भारत में कृषि को बहुत महत्व दिया जाता है। भारत की 70 प्रतिशत की आबादी आज भी कृषि पर निर्भर करती है। भोजन की अपूर्ति के कृषि सबसे महत्वपूर्ण है। इतना ही नहीं कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि ये हमारी जीडीपी में भी एक अहम भूमिका निभाता है। पहले के मुकाबले आज कृषि को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ रही है और अब लोग कृषि से संबंधित चीजों में अपनी दिलचस्पी भी दिखाने लगे हैं। दिन पर दिन इस क्षेत्र में नई चीजों, नए उपायों और नए करियर के ऑप्शन भी उतपन्न हो रहे।
अब आप सोच रहें होगें कृषि में करियर ये कैसे मुमकिन है? ये मुमकिन है आज की पीढ़ी के कई लोगों कृषि यानी एग्रीकल्चर और एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी में भी स्टार्टअप शुरु करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इसके पिछे का सबसे मुख्य कारण ये हैं कि कृषि भोजन उत्पन्न करती है और भोजन सभी के लिए महत्वपूर्ण है जिसे बिना आप अपना जीवन निर्वाह ही नहीं कर सकते हैं। इसलिए इस क्षेत्र में स्टार्टअप शुरु करना आपके एक फायदे की डील साबित हो सकती है। यदि आप भी उन्हीं लोगों में से हैं जो एग्रीकल्चर सेक्टर में स्टार्टअप करने के बारे में सोच रहें है तो यहां इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे एग्रीकल्चर बिजनेस के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स जो इस बिजनेस को शुरू करने में आपकी सहायता कर सकती हैं। आइए आपको एग्रीकल्चर स्टार्टअप के महत्व के साथ स्टार्टअप शुरू करने के बारे में बताएं।
कृषि स्टार्टअप का महत्व
किसी भी स्टार्टअप को शुरू करने से पहले ये जानना आवश्यक होता है कि उसके महत्व क्या है और उसके दायरे क्या हैं? ताकि आप उसके अनुसार एक अच्छा प्लान तैयार कर सकें और उसके अनुसार अपने स्टार्टअप की शुरूआत कर सकें। वैसे ही आपको एग्रीकल्चर स्टार्टअप के महत्व और दायरों के बारे में जानने की आवश्यकता है। आइए आपको इसके महत्व के बारे में बताएं।
1. आजीविका का स्त्रोत
पूरा देश भोजन के लिए कृषि पर निर्भर करता है। इसलिए इसकी उत्पादकता शक्ति बढ़ाने के जरूरत होती है जिसके लिए तकनीकी प्रगति की मांग बढ़ती है। जब भी हम को किसी बिजनेस या स्टार्टअप की शुरुआत करते हैं तो हमे उसमें कुछ लोगों को काम पर रखने की आवश्यकता होती है। जिसके कारण लोगों को आजीविका मिलती है और इससे स्टार्टअप भी बढ़ता है और उसमें काम करने वाले लोग भी।
2. उत्पादन क्षमता
भारत एक कृषि प्रधान देश है। बाहर के किसी भी देश के मुकाबले भारत की उत्पादन क्षमता अधिक है। अन्य देशों के मुकाबले भारत में हर तरह की फसल पाई जाती है। इसके पिछे का कारण भारत की भैगोलिकल क्षेत्र के कारण। यहां हर राज्य के तापमान और क्षेत्र के अनुसार फसलों को उत्पादन किया जाता है। इसलिए स्टार्टअप की शुरुआत करते हुए आपको ये भी ध्यान रखना होगा की आप किस क्षेत्र में कृषि कार्य शुरु करने वाले हो वहां का तापमान क्या है आदि। इसके साथ आपको उत्पादों से जुड़े लोगों की संख्या का निर्धारण करना होगा, उनके परिणाम, किसानों द्वारा आपूर्ति का औसत आदि इसमें शामिल है।
3. सार्वजनिक और नीजि कृषि सेवा
कई सारे ऐसे सार्वजनिक और नीजि कृषि सेवा नए स्टार्टअप को कृषि संबंधित सेबाएं प्रदान करते हैं। जो भी लोग एग्रीकल्चर में स्टार्टअप करने की सोच रहे हैं वह इन सेवा प्रदान करने वालों से सहायता प्राप्त कर सकते हैं। इसमें वित्तीय सहायता भी शामिल होती है।
4. जीडीपी
जैसा की हमने कहा भारत एक कृषि प्रधान देश है क्योंकि कृषि सकल घरेलु उत्पाद यानी जीडीपी की ग्रोथ में भी बहुत अहम भूमिका निभाती है और साथ ही खाद्य संकट की स्थिति भी उत्पन्न नहीं होने देती।
कृषि स्टार्टअप की शुरुआत कैसे करें?
