How To Achieve Success In Life Speech Essay हर कोई अपने जीवन में सफलता प्राप्त करना चाहता है, लेकिन अधिकांश लोगों को जीवन में सफलता के सूत्र नहीं पता होते। आगे बढ़ने के लिए सीखते रहना बहुत ज़रूरी है। अगर आपने सीखना बंद कर दिया तो इसका असर आपके विकास पर पड़ सकता है। आप जीवन के किसी भी मोड़ पर हों, जहां आपको कुछ नया सीखने को मिलता है या ऐसा लगता है कि कोई ऐसा कौशल है जो भविष्य में आपके काम आएगा तो उसे सीखने में चूकें नहीं। आपके साथ कई लोग काम करते होंगे जिनके पास ज़िम्मेदारियां भी अलग-अलग होंगी, तो उनसे उनका काम भी आप सीख सकते हैं। कम से कम मूलभूत जानकारी अवश्य ले सकते हैं। हमेशा जिज्ञासु रहें और सवाल करते रहें। हर काम और चीज़ों के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहें। जो जानकार हैं उनसे पूछें और अपनी तरफ़ से खोज जारी रखें।
आदत को सुधारें
जब हम कोई काम करते हैं और उस दौरान हमसे ग़लती हो जाती है तो उसे मानने के बजाय नकारने लगते हैं। पर कुछ सीखने के लिए ग़लती करना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि हम ग़लती करेंगे नहीं तो उसे सुधारने का प्रयास कैसे करेंगे। आप से जो भी भूल हुई है उसे बिना झिझक स्वीकार करें, और कहां ग़लती की है उसे सुधारने पर मेहनत करें।
सहनशीलता रखें
युवाओं में यह अमूमन देखा गया है कि जब काम का दबाव बढ़ता है या माहौल मनमाफ़िक नहीं होता तो जल्दी निराश हो जाते हैं। साल पूरा होने से पहले या कुछ ही महीनों में दूसरी नौकरी की तलाश में जुट जाते हैं। हर जगह कई तरह के लोग मिलेंगे, व्यवहार अलग-अलग होगा और माहौल भी। कभी काम ज़्यादा हो सकता है और कभी ग़लती करने पर डांट भी पड़ सकती है। ऐसे में काम सीखने के लिए और आगे बढ़ने के लिए ़हर तरह के माहौल में ख़ुद को ढालना पड़ता है। आगे बढ़ना है तो इस व्यवहार में सुधार लाना होगा और सहनशीलता भी बढ़ानी होगी।
युवा अपनी तरक्की के लिए संवाद, शिक्षा, टेक्निकल स्किल और व्यक्तित्व विकास पर सबसे ज़्यादा ध्यान देते हैं। अच्छी नौकरी और सफल कॅरियर हासिल करने के लिए ये ज़रूरी भी है। परंतु इस बीच वे भूल जाते हैं कि इनके साथ-साथ कुछ सामाजिक व्यवहार और शिष्टाचार सीखना भी उतना ही ज़रूरी है। आप जहां भी जाएंगे वहां तरह-तरह के लोग मिलेंगे, माहौल आपकी उम्मीद से बिल्कुल उलट हो सकता है और काम का दबाव भी होगा। कभी काम बिगड़ने पर डांट पड़ सकती है। ऐसी बदलती स्थिति का आप डटकर सामना कर सकें, इसके लिए भी ख़ुद को तैयार करें।
मुश्किलों को समझें
नए लोगों के बीच नया काम सीखने में थोड़ी मुश्किल होती है। आप किसी काम में अटक सकते हैं। बहरहाल, कोई काम बिगड़ने पर हल ढूंढना भी आपकी ज़िम्मेदारी होगी। लिहाज़ा समस्या को हल करना सीखें। सबसे पहले यह जानने की कोशिश करें कि दिक़्क़त कहां है। जब वजह मिल जाए तो अपनी जानकारी के अनुसार हल खोजने की कोशिश करें। यदि कोई शंका है तो किसी जानकार व्यक्ति से मदद लेने में हिचकिचाएं नहीं। मदद लेने से या ख़ुद के प्रयास से आप धीरे-धीरे रास्ता खोजना सीख जाएंगे।
ज़िम्मेदारी सीखें
दफ़्तर में किसी भी नए काम की ज़िम्मेदारी आपको मिल सकती है। ऐसे में उससे बचने की कोशिश न करें। ज़िम्मेदारी से घबराकर मुंह न मोड़ें। यह भी न सोचें कि इससे आपका काम बढ़ेगा और आपको ज़्यादा वक़्त देना पड़ेगा। ज़िम्मेदारी लें और यदि आपको लग रहा है कि आप इसे अकेले नहीं संभाल पाएंगे या आपका अनुभव कम है तो मदद मांगें। अगर किसी ज़िम्मेदारी को मना करेंगे तो इससे आपकी छवि प्रभावित होगी, लेकिन मदद मांगना आपकी लगन को दर्शाएगा। अपनी तरफ़ से नई ज़िम्मेदारियां लेने की कोशिश भी करें।
सीखने की कला
आगे बढ़ने के लिए सीखते रहना बहुत ज़रूरी है। अगर आपने सीखना बंद कर दिया तो इसका असर आपके विकास पर पड़ सकता है। आप जीवन के किसी भी मोड़ पर हों, जहां आपको कुछ नया सीखने को मिलता है या ऐसा लगता है कि कोई ऐसा कौशल है जो भविष्य में आपके काम आएगा तो उसे सीखने में चूकें नहीं। आपके साथ कई लोग काम करते होंगे जिनके पास ज़िम्मेदारियां भी अलग-अलग होंगी, तो उनसे उनका काम भी आप सीख सकते हैं। कम से कम मूलभूत जानकारी अवश्य ले सकते हैं। हमेशा जिज्ञासु रहें और सवाल करते रहें। हर काम और चीज़ों के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहें। जो जानकार हैं उनसे पूछें और अपनी तरफ़ से खोज जारी रखें।