Media Management / मीडिया मैनेजमेंट: किसी भी फील्ड में करियर बनाने से पहले यह भी देख लेना जरूरी होता है कि उसका भविष्य कैसा रहने वाला है। इस लिहाज से देखें, तो मीडिया एंड एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री तेजी से ग्रोथ कर रही है। आजकल मीडिया के बदलते ट्रेंड, जरूरत और उपलब्ध अवसर को एनालाइज करने के लिए मीडिया मैनेजर्स जैसे प्रोफेशनल्स की जरूरत बढ़ती जा रही है। मीडिया एक ब्रॉड टर्म है जिसमें रेडियो, टेलीविजन, फिल्म, मल्टीमीडिया, पब्लिक रिलेशन, ई-कॉमर्स सब कवर होता है। तो आइये जानते हैं मीडिया मैनेजमेंट में करियर की संभावनाएं, कोर्स और सैलरी समेत जॉब से जुड़ी पूरी जानकारी...
ग्रो कर रही है इंडस्ट्री
भारतीय मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री अगले पांच सालों में 11.28 फीसदी की सालाना दर से बढ़कर 2023 में 4.51 लाख करोड़ रुपए की हो जाएगी। पीडब्ल्यूसी मीडिया एंड एंटरटेनमेंट आउटलुक की ओर से जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक, भारत न्यू मीडिया के क्षेत्र में भी रुझान को पलटने वाला प्रदर्शन कर सकता है। देश में जहां ओटीटी (ओवर-द-टॉप) वीडियो और इंटरनेट विज्ञापन जैसे न्यू मीडिया प्लेटफॉर्म, वृद्धि दर का नेतृत्व करेंगे, वहीं टीवी और प्रिंट जैसे परंपरागत प्लेटफॉर्म भी तेजी दर्ज करते हुए दिखाई देंगे। ऐसे में मीडिया मैनेजमेंट फील्ड से जुड़े प्रोफेशनल्स की डिमांड में और ज्यादा तेजी आएगी।
मीडिया मैनेजमेंट क्वालिफिकेशन एंड कोर्स
यह मीडिया के साथ मैनेजमेंट से जुड़ा फील्ड है। इसलिए इस फील्ड में करियर बनाने से पहले यह कोर्स उन कैंडिडेट्स के लिए बेहतर हो सकता है, जिनके पास मास कम्युनिकेशन की डिग्री पहले से है। वैसे यह कोर्स हर डिसिप्लिन के कैंडिडेट कर सकते हैं। अच्छे इंस्टीट्यूट में एडमिशन के लिए मान्यता प्राप्त इंस्टीट्यूट से किसी भी सब्जेक्ट में स्नातक होना जरूरी है। प्रोग्राम की अवधि दो वर्ष है।
कैंडिडेट्स के पास कैट, जैट और मैट में अच्छा स्कोर होना भी आवश्यक है। मास्टर्स इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन इन मीडिया मैनेजमेंट (एमबीए इन मीडिया मैनेजमेंट) एक पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम है, जिसमें फिल्म एंटरटेनमेंट, ब्रॉडकास्ट एंटरटेनमेंट (टीवी और रेडियो) और एवीजीसी (एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कंप्यूटर ग्राफिक्स) जैसे सब्जेक्ट का अध्ययन किया जाता है।
मीडिया मैनेजमेंट प्रोग्राम के जरिए स्टूडेंट्स को मीडिया टेक्नोलॉजी और इससे संबंधित अलग-अलग पहलुओं के साथ मार्केट स्टडीज, बिजनेस डेवलपमेंट, ऑर्गेनाइजेशन और इकोनॉमिक्स जैसे मीडिया मैनेजमेंट के अलग-अलग सब्जेक्ट को जानने और समझने का मौका भी मिलता है।
दरअसल, मीडिया मैनेजमेंट प्रोग्राम मीडिया के बदलते चलन को समझने में मदद करता है। साथ ही, तकनीकी पहलुओँ, कंज्यूमर और बिजनेस से संबंधित माहौल को समझने में भी मदद करता है।
मीडिया मैनेजमेंट मेन इंस्टीट्यूट्स
जामिया मिल्लिया इस्लामिया, दिल्ली
वेबसाइट-https://www.jmi.ac.in/
एमसीआरपी यूनिवर्सिटी, भोपाल
वेबसाइट-https://www.mcu.ac.in/
मनिपाल यूनिवर्सिटी, कर्नाटक
वेबसाइट-https://manipal.edu
एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा
वेबसाइट-https://www.amity.edu/
आइये जानते हैं मीडिया मैनेजमेंट स्किल, वर्क, जॉब और सैलरी पैकेज के बार में....
