पीएचडी कंप्यूटर साइंस 3 साल की अवधि का डॉक्टरेट लेवल का कोर्स है जो कि उन छात्रों के लिए डिजाइन किया गया है जो कंप्यूटर साइंस से संबंधित विषयों में रिसर्च करने में रूचि रखते हो। पीएच.डी. कंप्यूटर साइंस में अध्ययन के विषयों में रिसर्च मेथडोलॉजी, डेटा माइनिंग, मशीन लर्निंग, रफ सेट थ्योरी आदि शामिल हैं। बता दें कि कंप्यूटर साइंस में पीएचडी फुल-टाइम और पार्ट-टाइम दोनों प्रकार से की जा सकती है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी कंप्यूटर साइंस से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर कंप्यूटर साइंस में पीएचडी के करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में कंप्यूटर साइंस में पीएचडी करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डॉक्टर ऑफ फिलोसफी इन कंप्यूटर साइंस
• कोर्स का प्रकार- डॉक्टरेट डिग्री
• कोर्स की अवधि- 3 साल
• एलिजिबिलिटी- एम.फिल
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम और मेरिट बेस्ड
• कोर्स फीस- 10,000 से 2,75,000 तक
• शुरुआती सैलरी- 2 लाख से 5 लाख तक
पीएचडी कंप्यूटर साइंस: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से संबंधित विषय में एम.फिल होनी चाहिए।
• पीएचडी कंप्यूटर साइंस में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक होना आवश्यक है।
• जबकि आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 5% छूट मिलती है।
• कंप्यूटर साइंस में पीएचडी करने के लिए अधिकतर कॉलेज कॉमन एंट्रेंस टेस्ट जैसे सीएसआईआर-नेट आदि के माध्यम से एडमिशन देते हैं।
पीएचडी कंप्यूटर साइंस: एडमिशन प्रोसेस
पीएचडी कंप्यूटर साइंस में एडमिशन प्रोसेस कॉलेज से कॉलेज में भिन्न होती है। ज्यादातर कॉलेजों में कंप्यूटर साइंस में पीएचडी करने के लिए एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर एडमिशन होता है। भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है।
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीएचडी कंप्यूटर साइंस में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। एंट्रेंस एग्जाम के लिए छात्रों को रजिस्ट्रेशन करना होता है और रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- पीएचडी कंप्यूटर साइंस के लिए एडमिशन प्रोसेस सीईटी (यूजीसी/नेट), सीएसआईआर (नेट/जेआरएफ), आईआईटी जेम, जीपीएटी, सीयूसीईटी, आरयूईटी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट मेरिट लिस्ट के रूप में घोषित किया जाता है। जिसके बाद छात्रों को उनकी रैंक अनुसार कॉलेज आवंटित किए जाते हैं। रिजल्ट चैक करने के लिए छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है, और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरेट स्तर पर कंप्यूटर साइंस का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीएचडी कंप्यूटर साइंस: सिलेबस
कंप्यूटर साइंस में पीएचडी का सिलेबस छात्रों की रुचि अनुसार हर कॉलेज में अलग हो सकता है जबकि सामान्य सिलेबस निम्नलिखित है।
- रिसर्च मेथेडलॉजी
- डेटा माइनिंग
- मशीन लर्निंग
- रफ सेट थ्योरी
- फजी लॉजिक
- सिमुलेशन और मॉडलिंग
- वेब इंजीनियरिंग
- आर्टिफिशय इंटेलिजेंस
- सॉफ्टवेयर आर्टिटेक्चर एंड टेस्टिंग
- थीसिस रिपोर्ट
आमतौर पर कॉलेज फैक्लटी पीएचडी करने वाले छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
पीएचडी कंप्यूटर साइंस: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय- फीस 13,870
- दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू)
- दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय- फीस 74,850
- अशोक विश्वविद्यालय- फीस 45,000
- अल्फला विश्वविद्यालय- फीस 2,22,000
- चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय- फीस 20,500
- प्रेसीडेंसी कॉलेज- फीस 1,195
- आईआईटी, मद्रास- फीस 19,670
- एसआरएमआईएसटी- फीस 16,000
- अन्ना विश्वविद्यालय- फीस 41,000
- हिंदुस्तान प्रौद्योगिकी और विज्ञान संस्थान- फीस 40,000
- क्राइस्ट यूनिवर्सिटी- फीस 35,000
- बीएमएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग
- दयानंद सागर विश्वविद्यालय- फीस 72,000
- गार्डन सिटी यूनिवर्सिटी- फीस 1,19,000
- इंजीनियरिंग कॉलेज- फीस 93,200
पीएचडी कंप्यूटर साइंस: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- हार्डवेयर इंजीनियर- सैलरी 2.75-3.35 लाख
- इंफोर्मेशन रिसर्च साइंटिस्ट- सैलरी 3.14-3.48 लाख
- सॉफ्टवेयर डेवलपर- सैलरी 3.8-4.10 लाख
- वेबसाइट डेवलपर- सैलरी 2.94-3.46 लाख
- नेटवर्क इंजीनियर- सैलरी 3.16-3.32 लाख
- एप्लीकेशन डेवलपर- सैलरी 3-4 लाख
- एप्लीकेशन एनालिस्ट- सैलरी 3.5-4.5 लाख
- सोफ्टवेयर इंजीनियर- सैलरी 4-5 लाख
- डाटा एडमिनिशट्रेटर- सैलरी 4-5 लाख
- प्रोफेसर- सैलरी 4-5 लाख