बचपन से ही ज्यादातर बच्चों का सपना होता है की वो बड़े होकर अच्छी यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करेंगे ताकि उन्हें अच्छी नौकरी मिल सके। भारत में हर साल सेकड़ों, लाखों बच्चे 12वीं कक्षा करने के बाद अलग-अलग यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के लिए एप्लाई करते हैं। जिसमें की हर यूनिवर्सिटी का एडमिशन प्रोसेस अलग होता है। कुछ यूनिवर्सिटी छात्रों को उनके 12वीं कक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर एडमिशन देती है तो कुछ यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम की कट-ऑफ लिस्ट के आधार पर छात्रों को चयनित करती है।
भारत में दो प्रकार की यूनिवर्सिटी होती है एक प्राईवेट यूनिवर्सिटी तो दूसरी सरकारी यूनिवर्सिटी दोनों ही यूनिवर्सिटी में पढ़ने के अपने अलग फायदे होते हैं। जबकि सरकारी यूनिवर्सिटी की वेल्यू प्राइवेट यूनिवर्सिटी के मुकाबले अधिक मानी जाती है। क्योंकि सरकारी यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेना उतना आसान नहीं होता जितना की प्राइवेट यूनिवर्सिटी में होता है। सरकारी यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के केवल दो ही तरीके अपनाए जाते हैं पहला- एंट्रेंस एग्जाम पास करना, दूसरा- 12वीं बोर्ड के अंक आधारित जबकि कुछ अच्छी प्राइवेट यूनिवर्सिटी को छोड़कर अन्य प्राइवेट यूनिवर्सिटी में फीस के आधार पर एडमिशन मिलता है।
एनआईआरएफ की रैंकिंग जारी करना का उद्देश्य क्या है?
12वीं कक्षा पास करने के बाद छात्र अलग-अलग यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए आवेदन करता है ताकि वो अच्छी यूनिवर्सिटी में एक अच्छे कोर्स में पढ़ाई कर एक अच्छी नौकरी लगाने के लायक हो सके। लेकिन आज कल के इस कॉम्पिटिशन के दौर में ये खुद से पता लगाना मुश्किल है की कौन सी यूनिवर्सिटी उनके करियर को अच्छी राह दे सकती है। जिसके लिए हर साल भारत में नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) द्वारा यूनिवर्सिटी के पढ़ाई स्तर, प्लैसमेंट लेवल और अन्य चीजों को ध्यान में रखकर रैंक दी जाती है ताकि छात्र एडमिशन लेने से पहले कॉलेज की एनईआरएफ रैंकिग अवश्य चैक करें और उसी अनुसार आवेदन कर सकें। यदि वो यूनिवर्सिटी एनईआरएफ रैंकिग में आती है तो आप अपने भविष्य को लेकर निशचिंत हो जाइये और केवल पढ़ने पर ध्यान दीजिए। एनआईआरएफ की रैकिंग केवल छात्रों के लिए ही नहीं बल्कि यूनिवर्सिटी के लिए भी फायदेमंद होती है क्योंकि इस लिस्ट से कॉलेज को ये पता चल जाता है की उसकी रैंक क्या है। और यदि यूनिवर्सिटी की अच्छी नहीं है तो वो यूनिवर्सिटी अपनी रैंकिग अच्छी करने के लिए प्रयास करने में जुट जाती है।
यूनिवर्सिटी और कॉलेज में क्या अंतर होता है?
