को-ऑपरेटिव मैनेजमेंट में डिप्लोमा मूल रूप से एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स है जो प्रबंधन के अत्यधिक व्यावहारिक, विश्लेषणात्मक, प्रबंधकीय और तकनीकी पहलुओं से संबंधित है। यह कोर्स मुख्य रूप से संगठन में उचित प्रबंधन सिद्धांतों को काम करने, डिजाइन करने और बनाए रखने पर केंद्रित है। इस कोर्स को पूरा करने वाले छात्र अनुसंधान संगठनों में विश्लेषक, संगठनों में मंडल प्रबंधक के रूप में कार्य कर सकते हैं।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको डिप्लोमा इन इंटरनेशनल बिजनेस से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर कोऑपरेटिव मैनेजमेंट में डिप्लोमा करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में कोऑपरेटिव मैनेजमेंट में डिप्लोमा करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डिप्लोमा इन कोऑपरेटिव मैनेजमेंट
• कोर्स का प्रकार- डिप्लोमा
• कोर्स की अवधि- 1 साल
• पात्रता- 12वीं
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम/ मेरिट बेस्ड
• कोर्स फीस-7,000 से 25,000
• सैलरी- 7 से 15 लाख
डिप्लोमा इन कोऑपरेटिव मैनेजमेंट: पात्रता
उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से किसी भी स्ट्रीम में 12वीं की मार्कशीट होनी चाहिए।
उम्मीदवार के 12वीं कक्षा में कम से कम 45-50% अंक होने चाहिए।
डिप्लोमा इन कोऑपरेटिव मैनेजमेंट: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में डिप्लोमा इन कोऑपरेटिव मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है जबकि कुछ कॉलेजों में मेरिट आधार पर भी एडमिशन दिए जाते हैं।
डिप्लोमा इन कोऑपरेटिव मैनेजमेंट के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
एडमिशन के लिए आवश्यक दस्तावेज निम्नलिखित है।
- 10वीं और 12वीं की मार्कशीट
- आपकी कक्षा 10वीं और 12वीं का पास सर्टिफिकेट
- जन्म तिथि प्रमाणपत्र
- विद्यालय छोड़ने का प्रमाणपत्र
- स्थानांतरण प्रमाण पत्र
- अधिवास प्रमाण पत्र / आवासीय प्रमाण या प्रमाण पत्र
- अनन्तिम प्रमाणपत्र
- चरित्र प्रमाण पत्र
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति / अन्य पिछड़ा जाति प्रमाण पत्र
- विकलांगता का प्रमाण (यदि कोई हो)
- प्रवासन प्रमाण पत्र
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार डिप्लोमा इन कोऑपरेटिव मैनेजमेंट में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा आदि।
- बता दें कि डिप्लोमा इन कोऑपरेटिव मैनेजमेंट के लिए एडमिशन प्रोसेस एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
डिप्लोमा इन कोऑपरेटिव मैनेजमेंट: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- सहकारिता और ग्रामीण विकास के लिए पर्यावरण
- सहकारी कानून, प्रबंधन और प्रशासन
- गैर-ऋण सहकारी समितियां
- सहकारी ऋण और बैंकिंग
- सहकारी लेखा और लेखापरीक्षा सांख्यिकी
- लागत लेखा और वित्तीय प्रबंधन
सेमेस्टर 2
- विपणन प्रबंधन
- संबद्ध कानून
- मानव संसाधन प्रबंधन और औद्योगिक संबंध
- संगठनात्मक व्यवहार और संचार
- अनुसंधान पद्धति और परियोजना प्रबंधन
- एमआईएस और कंप्यूटर अनुप्रयोग
डिप्लोमा इन कोऑपरेटिव मैनेजमेंट: जॉब फील्ड
- कंस्लटेंसी
- ऑइल एंट रिफाइनरी
- पावर
- कृषि प्रबंधन
- डेरी
- ऑटोमोबाइल
- मार्केटिंग
- एआई
- आईटी
- मीडिया
- मेन्यूफेक्चरिंग
- फार्मास्यूटिकल्स
डिप्लोमा इन कोऑपरेटिव मैनेजमेंट: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- इंद्रप्रस्थ सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली- फीस 20,000-50,000
- पलामुरु विश्वविद्यालय, महबूबनगर- फीस 7000-15,000
- तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय, बिहार- फीस 9000
- मधुसूदन सहकारी प्रबंधन संस्थान- फीस 10,000
- अन्नामलाई विश्वविद्यालय- फीस 7000-8000
- वैकुंठ मेहता राष्ट्रीय सहकारी प्रबंधन संस्थान- फीस 40000
- सहकारी प्रबंधन संस्थान- फीस 9000-12000
डिप्लोमा इन कोऑपरेटिव मैनेजमेंट: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- मैनेजिरियल असिस्टेंट- सैलरी 1.5 से 3 लाख
- प्रोजेक्ट मैनेजर- सैलरी 3 से 7 लाख
- डिविजनल मैनेजर- सैलरी 2 से 4.50 लाख
- रिसर्चर मैनेजर- सैलरी 2.5 से 6 लाख
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