मीडिया मैनेजमेंट में जरूरी है पर्सनल स्किल
मीडिया मैनेजर को मीडिया के स्ट्रक्चर की पूरी समझ होनी चाहिए कि इन सबका इम्पैक्ट ऑडियंस पर कैसे और कब पड़ेगा। इस फील्ड में सफल होने के लिए कम्युनिकेशन की अच्छी स्किल, लीडरशिप स्किल के अलावा कड़ी मेहनत, किसी नए कार्य के लिए पहल करने की कोशिश और एंटरप्रेन्योर का गुण होना जरूरी है।
मीडिया मैनेजमेंट का नेचर ऑफ वर्क
मीडिया मैनेजमेंट मुख्य रूप से मीडिया इंडस्ट्री में प्रबंधन के कार्यों से जुड़ा है। साथ ही टेलीविजन नेटवर्क, मल्टीमीडिया, प्रिंट, वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग, ग्राफिक्स, फोटोग्राफी, ऑडियो और वीडियो प्रोडक्शन के अलावा कॉर्पोरेट संचार कार्यों के प्रबंधन में मीडिया संबंधी योजना बनाना और टीवी, रेडियो, प्रेस, सिनेमा, आउटडोर और न्यू मीडिया में खरीद का कार्य करना स्ट्रेटेजिक मार्केटिंग, परामर्श देना और योजना बनाना, मार्केट रिसर्च आदि सम्मिलित हैं। आज के दौर में मीडिया के किसी भी माध्यम में बिजनेस मैनेजमेंट के लिए पेशेवर मीडिया मैनेजर्स की जरूरत होती है। मीडिया मैनेजर बिजनेस और ब्रांड को बिल्ड करने के लिए कैंपेन की मार्केटिंग और प्लानिंग स्ट्रेटेजीज को हैंडल करने का कार्य भी करते हैं। वह हर मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे डिजिटल, प्रिंट, ब्राडकास्ट, सिनेमा, डायरेक्ट मार्केटिंग के जरिए कैंपेन को मैनेज करते हैं।
मीडिया मैनेजमेंट में जॉब के अवसर
मीडिया मैनेजर्स के लिए ऑनलाइन मीडिया पोर्टल्स, मीडिया मैनेजमेंट कंपनियों, फिल्म प्रोडक्शन, केबल टीवी ऑपरेशंस, डिजिटल प्रॉडक्शन/मैनेजमेंट और तकनीकी विभागों में जॉब्स उपलब्ध हैं। इसके अलावा रेडियो, प्रिंट जर्नलिज्म, पब्लिशिंग हाउस, पब्लिक रिलेशंस, रिसर्च, एडवरटाइजिंग और टेलीविजन के क्षेत्र में भी अवसरों की भरमार है। ये कंसल्टेंट के तौर पर फर्म्स को स्ट्रैटेजिक एग्रीमेंट्स तैयार करने, नई योजना बनाने या मौजूदा योजना में बदलाव और लागत में कमी के उपाय सुझा सकते हैं। साथ ही, मीडिया और एंटरटेनमेंट फर्म्स के बीच पार्टनरशिप का प्रबंध भी कर सकते हैं। मीडिया मैनेजमेंट में ट्रेनिंग कंप्लीट करने के बाद कैंडिडेट्स टेलीविजन चैनल्स, रेडियो स्टेशन, न्यूजपेपर, पब्लिशिंग कंपनीज, एंटरटेनमेंट कंपनीज, एडवरटाइजिंग फर्म्स, प्लानिंग ऑर्गेनाइजेशन में काम कर सकते हैं। आजकल टि्वटर, फेसबुक जैसे मीडिया पोर्टल्स और सोशल मीडिया साइट्स में भी जॉब मिल सकती हैं।
मीडिया मैनेजमेंट सैलरी पैकेज
मीडिया मैनेजर का सैलरी पैकेज उनकी कंपनी और शहर पर डिपेंड करता है। मीडिया मैनेजर्स की शुरुआती सैलरी 25,000 से 30,000 रुपए प्रतिमाह तक हो सकती है। वैसे सैलरी पद और अनुभव के आधार पर तय होती है।
मीडिया मैनेजमेंट एक्सपर्ट व्यू
फ्यूचर में बढ़ेंगे अवसर
मीडिया मैनेजमेंट एक चैलेंजिंग फील्ड है। मीडिया मैनेजमेंट और कम्युनिकेशन मैनेजमेंट में एकाउंट प्लानिंग और मैनेजमेंट, ब्रांड मैनेजमेंट, मीडिया प्लानिंग मैनेजमेंट और मार्केट रिसर्च शामिल होते हैं। इस सब्जेक्ट से जुड़े प्रोग्राम के तहत स्टूडेंट को मीडिया मैनेजमेंट के विभिन्न पहलुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाती है। साथ ही, टेक्नोलॉजी और मीडिया इकोनॉमिक्स आदि के बारे में भी बताया जाता है। देखा जाए तो इस कोर्स का उद्देश्य मीडिया इंडस्ट्री के विभिन्न भागों में बेहतर तालमेल स्थापित करना है। कोर्स के बाद ट्रेनी के रूप में शुरुआत कर मीडिया मैनेजर तक अवसर पा सकते हैं। आने वाले समय में ऐसे प्रोफेशनल्स के लिए अवसरों में और भी इजाफा होगा। जिस तरह मीडिया के क्षेत्र में लगातार वृद्धि हो रही है और तमाम नई कंपनियां इसमें निवेश कर रही हैं, ऐसे में इस बड़े क्षेत्र में स्कोप बहुत बढ़ रहा है और यहां जॉब्स की अच्छी संभावनाएं हैं। जॉब के दौरान आपको मीडिया स्ट्रक्चर, इसके नियम-कानून, दर्शकों पर इसके प्रभाव और कम्युनिकेशन रेवोल्यूशन की समस्त बातों की समझ विकसित करने की जरूरत होती है। इतना ही नहीं, मीडिया मैनेजर को एडवरटाइजमेंट कैंपेन, सेल्स और मार्केटिंग कंसल्टेंसी आदि को बढ़ावा देने में भी कुशल होना चाहिए।