कैसे करें अकाउंटेंसी में M.com, जानिए टॉप कॉलेज और उनकी फीस के बारे में

एमकॉम अकाउंटेंसी 2 साल की अवधि का पीजी डिग्री प्रोग्राम है जो कि चार सेमेस्टर में विभाजित है। बता दें कि अकाउंटेंसी या अकाउंटिंग किसी भी व्यावसायिक संगठन की वित्तीय जानकारी को शेयरधारकों और प्रबंधकों जैसे उपयोगकर्ताओं को प्रस्तुत करने की कला है, जो आम तौर पर वित्तीय विवरणों के रूप में होती है। दरअसल, अकाउंटेंसी के अध्ययन में मुख्य रूप से ऑडिटिंग और वित्तीय विवरण शामिल होता है।

चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको एमकॉम अकाउंटेंसी से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर अकाउंटेंसी में एमकॉम करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में अकाउंटेंसी में एमकॉम करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।

कैसे करें अकाउंटेंसी में M.com, जानिए टॉप कॉलेज और उनकी फीस के बारे में

• कोर्स का नाम- मास्टर ऑफ कॉमर्स इन अकाउंटेंसी
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएशन
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- ग्रेजुएशन (कॉमर्स स्ट्रीम)
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम/ मेरिट बेस्ड
• कोर्स फीस- 1 से 4 लाख तक
• जॉब सैलरी- 6.50 से 12 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- मुख्य लेखा अधिकारी, लेखा फर्म भागीदार, वित्त निदेशक, लेखा परीक्षा प्रबंधक आदि।

एमकॉम अकाउंटेंसी: पात्रता

  • उम्मीदवार के पास न्यूनतम 60% अंकों के साथ बीकॉम की डिग्री होना अनिवार्य है।
  • उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कॉमर्स स्ट्रीम में 12वीं कक्षा की मार्कशीट होनी चाहिए।
  • उम्मीदवार के 12वीं कक्षा में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
  • अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में कुछ प्रतिशत छूट प्रदान दी जाती है।

एमकॉम अकाउंटेंसी: प्रवेश प्रक्रिया

किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में एमकॉम अकाउंटेंसी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है जबकि कुछ कॉलेजों में मेरिट आधार पर भी एडमिशन दिए जाते हैं।

अकाउंटेंसी में एमकॉम के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन

  • उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
  • ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
  • आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
  • मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
  • आवेदन पत्र सबमिट करें।
  • क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।

चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम

  • यदि उम्मीदवार एमकॉम अकाउंटेंसी में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
  • बता दें कि एमकॉम अकाउंटेंसी के लिए एडमिशन प्रोसेस सीयूईटी पीजी, डीयूईटी पीजी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।

चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।

चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट

  • एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
  • इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें अकाउंटेंसी में एमकॉम का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।

एमकॉम अकाउंटेंसी: सिलेबस

सेमेस्टर 1

  • प्रबंधन के सिद्धांत और व्यवहार
  • व्यापारिक वातावरण
  • उन्नत वित्तीय लेखा
  • सांख्यिकीय विश्लेषण

सेमेस्टर 2

  • संगठनात्मक व्यवहार
  • अनुसंधान क्रियाविधि
  • वित्तीय प्रबंधन
  • प्रबंधकीय निर्णयों के लिए लेखांकन

सेमेस्टर 3

  • लागत लेखांकन का प्रबंधन
  • निगमित लेखांकन
  • निवेश प्रबंधन
  • आयकर कानून और व्यवहार

सेमेस्टर 4

  • भारतीय वित्तीय प्रणाली
  • संस्थागत लेखा
  • सामरिक वित्तीय प्रबंधन
  • अप्रत्यक्ष कर
  • प्रोजेक्ट और वाइवा-वॉयस

एमकॉम अकाउंटेंसी: टॉप कॉलेज और उनकी फीस

  • के पी बी हिंदुजा कॉलेज ऑफ कॉमर्स, मुंबई- फीस 7,000
  • अन्नामलाई विश्वविद्यालय, तमिलनाडु- फीस 20,000-50,000
  • आचार्य नागार्जुन विश्वविद्यालय, गुंटूर- फीस 10,000
  • भारथियार विश्वविद्यालय, कोयम्बटूर- फीस 10,000
  • अरिग्नार अन्ना गवर्नमेंट आर्ट्स एंड साइंस कॉलेज, पुडुचेरी- फीस 25,000
  • मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर- फीस 20,000
  • आईआईएस यूनिवर्सिटी, जयपुर
  • जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर- फीस 10,000

एमकॉम अकाउंटेंसी: जॉब प्रोफाइल और सैलरी

  • अकाउंटिंग क्लर्क- सैलरी 2.07 लाख
  • ऑडिटिंग क्लर्क- सैलरी 2.5 लाख
  • अकाउंटिंग एसोसिएट- सैलरी 2.30 लाख
  • डायरेक्टर (अकाउंट्स)- सैलरी 5 से 19 लाख
  • अकाउंटेंट- सैलरी 2.34 लाख
  • अकाउंट रिसिवेबल क्लर्क- सैलरी 2.38 लाख
  • बुककीपर- सैलरी 4.55 लाख
  • चीफ अकाउंटिंग ऑफिसर- सैलरी 3.35 लाख
  • अकाउंटिंग फर्म पार्टनर- सैलरी 12.5 लाख
  • ऑडिट मैनेजर- सैलरी 1.30 लाख
  • फॉरेंसिक अकाउंटिंग- सैलरी 4 लाख

यह खबर पढ़ने के लिए धन्यवाद, आप हमसे हमारे टेलीग्राम चैनल पर भी जुड़ सकते हैं।

deepLink articlesअकाउंटेंसी में पीएचडी कैसे करें (Career in PHD in Accountancy)

deepLink articlesपोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा इन अकाउंटेंसी में करियर (Career in Postgraduate Diploma in Accountancy)

For Quick Alerts
ALLOW NOTIFICATIONS  
For Daily Alerts

English summary
M.Com Accountancy is a PG degree program of 2 years duration divided into four semesters. Explain that accountancy or accounting is the art of presenting the financial information of any business organization to users such as shareholders and managers, usually in the form of financial statements.
--Or--
Select a Field of Study
Select a Course
Select UPSC Exam
Select IBPS Exam
Select Entrance Exam
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
Gender
Select your Gender
  • Male
  • Female
  • Others
Age
Select your Age Range
  • Under 18
  • 18 to 25
  • 26 to 35
  • 36 to 45
  • 45 to 55
  • 55+