डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन मराठी एक शोध आधारित डॉक्टरेट स्तर का कोर्स है। पीएचडी इन मराठी 3 से 5 साल तक की अवधि का कोर्स है, जिसमें साहित्य और इतिहास, राजनीति, समाज और निश्चित समय की संस्कृति से इसके संबंध शामिल हैं। बता दें कि मराठी भारत की इंडो-आर्यन और 22 अनुसूचित भाषाओं में से एक है। यह क्रमशः महाराष्ट्र और गोवा की आधिकारिक और सह-आधिकारिक भाषा भी है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी इन मराठी से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर मराठी में पीएचडी करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में मराठी में पीएचडी करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन मराठी
• कोर्स का प्रकार- डॉक्टरेट डिग्री
• कोर्स की अवधि- 3 से 5 साल तक
• एलिजिबिलिटी- मास्टर डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 5,000 से 2,00,000 तक
• अवरेज सैलरी- 4 से 6 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- ऑथर, ट्रांसलेटर, प्रोफेसर, कंटेंट डेवलेपर आदि।
• जॉब फील्ड- भाषा विभाग, यात्रा और पर्यटन, होटल और रेस्तरां, अनुवाद कार्यालय, सरकारी क्षेत्र, आदि।
पीएचडी इन मराठी: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास मराठी से संबंधित विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन या एम.फिल की डिग्री होनी चाहिए।
• पीएचडी इन मराठी में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक होना आवश्यक है।
• आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 5% अंकों की अतिरिक्त छूट दी जाती है।
• इसके साथ ही, उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम में भी विश्वविद्यालय के मानकों तक स्कोर करना होता है, जो या तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं या यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं द्वारा आयोजित की जाती हैं।
पीएचडी इन मराठी: एडमिशन प्रोसेस
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पीएचडी इन मराठी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
पीएचडी इन मराठी के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीएचडी इन मराठी में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि पीएचडी इन मराठी के लिए एडमिशन प्रोसेस यूजीसी नेट, पीईटी, एमयू-पीईटी, जीयू-पीईटी, ओयू-पीईटी जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरेट स्तर पर मराठी का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीएचडी इन मराठी: सिलेबस
- रिसर्च मेथोडोलॉजी
- ब्रॉड फील्ड ऑफ स्पेशलाइजेशन
- फिलॉसफी
- टेक्सट राइटिंग
- थिसिस रिपोर्ट
- लिटरेचर स्टडी
- ग्रामर स्टडी
- काव्य अध्ययन
कॉलेज फक्लटी आमतौर पर छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
पीएचडी इन मराठी: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय- फीस 8,368
- उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद, तेलंगाना- फीस 3,000
- गुलबर्ग विश्वविद्यालय, कर्नाटक- फीस 4,920
- मुंबई विश्वविद्यालय, महाराष्ट्र- फीस 31,315
- भारती विद्यापीठ डीम्ड यूनिवर्सिटी, पुणे, महाराष्ट्र- फीस 30,000
- गोवा विश्वविद्यालय- फीस 32,730
- देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर, मध्य प्रदेश- फीस 1,00,000
- कावयत्री बहिनाबाई चौधरी उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्यालय, जलगांव, महाराष्ट्र- फीस 6,700
पीएचडी इन मराठी: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- प्रोफेसर- सैलरी 2.50 लाख
- भाषा विशेषज्ञ- सैलरी 3 लाख
- रिसर्च स्कॉलर- सैलरी 2.75 लाख
- ऑथर- सैलरी 2.50 लाख
- ट्रांसलेटर- सैलरी 3 लाख
- कंटेंट डेवलेपर- सैलरी 3 लाख