एजुकेशन में एम.फिल. कैसे करें (Career in M.Phil. Education)

मास्टर ऑफ फिलॉसफी इन एजुकेशन 1 साल की अवधि का पोस्ट ग्रेजुएट रिसर्च स्तर का कोर्स है। एम.फिल इन एजुकेशन कोर्स ज्ञान के अनुप्रयोग में मौलिकता को प्रदर्शित करता है, साथ ही इस बात की व्यावहारिक समझ प्रदान करता है कि कैसे उनके क्षेत्र में ज्ञान बनाने और व्याख्या करने के लिए अनुसंधान और जांच का उपयोग किया जाता है।

चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको एम.फिल इन एजुकेशन से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर एजुकेशन में एम.फिल करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में केमेस्ट्री में एजुकेशन करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।

एजुकेशन में एम.फिल. कैसे करें

• कोर्स का नाम- मास्टर ऑफ फिलॉसफी इन एजुकेशन
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट रिसर्च
• कोर्स की अवधि- 1 साल
• एलिजिबिलिटी- मास्टर डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 20,000 से 80,000 तक
• अवरेज सैलरी- 2.5 से 6 लाख तक
• जॉब फिल्ड- एजुकेशनल इंस्टीट्यूट, रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन आदि।
• जॉब प्रोफाइल- प्रोजेक्ट फेलो, प्रोजेक्ट ऑफिसर, गेस्ट लेक्चरर आदि।

एम.फिल इन एजुकेशन: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास एजुकेशन से संबंधित विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
• एम.फिल इन एजुकेशन में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक होना आवश्यक है।
• आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 5% अंकों की अतिरिक्त छूट दी जाती है।
• इसके साथ ही, उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम में भी विश्वविद्यालय के मानकों तक स्कोर करना होता है, जो या तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं या यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं द्वारा आयोजित की जाती हैं।

एम.फिल. इन एजुकेशन: एडमिशन प्रोसेस
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में एम.फिल. एजुकेशन कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।

एम.फिल इन एजुकेशन के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है

चरण 1: रजिस्ट्रेशन

  • उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
  • ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
  • आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
  • मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
  • आवेदन पत्र सबमिट करें।
  • क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।

चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम

  • यदि उम्मीदवार एम.फिल. इन एजुकेशन में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
  • बता दें कि एम.फिल एजुकेशन के लिए एडमिशन प्रोसेस यूजीसी नेट, यूजीसी सीएसआईआर नेट, एनबीएचएम एंट्रेंस एग्जाम आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।

चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।

चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट

  • एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
  • इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें एम.फिल. इन एजुकेशन का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।

हालांकि, कॉलेज फक्लटी आमतौर पर छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि मास्टर पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।

एम.फिल. इन एजुकेशन: टॉप कॉलेज और उनकी फीस

  • लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, जालंधर- फीस 79,000
  • सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, पुणे- फीस 14,000
  • हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय- फीस 22,731
  • अन्नामलाई विश्वविद्यालय, तमिलनाडु- फीस 22110
  • आचार्य जावड़ेकर कॉलेज, कोल्हापुर- फीस 14,500
  • अविनाशीलिंगम यूनिवर्सिटी फॉर विमेन, कोयंबटूर- फीस 12,075
  • चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ- फीस 3,715
  • क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, कर्नाटक- फीस 65,000
  • दयालबाग शैक्षणिक संस्थान, आगरा- फीस 11,550
  • मदुरै कामराज विश्वविद्यालय, मदुरै- फीस 5,485

एम.फिल. इन एजुकेशन: जॉब प्रोफाइल और सैलरी

  • प्रोजेक्ट ऑफिसर- सैलरी 3 लाख
  • जूनियर/सिनियर रिसर्च फेलो- सैलरी 5 लाख
  • प्रोफेसर- सैलरी 3 लाख
  • प्रोजेक्ट मैनेजमेंट ऑफिसर- सैलरी 5 लाख
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English summary
Master of Philosophy in Education is a post graduate research level course of 1 year duration. The M.Phil in Education course demonstrates originality in the application of knowledge, as well as providing a practical understanding of how research and investigation are used to create and interpret knowledge in their field.
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