पीएचडी साइंस 3 से 5 साल तक की अवधि का डॉक्टरेट लेवल का कोर्स है जो कि उन छात्रों के लिए डिजाइन किया गया है जो साइंस से संबंधित विषयों में रिसर्च करने में रूचि रखते हो। इसमें फिजिक्स, केमेस्ट्री, बायोलॉजी आदि जैसे साइंस विशेषज्ञताओं में से किसी एक पर रिसर्च करना शामिल है। बता दें कि छात्र को पीएचडी साइंस की डिग्री हासिल करने के लिए कोर्स के अंत में शोध थीसिस जमा करनी होगी।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी साइंस से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर साइंस में पीएचडी करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में साइंस में पीएचडी करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डॉक्टर ऑफ फिलोसफी इन साइंस
• कोर्स का प्रकार- डॉक्टरेट डिग्री
• कोर्स की अवधि- 3 से 5 साल
• एलिजिबिलिटी- न्यूनतम 55% अंको के साथ पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम और मेरिट बेस्ड
• कोर्स फीस- 50,000 से 1,00,000 तक
• शुरुआती सैलरी- 6 लाख से 20 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- प्रोडक्ट मैनेजर, मैनेजमेंट कंस्लटिंग, काम्पिटेटिव एनालिस्ट, ऑपरेशन रिसर्च एनालिस्ट आदि।
पीएचडी साइंस: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से साइंस विषय में पोस्ट ग्रेजुएशन की होनी चाहिए।
• पीएचडी साइंस में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक होना आवश्यक है।
• जबकि आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 5% छूट मिलती है।
• एमएससी और एम टेक वाले छात्र साइंस में पीएचडी करने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
• साइंस में पीएचडी करने के लिए अधिकतर कॉलेज कॉमन एंट्रेंस टेस्ट जैसे सीएसआईआर-नेट आदि के माध्यम से एडमिशन देते हैं।
पीएचडी साइंस: एडमिशन प्रोसेस
पीएचडी साइंस में एडमिशन प्रोसेस कॉलेज से कॉलेज में भिन्न होती है। कुल कॉलेज में एडमिशन मेरिट + इंट्रव्यू के आधार पर होता है जबकि ज्यादातर कॉलेजों में साइंस में पीएचडी करने के लिए एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर एडमिशन होता है। भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है।
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीएचडी साइंस में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। एंट्रेंस एग्जाम के लिए छात्रों को रजिस्ट्रेशन करना होता है और रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि पीएचडी साइंस के लिए एडमिशन प्रोसेस यूजीसी-नेट फॉर जेआरएफ , सीएसआईआर- यूजीसी नेट फॉर जेआरएफ, एनबीएचएम, गेट, आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट मेरिट लिस्ट के रूप में घोषित किया जाता है। जिसके बाद छात्रों को उनकी रैंक अनुसार कॉलेज आवंटित किए जाते हैं। रिजल्ट चैक करने के लिए छात्रों को नियमित रूप से यूनिवर्सिटी की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है, और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरेट स्तर पर साइंस का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीएचडी साइंस: सिलेबस
साइंस में पीएचडी का सिलेबस छात्रों की रुचि अनुसार हर कॉलेज में अलग हो सकता है जबकि सामान्य सिलेबस निम्नलिखित है।
सेमेस्टर 1
- कंप्यूटर आर्टिटेक्चर
- कोमपोनेंट ऑपजेक्ट मॉडल (सीओएम) एंड इंटरफेस इन (सीओएम)
- डिस्ट्रीब्यूटिड (सीओएम)
- कोबरा, जावा, एंड ऑबजेक्ट वेब
- एडवांस्ड कंप्यूटर एलगोरिथम
- डाइनेमिक प्रोग्रामिंग
सेमेस्टर 2
- कंप्यूटर सिस्टम डिजाइन
- मल्टीप्रोसेसर आर्टिटेक्चर
- वक्टर एंड एरे प्रोसेसर
- पाइपलाइन आर्टिटेक्चर
- एडवांस सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग
- टेस्टिंग
सेमेस्टर 3
- बेक ट्रेकिंग, ब्रांच एंड बाउंड
- एडवांसड डाटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम
- पैरेलल एंड डिस्ट्रीब्यूटिड डाटाबेस, वेब डाटाबेस
- डेटा वेयरहाउसिंग
- डाटा माइनिंग
सेमेस्टर 4
- वेब इंजीनियरिंग एंड सोफ्टवेयर क्वालिटी मेट्रिक्स
- वायरलेस नेटवर्क एंड क्मयूनिकेशन
- फ्रीक्वेंसी फॉर रेडियो ट्रांसमिशन
- टेलीकम्यूनिकेशन सिस्टम, सैटेलाइट सिस्टम, ब्रॉडकास्ट सिस्टम
- वायरलेस लेन
सेमेस्टर 5
- एडवांस ट्रांसेक्शन प्रोसेसिंग
- एक्सएमएल प्रिमियर, एक्सएलएस, जेएसपी, एएसपी
- बिल्डिंग वेब अग्रीमेंट
- डिस्ट्रीब्यूटिड ऑबजेक्ट एंड रिमोट इंवोकेशन
सेमेस्टर 6
- मीडियम एक्सेस कंट्रोल
- डिस्ट्रीब्यूटिड फाइल सिस्टम
- ट्रांससेक्शन एंड कॉनकरेंसी कंट्रोल, रिप्लीकेशन
- डिस्ट्रीब्यूटिड सिस्टम
आमतौर पर कॉलेज फैक्लटी पीएचडी करने वाले छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
पीएचडी साइंस: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- लोयोला कॉलेज, चेन्नई- फीस 6,000
- सेंट जेवियर कॉलेज, कोलकाता- फीस 23,000 - 38,000
- मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज, चेन्नई- फीस 36,000
- फर्ग्यूसन कॉलेज, पुणे- फीस 52,000
- सेक्रेड हार्ट कॉलेज, एर्नाकुलम- फीस 6,970
- स्टेला मैरिस कॉलेज, चेन्नई- फीस 85,000
- सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई- फीस 6,045
- माउंट कार्मेल कॉलेज, बैंगलोर- फीस 42,000
- क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बैंगलोर- फीस 35,000
- जय हिंद कॉलेज, मुंबई- फीस 23,235
पीएचडी साइंस: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- प्रोडक्ट मैनेजर- सैलरी 14.5 लाख
- ऑपरेशन रिसर्च एनालिस्ट- सैलरी 4 लाख
- मेडिकल साइंटिस्ट- सैलरी 10 लाख
- मैनेजमेंट कंस्लटिंग- सैलरी 12 लाख