मास्टर ऑफ फिलॉसफी इन बायोमेडिकल साइंस 2 साल की अवधि का पोस्ट ग्रेजुएट रिसर्च स्तर का कोर्स है। बायोमेडिकल साइंस में एम.फिल में मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी, क्लिनिकल वायरोलॉजी, क्लिनिकल एपिडेमियोलॉजी आदि जैसे विषयों का दूरगामी अध्ययन शामिल है। बता दें कि बायोमेडिकल साइंस, प्राकृतिक विज्ञान और औपचारिक विज्ञान के कुछ हिस्सों को लागू करने वाले विज्ञान का एक समूह है, जो स्वास्थ्य देखभाल में उपयोग के ज्ञान, हस्तक्षेप या तकनीक को विकसित करने के लिए है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको एम.फिल इन बायोमेडिकल साइंस से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर बायोमेडिकल साइंस में एम.फिल करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में बायोमेडिकल साइंस में एम.फिल करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- मास्टर ऑफ फिलॉसफी इन बायोमेडिकल साइंस
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट रिसर्च
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• एलिजिबिलिटी- मास्टर डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- लगभग 60,000
• अवरेज सैलरी- 3,50,000 से 5,80,000 तक
• जॉब प्रोफाइल- बायोमेडिकल साइंटिस्ट, फॉरेंसिक साइंटिस्ट, हेल्थकेयर साइंटिस्ट आदि।
• जॉब फिल्ड- सार्वजनिक स्वास्थ्य, विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक विभाग, फोरेंसिक, चैरिटी या सरकार द्वारा वित्त पोषित प्रयोगशालाएं, पशु चिकित्सा सेवाएं, निजी पैथोलॉजी प्रयोगशालाएं।
एम.फिल बायोमेडिकल साइंस: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास बायोमेडिकल साइंस से संबंधित विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
• एम.फिल इन बायोमेडिकल साइंस में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक होना आवश्यक है।
• आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 5% अंकों की अतिरिक्त छूट दी जाती है।
• इसके साथ ही, उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम में भी विश्वविद्यालय के मानकों तक स्कोर करना होता है, जो या तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं या यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं द्वारा आयोजित की जाती हैं।
एम.फिल बायोमेडिकल साइंस: एडमिशन प्रोसेस
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में एम.फिल बायोमेडिकल साइंस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
एम.फिल बायोमेडिकल साइंस के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार एम.फिल बायोमेडिकल साइंस में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि एम.फिल बायोमेडिकल साइंस के लिए एडमिशन प्रोसेस नेट, गेट आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें एम.फिल का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
एम.फिल बायोमेडिकल साइंस: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- श्री चित्रा तिरुनल आयुर्विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान, त्रिवेंद्रम- सैलरी 60,000
- डॉ. बी.आर. बायोमेडिकल रिसर्च के लिए अम्बेडकर केंद्र, नई दिल्ली- सैलरी 50,000
एम.फिल बायोमेडिकल साइंस: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- बायोमेडिकल साइंटिस्ट- सैलरी 3 लाख
- प्रोफेसर- सैलरी 6 लाख
- हेल्थकेयर साइंटिस्ट- सैलरी 3 लाख