डिप्लोमा इन एक्सपोर्ट एंड इंपोर्ट मैनेजमेंट अंतरराष्ट्रीय बाजार और व्यापार में करियर के लिए 1 साल की अवधि का एक फाउंडेशन कोर्स है। जिसमें की विदेश व्यापार नीति, व्यापार संचार, मूल्य निर्धारण और वितरण, जोखिम प्रबंधन जैसे मुख्य विषय छात्रों को पढ़ाए व सिखाए जाते हैं।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको डिप्लोमा इन एक्सपोर्ट एंड इंपोर्ट मैनेजमेंट से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर एक्सपोर्ट एंड इंपोर्ट मैनेजमेंट में डिप्लोमा करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में एक्सपोर्ट एंड इंपोर्ट मैनेजमेंट में डिप्लोमा करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डिप्लोमा इन एक्सपोर्ट एंड इंपोर्ट मैनेजमेंट
• कोर्स का प्रकार- डिप्लोमा
• कोर्स की अवधि- 1 साल
• पात्रता- 12वीं
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम/ मेरिट बेस्ड
• कोर्स फीस- 5,000 से 1 लाख तक
• जॉब सैलरी- 2 से 8 लाख
• जॉब प्रोफाइल- एक्सपोर्ट मैनेजर, इंपोर्ट मैनेजर, कंस्लटेंट, मर्चेंट एक्सपोर्टर आदि।
डिप्लोमा इन एक्सपोर्ट एंड इंपोर्ट मैनेजमेंट: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से किसी भी स्ट्रीम में 12वीं की मार्कशीट होनी चाहिए।
- उम्मीदवार के 12वीं कक्षा में कम से कम 50% अंक होने चाहिए।
डिप्लोमा इन एक्सपोर्ट एंड इंपोर्ट मैनेजमेंट: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में डिप्लोमा इन एक्सपोर्ट एंड इंपोर्ट मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है जबकि कुछ कॉलेजों में मेरिट आधार पर भी एडमिशन दिए जाते हैं।
डिप्लोमा इन एक्सपोर्ट एंड इंपोर्ट मैनेजमेंट के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
एडमिशन के लिए आवश्यक दस्तावेज निम्नलिखित है
- 10वीं और 12वीं की मार्कशीट
- आपकी कक्षा 10वीं और 12वीं का पास सर्टिफिकेट
- जन्म तिथि प्रमाणपत्र
- विद्यालय छोड़ने का प्रमाणपत्र
- स्थानांतरण प्रमाण पत्र
- अधिवास प्रमाण पत्र / आवासीय प्रमाण या प्रमाण पत्र
- अनन्तिम प्रमाणपत्र
- चरित्र प्रमाण पत्र
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति / अन्य पिछड़ा जाति प्रमाण पत्र
- विकलांगता का प्रमाण (यदि कोई हो)
- प्रवासन प्रमाण पत्र
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार डिप्लोमा इन एक्सपोर्ट एंड इंपोर्ट मैनेजमेंट में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा आदि।
- बता दें कि डिप्लोमा इन एक्सपोर्ट एंड इंपोर्ट मैनेजमेंट के लिए एडमिशन प्रोसेस एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें एक्सपोर्ट एंड इंपोर्ट मैनेजमेंट में डिप्लोमा का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
डिप्लोमा इन एक्सपोर्ट एंड इंपोर्ट मैनेजमेंट: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर्यावरण
- विदेश व्यापार में बीमा और निरीक्षण
- अंतर्राष्ट्रीय आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन
- एक्ज़िम प्रबंधन में प्रक्रियाएं और व्यवहार
- प्रोजेक्ट
सेमेस्टर 2
- आयात-निर्यात व्यवसाय में जोखिम प्रबंधन
- निर्यात-आयात विनियम
- एक्जिम पॉलिसी फ्रेमवर्क
- भारत में निर्यात-आयात प्रोत्साहन योजनाएं
डिप्लोमा इन एक्सपोर्ट एंड इंपोर्ट मैनेजमेंट: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- आईआईएफटी, नई दिल्ली- फीस 75,000
- के.सी. कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, मुंबई- फीस 35,000
- ज़ेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट स्टडीज, बैंगलोर- फीस 13,900
- इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट एंड एडमिनिस्ट्रेशन, नई दिल्ली- फीस 14,900
- राष्ट्रीय प्रबंधन संस्थान, मुंबई - फीस 25,000
- एक्ज़िम बिजनेस स्कूल, पंजाब- फीस 15,000
- आईआईसीटी बिजनेस स्कूल, लखनऊ- फीस 7,865
- आईडिया प्रबंधन और प्रौद्योगिकी संस्थान, अहमदाबाद- फीस 35,000
- प्रबंधन अध्ययन के लिए अंतर्राष्ट्रीय परिषद, चेन्नई- फीस 6,800
डिप्लोमा इन एक्सपोर्ट एंड इंपोर्ट मैनेजमेंट: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- एक्सपोर्ट एंड इंपोर्ट मैनेजर- सैलरी 5 से 8 लाख
- लॉजिस्टिक्स मैनेजर- सैलरी 2 से 5 लाख
- ऑपरेशन एग्जीक्यूटिव- सैलरी 6 से 7 लाख
- कस्टमर ऑफिसर- सैलरी 3.50 से 5 लाख
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