CTET Exam Tips In Hindi: अगर आप टीचर बनना चाहते है तो ये खबर आपके लिए है। दरअसल हर साल सीबीएसई द्वारा सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (CTET) की परीक्षा कक्षा एक से कक्षा आठ तक के लिए शिक्षक नियुक्त करने के लिए ली जाती है। पहले ये परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती थी लेकिन इस वर्ष से CTET की परीक्षा अब साल में एक बार ही आयोजित की जाएगी।
CTET परीक्षा के लिए योग्यता-
अगर आप सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (CTET) 2018 परीक्षा में शामिल होना चाहते है तो आपके पास प्राइमरी स्टेज (कक्षा 1-5) के लिए मान्यता प्राप्त संस्थान से एलिमेंटरी एजुकेशन में 2 वर्षीय डिप्लोमा या डीएड या बीएड की डिग्री होने के साथ 12वीं पास होना जरूरी है। इसके अलावा एलिमेटंरी स्टेज (कक्षा 6- 8) के लिए मान्यता प्राप्त संस्थान से 2 वर्षीय डिप्लोमा या डीएड या बीएड की डिग्री होने के साथ ग्रेजुएशन होना जरूरी है।
ऐसे करें सीटेट 2018 की तैयारी (ctet exam tips in hindi)-
1.परीक्षा पाठ्यक्रम और पैटर्न को समझे-
किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता पाने के लिए उस परीक्षा के पाठ्यक्रम और पैटर्न को समझना जरूरी है। एक बार आपने परीक्षा का सिलेबस और पैटर्न अच्छे से समझ लिया तो आपके लिए इस परीक्षा की तैयारी करना काफी आसान हो जाएगा। सीटेट की परीक्षा में ऑब्जेक्टिव टाईप के प्रश्न पूछे जाते है जिसमें चार विकल्प होते है। इन चार में से एक सही विकल्प को चुनना होता है। लेकिन अच्छी बात ये है कि गलत विकल्प चुनने पर नेगेटिव मार्किंग का कोई प्रावधान नही है। सीटेट के दो पेपर होते है जिसमें कक्षा 1 - 5 तक के शिक्षक बनने के लिए पहला पेपर देना होता है। कक्षा 6 - 8 तक के शिक्षक बनने के लिए दूसरा पेपर देना होता। जो लोग दोनों पेपर देना चाहते है वे दोनों पेपर दे सकते है।
2.तैयारी के लिए टाइम टेबल बनाएं-
सीटेट की तैयारी के लिए आपको टाइम टेबल बनाना जरूरी है। सबसे पहले ये देखें कि आपके पास तैयारी के लिए कुल कितना समय बचा है। अब ये देखें कि कौनसे विषय पर आपकी पकड़ अच्छी है और कौनसे विषय में आप कमजोर है। सिलेबस की अनुकुलता के आधार पर हर सेक्शन की तैयारी के लिए टाइम टेबल बनाना जरूरी है। टाइम टेबल में कमजोर विषयों को ज्यादा समय देने की कोशिश करें। एक बार आपने तैयारी के लिए टाइम टेबल बना लिया तो समझो आपका आधा काम हो गया है।
3.बाल शिक्षा शास्त्र पर फोकस करें-
सीटेट का एग्जाम कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए टीचर की भर्ती के लिए होता है इसलिए इसमें बाल शिक्षा शास्त्र से ज्यादा प्रश्न पूछे जाते है। आपको सलाह दी जाती है कि बाल शिक्षा शास्त्र पर ज्यादा फोकस करें। कोशिश करें की बाल शिक्षा शास्त्र का पूरा सिलेबस अच्छे से पढ़ लिया जाए। और बाल शिक्षा शास्त्र के प्रश्न पत्रों को भी सॉल्व करें।
4.पिछले साल के प्रश्न पत्रों की मदद-
सीटेट के एग्जाम में सफलता पाने के लिए पिछले साल के प्रश्न पत्रों को जरूर देखें। इससे आपको प्रश्नों की प्रकृति को समझने में काफी मदद मिलेगी। अगर आपने सीटेट के पिछले कुछ सालों के प्रश्नपत्रों को अच्छे से हल करके देख लिया तो काफी हद तक आप इसकी तैयारी आसानी से कर सकते है। इसके अलावा आप चाहे तो मॉडल प्रश्न पत्रों को भी सॉल्व करके देख सकते है।
5.एनसीईआरटी की किताबें-
जब भी सीटेट की तैयारी की बात होती है तब एनसीईआरटी की किताबों का जिक्र जरूर हो जाता है। सीटेट की तैयारी के लिए एनसीईआरटी की कक्षा एक से कक्षा आंठवी तक की किताबों को अवश्य पढ़ें। इन सभी कक्षाओं के सारे विषयों का अच्छे से अध्ययन करें। सीटेट परीक्षा का पैटर्न एनसीईआरटी की किताबों के आधार पर ही तैयार किया जाता है इसलिए इन किताबों को पढ़ने से आप ज्यादा अच्छे से सीटेट की तैयारी कर पाएंगे।