SDM कैसे बनते हैं? वेतन, कार्य और अधिकार जानिए

UPSC SDM Career: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के साथ-साथ प्रत्येक राज्य में राज्य आधारित सरकारी, अर्द्ध-सरकारी, न्यायिक एवं अन्य अधीनस्थ सेवाओं पदों के लिए परीक्षा के आयोजन के लिए राज्य लोक सेवा आयोग की स्थापना का प्रावधान

By Careerindia Hindi Desk

UPSC SDM Career: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के साथ-साथ प्रत्येक राज्य में राज्य आधारित सरकारी, अर्द्ध-सरकारी, न्यायिक एवं अन्य अधीनस्थ सेवाओं पदों के लिए परीक्षा के आयोजन के लिए राज्य लोक सेवा आयोग की स्थापना का प्रावधान किया गया है। राज्य लोक सेवा आयोगों द्वारा आयोजित सर्वाधिक लोकप्रिय पीसीएस (PCS) परीक्षा है। इस परीक्षा में सफल होने वाले उम्मीदवारों को उप खंड अधिकारी (SDO) या उप खंड मजिस्ट्रेट (SDM) के पद पर नियुक्त किया जाता है।

SDM कैसे बनते हैं? वेतन, कार्य और अधिकार जानिए

सूनने में ये शब्द एक जैसे होते हैं लेकिन इन दोनों अधिकारियों में अंतर होता है। आज हम को बताएं कि एसडीएम और एसडीओ के बारे कौन होते हैं, इनकी क्या जिम्मेदारियां होती और वेतन के साथ साथ इनको कौन कौन सी सुविधाएं मिलती है। इन दिनों एसडीएम और एसडीओ के चर्चे में क्योंकि कोरोना की दूसरी लहर का संक्रमण फैल रहा है। जिसको लेकर राज्य सरकरों ने छोटे ठो लॉकडाउन लगाए हैं. जिसकी पालना और अनुमति जैसे कार्यों की जिम्मेदारी एसडीएम और एसडीओ पर है।

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राज्य सरकार एक उप-मंडल के प्रभारी कार्यकारी मजिस्ट्रेट को रख सकती है और अवसर की आवश्यकता के अनुसार उसे प्रभार से मुक्त कर सकती है, और एक उप-मंडल के प्रभारी मजिस्ट्रेट को उप-मंडल मजिस्ट्रेट कहा जाएगा।

एसडीएम भले ही आईएएस ऑफिसर नहीं होते हैं लेकिन इस पद पर प्रमोशन पाकर जिलाधिकारी और राज्य सरकार में सचिव भी बन सकते हैं। बता दें कि राज्य प्रशासनिक सेवा में वरीयता में एसडीएम का पद सबसे ऊपर रहता है। इस पद के लिए वे उम्मीदवार ही भाग ले सकते हैं जिन्होंने स्नातक डिग्री पास की है।

आपको बता दें कि कई राज्यों में दोहरी व्यवस्था होती है। जहां पर एसडीएम के साथ-साथ एक एसडीओ का पद भी होता है। लेकिन कई राज्यों में उनके प्रशासनिक ढांचे के अनुसार एसडीओ और एसडीएम एक ही अधिकारी होते हैं और कार्यकारी शक्तियों का प्रयोग करते हुए उप खंड मजिस्ट्रेट की भूमिका निभाते हैं। हालांकि अलग-अलग विभागों में भी एसडीओ नियुक्त किए जाते हैं लेकिन इनके पास कार्यकारी मजिस्ट्रेट की शक्तियां नहीं होती हैं।

एसडीएम और एसडीओ की प्रमुख जिम्मेदारियां
1. प्रशासनिक एवं न्यायिक कार्य
2. क्षेत्रीय विवादों का निपटारा, आपदा प्रबंधन
3. राजस्व कार्यों में भूमि रिकॉर्ड का रखरखाव
4. राजस्व मामलों का संचालन
5. सीमांकन और अतिक्रमण से निपटना
6. सार्वजनिक भूमि का संरक्षण, भू-पंजीकरण
7. चुनाव आधारित कार्य
8. विवाह पंजीकरण, ओबीसी, एससी / एसटी और जन्म एवं निवास प्रमाण पत्र

वेतन और अन्य सुविधाएं
एसडीएम और एसडीओ की जिम्मेदारी के साथ, आकर्षक वेतन और अन्य भत्ते मिलते हैं। इन पदों पर नियुक्त अधिकारियों को कई सुविधाएं दी जाती है। एसडीओ या एसडीएम को पे बैंड 9300-34800 में ग्रेड पे 5400 के अनुसार वेतन मिलता है। इनको शुरुआत में वेतन 56,100 रुपये तक मिलता है। इसके अलावा सरकारी आवास, सुरक्षाकर्मी और घरेलू नौकर, सरकार की तरफ से वाहन, एक टेलीफोन कनेक्शन, मुफ्त बिजली, राज्य में आधिकारिक यात्राओं के दौरान आवास सुविधा, उच्च अध्ययन के लिए अवकाश, पेंशन आदि की सुविधाएं दी जाती है। कई राज्यों में उनके वेतन नियमों के आधार पर वेतन और सुविधाओं में अंतर हो सकता है।

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English summary
UPSC SDM Career: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के साथ-साथ प्रत्येक राज्य में राज्य आधारित सरकारी, अर्द्ध-सरकारी, न्यायिक एवं अन्य अधीनस्थ सेवाओं पदों के लिए परीक्षा के आयोजन के लिए राज्य लोक सेवा आयोग की स्थापना का प्रावधान किया गया है। राज्य लोक सेवा आयोगों द्वारा आयोजित सर्वाधिक लोकप्रिय पीसीएस (PCS) परीक्षा है। इस परीक्षा में सफल होने वाले उम्मीदवारों को उप खंड अधिकारी (SDO) या उप खंड मजिस्ट्रेट (SDM) के पद पर नियुक्त किया जाता है।
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