1. व्यवसाय योजना
किसी भी स्टार्टअप को शुरू करने से पहले हमें उसकी एक व्यावसाय योजना बनानी चाहिए। इस योजना में व्यवसाय के प्रकार, व्यवासाय की आवश्यकताएं, उसका आकार, उर्वरको, कीटनाशकों, कृषि का स्थान, बाजार की रणनीतियां और व्यसायिक प्रतिस्पर्धा शामिल होती है। एक योजना के माध्यम से आप बहेतर ढंग से कार्य कर सकते हैं और योजना में शामिल हर पहलु के बारे में जानकारी प्राप्त कर भविष्य आवश्यकताओं को समझ सकते हैं और उसके निपटारन के लिए पहले से रणनीतियां तैयार कर सकते हैं। ऐसा करने से स्टार्टअप के सफल होने के ज्यादा चांस होते हैं।
2. मशीनरी और उपकरण
स्टार्टअप के लिए स्थान और आकार का चुनाव करने के बाद आपकों स्टार्टअप के लिए जरूरी मशीनरी और उपकरणों को आवश्यकता होगी। कृषि करना कोई आसान कार्य नहीं है, इसलिए आपको ध्यान देना है इस कार्य के लिए किन मशीनों की आवश्यकता पड़ सकती है। उसके अनुसार आप एक सूची बनाएं जिसमें उसके खर्च की जानकारी भी लिखें ताकि आप बजट की जानकारी भी रहे। इसके साथ इस बात भी ध्यान दे कि आप कृषि के किस प्रकार की तकनीक प्रयोग में लाने की सोच रहें। जितनी प्रभावी तकनीक होगी उतना ही अच्छे उत्पादन में बढ़ौतरी होगी। इसलिए अपने लक्ष्य के अनुसार तकनीक की खोज करें।
3. लाइसेंस और परमिट
किसी भी व्यवसाय या स्टार्टअप को शुरू करने से पहले आपको उसका परमिट लेना होगा तभी आप उस कार्य को बिना किसी दिक्कत के पूरा कर पाएंगे। डिजिटल के इस समय में सभी कार्य ऑनलाइन किए जा रहे है, इन कार्य में लाइसेंस और परमिट के लिए आवेदन भी शामिल है। इसमें आप अपनी कंपनी का नाम और ट्रेडमार्क के साथ अन्य खाद्य संबंधी लाइसेंस को और भूमी परमिट को भी शामिल कर सकते हैं।
4. बाजार रिसर्च और प्रतियोगिता
हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा है और इस प्रतिस्पर्धा को पार करना कोई आसान कार्य नहीं है। आपके लिए आवश्यक है कि आप बाजार की स्थिति और ग्राहकों की जरूर के बारे में जाने और उसका अध्ययन करें और रणनीतियों का निर्माण करें ताकि इस प्रतियोगिता में आप आगे बढ़ पाएं। क्योंकि कृषि छोटा सा क्षेत्र नहीं है ऐसे में आपको अपने कौशल के अनुसार कृषि का प्रकार चुना होगा और उसके उत्पादन की गुणवत्ता पर ध्यान देने होगा जो आपके भविष्य के लाभकारी साबित होगा।
5. वित्तीय योजना
किसी भी व्यवसाय की शुरुआत बिना पैसो के नहीं की जा सकती है। इसलिए आपको एक वित्तीय योजना बनाने की आवश्यकता है जिससे आप व्यवसय में लग रही लागत और वृद्धि की जानकारी प्राप्त कर पाएंगे और जरूरत के समय उस पर नियंत्रण भी कर पाएंगे। व्यवसाय में लागत की जानकारी होनो और उसे नियंत्रित रखना अतिआवश्यक होता है। इसमें आप हो रेह लाभ और हानि के साथ नकदी प्रवाह, ब्रेक ईवन, बैंलस शीट आदि भी बना सकते हैं ताकी आपको प्राप्त होने वाल मुनाफा और नुकसान की जानकारी के साथ लगाई जा रही लागत के बारे में जानकारी रहे।
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