मास्टर ऑफ फिलॉसफी इन फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी 2 साल की अवधि का पोस्ट ग्रेजुएट रिसर्च स्तर का कोर्स है। एम.फिल इन फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी कोर्स रेगुलर और डिस्टेंस लर्निंग दोनों मोड से किया जा सकता है। यह कोर्स छात्रों को फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी से संबंधित ज्ञान भोजन की गिरावट के तंत्र को समझने और नई तकनीक का उत्पादन करके प्रक्रियाओं को रोकने की अनुमति देता है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको एम.फिल इन फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी में एम.फिल करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी में एम.फिल करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- मास्टर ऑफ फिलॉसफी इन फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट रिसर्च
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• एलिजिबिलिटी- मास्टर डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 10,000 से 15,000 तक
• अवरेज सैलरी- 4,50,000
• जॉब प्रोफाइल- खाद्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रोफेसर, एसोसिएट भौगोलिक तकनीशियन, खाद्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी विषय विशेषज्ञ, जीयो एनालिस्ट ट्रेनी, खाद्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी सामग्री डेवलपर, आदि।
एम.फिल फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी से संबंधित विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
• एम.फिल इन फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक होना आवश्यक है।
• आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 5% अंकों की अतिरिक्त छूट दी जाती है।
• इसके साथ ही, उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम में भी विश्वविद्यालय के मानकों तक स्कोर करना होता है, जो या तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं या यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं द्वारा आयोजित की जाती हैं।
एम.फिल फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी: एडमिशन प्रोसेस
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में एम.फिल फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
एम.फिल फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार एम.फिल फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि एम.फिल फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी के लिए एडमिशन प्रोसेस गेट, यूजीसी-नेट, सीएसआईआर यूजीसी नेट, सिम्बायोसिस पीएचडी प्रवेश परीक्षा, जेएनयू पीएचडी प्रवेश परीक्षा आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें एम.फिल का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
एम.फिल फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी: सिलेबस
सेमेस्टर -1
- प्रयोगशाला व्यावहारिक
- उन्नत खाद्य रसायन
- खाद्य विश्लेषण और संवेदी मूल्यांकन
- खाद्य फसल प्रसंस्करण
- खाद्य इंजीनियरिंग संचालन
- प्रायोगिक डिजाइन, डेटा विश्लेषण और वैज्ञानिक ज्ञान
सेमेस्टर -2
- प्रयोगशाला व्यावहारिक
- औद्योगिक खाद्य सूक्ष्म जीव विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी
- खाद्य सुरक्षा, गुणवत्ता आश्वासन और खाद्य विनियम
- खाद्य पैकेजिंग प्रौद्योगिकी
- कृषि व्यवसाय
प्रैक्टिकल
- थीसिस और फील्ड वर्क
कॉलेज फक्लटी आमतौर पर छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि मास्टर पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
एम.फिल फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- महिला क्रिश्चियन कॉलेज, चेन्नई- फीस 12,000
- एथिराज कॉलेज, चेन्नई- फीस 5,000 - 8,000
- डॉ एन.जी.पी. आर्ट्स एंड साइंस कॉलेज, कोयंबटूर- फीस 8,000
- गांधी प्रौद्योगिकी और प्रबंधन संस्थान, विशाखापत्तनम- फीस 53,000
- महाराजा को-एजुकेशन आर्ट्स एंड साइंस कॉलेज, इरोड- फीस 9,000
- अविनाशीलिंगम महिलाओं के लिए विश्वविद्यालय, कोयंबटूर- फीस 9,000
- आरआईएमटी विश्वविद्यालय, गोविंदगढ़- फीस 22,000
एम.फिल फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- फूड टेक्नोलॉजिस्ट- सैलरी 9 लाख
- न्यूट्रिशन थेरेपिस्ट- सैलरी 12 लाख
- क्वालिटी मैनेजर- सैलरी 6 लाख
- साइंटिफिक लेबोरेट्री टेक्नीशियन- सैलरी 7 लाख
- फुड सेफ्टी ऑफिसर- सैलरी 4 लाख
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