अक्सर छात्रों में ये कंफ्यूजन देखने को मिलती है की उन्हें कॉलेज और यूनिवर्सिटी में अंतर समझ नहीं आता है। तो आइए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताते हैं कि इन दोनों में क्या अंतर होता है। दरअसल, कॉलेजों की तुलना में यूनिवर्सिटी बड़े शिक्षा संस्थान होते हैं जो कि ग्रैजुएशन और पोस्ट ग्रैजुएशन दोनों की प्रकार की डिग्री दोनों प्रदान करते हैं। कॉलेज को यूनिवर्सिटी का ही भाग माना जाता है। बता दें कि एक यूनिवर्सिटी में कई सारे कॉलेज हो सकते हैं जैसे की दिल्ली यूनिवर्सिटी में 91 कॉलेज आते हैं। लेकिन अगर हम हाइयर स्टडीज की बात करें जैसे की पीएचडी या पोस्ट ग्रैजुएशन कोर्स की तो ये कोर्स कॉलेज नहीं बल्कि यूनिवर्सिटी स्वयं अपने लेवल पर कराती है।
भारत की टॉप 10 यूनिवर्सिटी की लिस्ट
एनईआरएफ रैंकिग 2022 के अनुसार, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ सांइस, बेंगलुरु भारत के टॉप यूनिवर्सिटी में नंबर 1 रैंक पर है। उसके बाद नंबर 2 रैंक पर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली है। जिसके बाद नंबर 3 रैंक पर जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली है। फिर नंबर 4 रैंक पर जादवपुर यूनिवर्सिटी, कोलकाता है। जिसके बाद नंबर 5 रैंक पर अमृता विश्व विद्यापीठम, कोयंबटूर है। उसके बाद नंबर 6 रैंक पर बारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी है। फिर नंबर 7 रैंक पर मणिपाल उच्च शिक्षा अकादमी, मणिपाल है। जिसके बाद नंबर 8 रैंक पर कलकत्ता विश्वविद्यालय, कोलकाता है। उसके बाद नंबर 9 रैंक परवेल्लोर प्रौद्योगिकी संस्थान, वेल्लोर है। फिर नंबर 10 रैंक पर हैदराबाद विश्वविद्यालय, हैदराबाद है। बता दें कि एनआईआरएफ हर साल टॉप यूनिवर्सिटी के रैंकिंग की सूची अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर घोषित करता है।
भारत के टॉप 30 यूनिवर्सिटी की सूची निम्नलिखित है
रैंक | यूनिवर्सिटी का नाम | राज्य | स्कोर |
---|---|---|---|
1 | भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु | कर्नाटक | 83.57 |
2 | जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली | दिल्ली | 68.47 |
3 | जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली | दिल्ली | 65.91 |
4 | जादवपुर विश्वविद्यालय, कोलकाता | पश्चिम बंगाल | 65.37 |
5 | अमृता विश्व विद्यापीठम, कोयंबटूर | तमिलनाडु | 63.4 |
6 | बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी | उत्तर प्रदेश | 63.2 |
7 | मणिपाल उच्च शिक्षा अकादमी, मणिपाल | कर्नाटक | 62.84 |
8 | कलकत्ता विश्वविद्यालय, कोलकाता | पश्चिम बंगाल | 62.23 |
9 | वेल्लोर प्रौद्योगिकी संस्थान, वेल्लोर | तमिलनाडु | 61.77 |
10 | हैदराबाद विश्वविद्यालय, हैदराबाद | तेलंगाना | 61.71 |
11 | अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़ | उत्तर प्रदेश | 61.43 |
12 | सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, पुणे | महाराष्ट्र | 59.48 |
13 | दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली | दिल्ली | 58.66 |
14 | रासायनिक प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई | महाराष्ट्र | 58.61 |
15 | भारथिअर विश्वविद्यालय, कोयंबटूर | तमिलनाडु | 58.25 |
16 | शिक्षा ओ अनुसंधान, भुवनेश्वर | उड़ीसा | 57.6 |
17 | होमी भाभा राष्ट्रीय संस्थान, मुंबई | महाराष्ट्र | 57.09 |
18 | बिरला प्रौद्योगिकी और विज्ञान संस्थान, पिलानी | राजस्थान | 56.68 |
19 | एस.आर.एम. विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान, चेन्नई | तमिलनाडु | 56.24 |
20 | कलिंग औद्योगिक प्रौद्योगिकी संस्थान, भुवनेश्वर | उड़ीसा | 56.22 |
21 | अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई | तमिलनाडु | 56.22 |
22 | उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद | तेलंगाना | 53.07 |
23 | एमिटी विश्वविद्यालय, गौतमबुद्ध नगर | उत्तर प्रदेश | 53.07 |
24 | शनमुघा कला विज्ञान प्रौद्योगिकी और अनुसंधान अकादमी, तंजावुरी | तमिलनाडु | 53.04 |
25 | पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ | चंडीगढ़ | 52.8 |
26 | सविता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड टेक्निकल साइंसेज, चेन्नई | तमिलनाडु | 52.45 |
27 | कोनेरू लक्ष्मैया एजुकेशन फाउंडेशन यूनिवर्सिटी (के एल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग), वड्डेश्वरम | आंध्र प्रदेश | 52.33 |
28 | अलगप्पा विश्वविद्यालय, कराईकुडी | तमिलनाडु | 52.18 |
29 | चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, मोहाली | पंजाब | 51.85 |
30 | महात्मा गांधी विश्वविद्यालय, कोट्टायम | केरल | 51.61 |