डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी या पीएचडी मैथमेटिक्स 3 साल का डॉक्टरेट प्रोग्राम है जिसे उन छात्रों के लिए डिजाइन किया गया है जो मैथमेटिक्स से संबंधित विषयों में रिसर्च करने में रूचि रखते हो। बता दें कि मैथमेटिक्स में पीएचडी का मुख्य फोकस गणित के मुख्य क्षेत्रों पर है जो छात्रों को गणित और उसके अनुप्रयोगों को प्रस्तुत करने और पढ़ाने में अपने कौशल को विकसित करने के लिए प्रेरित करता है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी मैथमेटिक्स से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर मैथमेटिक्स में पीएचडी के करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में मैथमेटिक्स में पीएचडी करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डॉक्टर ऑफ फिलोसफी इन मैथमेटिक्स
• कोर्स का प्रकार- डॉक्टरेट डिग्री
• कोर्स की अवधि- 3 साल
• एलिजिबिलिटी- पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम/ मेरिट लिस्ट बेस्ड
• कोर्स फीस- 20,000 से 3,00,000 तक
• अवरेज सैलरी- 3 लाख से 9 लाख तक
• जॉब फील्ड- बैंक, इंवेस्टमेंट फर्म, वाणिज्य उद्योग, व्यवसाय उद्योग, कॉलेज, विश्वविद्यालय, अनुसंधान और विकास फर्म, भारतीय सिविल सेवा, सूची प्रबंधन, बीमा एजेंसियां, सांख्यिकी (जैसे अर्न्स्ट एंड यंग, टाइगर एनालिटिक्स, टीसीएस इनोवेशन लैब, वीज़मैन इंस्टीट्यूट आदि)।
• जॉब प्रोफाइल- मैथमेटिशियन, स्टैटिसटिशियन, लोन ऑफिसर, अकाउंटेंट, इकोनॉमिस्ट, रिसर्चर, पर्सनल बैंकर, क्रिप्टोग्राफर, डेमोग्राफर, प्रोफेसर आदि।
पीएचडी मैथमेटिक्स : एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास मैथमेटिकल या फिजिकल साइंस में एमएसी या मास्टर डिग्री होनी चाहिए।
• पीएचडी मैथमेटिकस में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक होना आवश्यक है।
• जबकि आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 5% छूट मिलती है।
• एम टेक करने छात्र भी मैथमेटिकस में पीएचडी कर सकते हैं।
पीएचडी मैथमेटिक्स: एडमिशन प्रोसेस
पीएचडी मैथमेटिक्स में एडमिशन प्रोसेस कॉलेज से कॉलेज में भिन्न होती है। कुछ कॉलेजों में एडमिशन मेरिट लिस्ट के आधार पर होता है जबकि कॉलेजों में एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर एडमिशन होता है। भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है।
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडीट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीएचडी मैथमेटिक्स में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। एंट्रेंस एग्जाम के लिए छात्रों को रजिस्ट्रेशन करना होता है और रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि पीएचडी मैथमेटिक्स के लिए एडमिशन प्रोसेस सीएसआईआर/यूजीसी-जेआरएफ, सीएसआईआर/यूजीसी, एनबीएचएम आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे व्यक्तिगत साक्षात्कार के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिज्लट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है। जिसके बाद छात्रों को उनकी रैंक अनुसार कॉलेज आवंटित किए जाते हैं। रिजल्ट चैक करने के लिए छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है, और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरेट स्तर पर मैथमेटिक्स का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीएचडी मैथमेटिक्स: सिलेबस
मैथमेटिक्स में पीएचडी का सिलेबस छात्रों की रुचि अनुसार हर कॉलेज में अलग हो सकता है जबकि सामान्य सिलेबस निम्नलिखित है।
फर्स्ट ईयर
- अलजेबरा
- अनालिसिस
- केलकुलस
- कम्युटेशनल टेक्नीक
- कंम्युटर साइंस
सेकेंड ईयर
- डिफरेंशियल इक्वेशन
- डिफरेंशियल जियोमेट्री
- डिसक्रिएट मैथमेटिक्स
- इंग्लीश लिटरेचर
- लिनियर प्रोग्रामिंग
थर्ड ईयर
- मैथमेटिकल फाइनेंस
- मैकेनिक्स
- मेट्रिक स्पेस
- नंबर थ्योरी
- प्रोबेबलिटी थ्योरी
आमतौर पर कॉलेज फैक्लटी पीएचडी करने वाले छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
पीएचडी मैथमेटिक्स: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- भारतीय विज्ञान संस्थान, बैंगलोर- फीस 75,600
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी- फीस 22,268
- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, कोयंबटूर- फीस 27,855
- रामकृष्ण मिशन विवेकानंद कॉलेज, कोलकाता- फीस 21,000
- क्वीन मैरी कॉलेज, चेन्नई- फीस 5,805
- श्री रामकृष्ण कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस, कोयंबटूर- फीस 60,000
- एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा- फीस 3 लाख
- स्टेला मैरिस कॉलेज, चेन्नई- फीस 6,000
- बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, रांची- फीस 1.75 लाख
- कुवेम्पु विश्वविद्यालय, शिमोगा- फीस 1.62 लाख
पीएचडी मैथमेटिक्स: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- कैशियर- सैलरी 3,00,000
- इंश्योरेंस मैनेजर- सैलरी 6,00,000
- फाइनेंस मैनेजर- सैलरी 8,00,000
- अकाउंटेंट- सैलरी 3,50,000
- लोन कांउसलर- सैलरी 4,00,000
- प्रोफेसर/ असिस्टेंट प्रोफेसर- सैलरी 5,00,000