हर पढ़े-लिखे शख्स को अपनी लाईफ में कभी न कभी रिज्यूमे की जरूरत पड़ती है, क्योंकि नौकरी पाने का रास्ता आपके रिज्यूमे, सीवी या बायोडाटा से होकर जाता है। जब भी आप नौकरी ढूंढने जाते है तो सबसे पहले आपको रिज्यूमे या सीवी की जरूरत पड़ती है। रिज्यूमे में आपके एजुकेशन, लाईफ, अचीवमेंट्स, आदि के बारे में लिखा होता है। लेकिन क्या आप जानते है कि जॉब के लिए कुछ लोग रिज्यूमे बुलाते है तो कुछ लोग सीवी लाने के लिए आपको कहते है। ऐसे में अधिकतर कैंडिडेट को रिज्यूमे और सीवी में फर्क ही मालूम नही होता है और वे रिज्यूमे की जगह सीवी या सीवी की जगह रिज्यूमे लेकर चले जाते है। जिसकी वजह से उनको मिलने वाले जॉब के चांस कम हो जाते है। इसलिए आज हम आपको रिज्यूमे और सीवी के बीच का अंतर बताने जा रहे है।
दरअसल रिज्यूमे और सीवी दोनों ही अलग-अलग होते है हालाँकि दोनों में आपके बारे में ही लिखा होता है जिसकी वजह से लोगों के इसके बीच का अंतर समझ नही आता है। अगर आपको किसी जॉब में रिज्यूमे या फिर सीवी सबमिट करने के लिए कहा जाता है, तो आपको पता होना चाहिए कि जिस जॉब के लिए आप अप्लाई कर रहे है उसके लिए आखिर मांगा क्या है और देना क्या है।
अगर आप भी रिज्यूमे और सीावी के बीच कंफ्यूज है तो आइये जानते है रिज्यमे और सीवी के बीच का अंतर जो आपके आज तक के सारे कंफ्यूजन दूर कर देगा-
जब भी आप किसी नौकरी के लिए अप्लाई कर रहे है और अगर आपको रिज्यूमे सबमिट करने के लिए कहा गया है, तो इसका मतलब है रिज्यूमे वो फॉरमेट होता है जिसमें आपके बारे में शॉर्ट में लिखा होता है। रिज्यूमे सिर्फ सरसरी निगाह से देखा जाता है, इसलिए इसमें आपके बारे में जो भी लिखा जाता है वह शॉर्ट में होता है। दरअसल रिज्यूमे नौकरी के लिए इंटरव्यू तक ले जाने वाला रास्ता होता है जो अधिकतर ईमैल के द्वारा भेजा जाता है। इसलिए रिज्यूमे में हर चीज शॉर्ट में रखी जाती है इसमें आपकी स्किल्स और क्वालिफिकेशन के बारे में और आपके क्षेत्र के स्पेशलाइजेशन के बारे में लिखा होता है। रिज्यूमे से रिक्रूटर को आपके अनुभव और उस जॉब के लिए दिए गये क्वालिफिकेशन के बारे में पता चलता है। रिज्यूमे सिर्फ एक या दो पेज का ही होता है। रिज्यूमे में सिर्फ जरूरी बाते ही लिखी जाती है ये जरूरी नही की इसमें हर जॉब, अवार्ड और अचीवमेंट्स के बारे में लिखा जाए। रिज्यूमे सिर्फ उस जॉब के इंचरव्यू तक पहुंचने का एक रास्ता है और इंटरव्यू के दौरान आपसे सीवी मांगा जाता है, रिज्यूमे नही।
सीवी का मतलब होता है Curriculum Vitae यह लैटिन भाषा के शब्दों से मिलकर बना है जिसका मतलब होता है 'कोर्स ऑफ लाइफ'। सीवी हमेशा आपके बारे में डिटेल में बताता है और इसकी लंबाई 2 से 3 पेज तक की होती है, कभी कभी यह 4 पेज का भी हो सकता है लेकिन इससे ज्यादा नही। सीवी में आपकी अब तक की सारी डिटेल होती है जैसे स्किल्स की लिस्ट, अब तक के सभी जॉब्स और पोजिशन, डिग्री के बारे में और स्पेशलाइजेशन के बारे में लिखा होता है। सीवी में आप अपने लाईफ के अचीवमेंट्स के बारे में भी लिख सकते है साथ ही आपकी अब तक के किए गये काम में आपके योगदान और अचीवमेंट के बारे में भी लिखा होता है। सीवी हमेशा इंटरव्यू के दौरान मांगा जाता है ताकि आपके बारें में सबकुछ जाना जा सके। सीवी अधिकतर फ्रेशर कैंडिडेट से मांगा जाता है क्योंकि उन लोगों को जॉब्स के बारे में अधिकतर पता नही होता है.
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