तो आइये जानते है उन गलतियों के बारे में जिन्हें नए कार्यस्थल पर करने से बचना चाहिए-
1.फायदा नही उठाएं-
जब आप किसी नई जगह पर ज्वाइन करते है तो शुरूआती कुछ महीनों में आप पर सबकी नजरें होती है ऐसे में आप उस जॉब के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन और समर्पण जरूर दिखाए। आप कभी भी फ्लेक्सिबल समय का फायदा उठाने की कोशिश नही करें। अगर आप ऐसा करते है तो प्रोवेशन पिरियड के बाद जब आपको परमानेंट करने की बारी आयेगी तो संगठन आपमें ज्यादा रूचि नही दिखायेगा। इसलिए इस बात का ध्यान रहे कि आप शुरूआती कुछ महीनों के दौरान सिर्फ अपने काम पर ध्यान दें। किसी भी तरह की छूट का फायदा नही उठाये।
2.पिछली नौकरी के बारे में बात मत किजिए-
आपको बता दें कि किसी भी नए ऑर्गनाइजेशन में आपकी पुरानी कंपनी के बारे में कोई भी नही सुनना चाहता है। क्योंकि सभी ये चाहते है कि आपको इस नई कंपनी में जिस वजह से सिलेक्ट किया गया है वो आप साबित करके दिखाए। कई लोगों की आदत होती है कि वे अपनी पुरानी कंपनी के बारे में डींगे हांकते रहते है। इसके अलावा अपनी पुरानी कंपनी या मैनेजर की बुराई करना भी उचित नही है, इससे भी आपका इम्प्रैशन खराब ही होगा। अगर आप पुरानी कंपनी के बारे में बात करना ही चाहते है तो आप वहां आपने क्या सीखा ये बता सकते है।
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3.आलोचना करने से बचे-
किसी नई कंपनी में नए लोगों के बीच शामिल होना चुनौतीपूर्ण होता है इसलिए आपको यहां पर धैर्य से काम लेने की जरूरत है क्योंकि समय के साथ-साथ आप नए लोगों के बीच में आसानी से घुल-मिल जाते है। अगर शुरूआत में आपका तालमेल नही बैठ पा रहा है तो आप यहां पर किसी की आलोचना नही करें क्योंकि आलोचना करने से लोगों के बीच आपकी छवि खराब होती है। अगर आप हमेशा कंपनी और लोगों की आलोचना करते रहेंगे तो हो सकता है कि आपको नौकरी से भी हाथ धोना पड़ जाए।
4.पर्शनल लाइफ की बातें शेयर करने से बचे-
जब तक आपसे कोई गंभीरता से नही पूछे तब तक उन्हें अपनी पर्शनल लाइफ के बारे में नही बताए क्योंकि जब आप खुद ही किसी को अपने बारे में बताते है तो आप अपने बारे में उनके दिमाग में एक सोच पैदा कर देते है कि आप कैसे है। इसलिए अपने बारे में किसी को भी ज्यादा न बताए बल्कि अपने सहकर्मियों को ही तय करने दें कि आप कैसे है।
5.सहकर्मियों के साथ समय व्यतित करे-
जब आपके सहकर्मी आपको बाहर जाने के लिए या चाय पीने के लिए आमंत्रित करे तो उनकी पेशकश को ठुकराये नही बल्कि उनकी कंपनी एंजॉय करे। अगर आपका कोई सहकर्मी आपको बुलाता है तो इसका मतलब यही है कि वह आपके बारे में जानना चाहता है। आप जितना हो सके अपने आसपास के सहकर्मियों को जानने की कोशिश किजिए।
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