केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बीते 10 सालों में रेलवे में हुई भर्ती पर प्रकाश डाला और इस संबंध में कुछ आंकड़ें प्रस्तुत किए। रेलवे में रोजगार के अवसरों पर बोलते हुए हुए, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पिछले एक दशक में भारतीय रेलवे के विभिन्न विभागों ने सफलतापूर्वक लगभग पांच लाख कर्मचारियों की भर्ती की गई है।
उन्होंने कहा, यह आंकड़ा न केवल रोजगार पैदा करने के लिए संगठन की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है, बल्कि 2004 से लेकर 2014 के बीच दर्ज की गई भर्ती संख्या से मामूली वृद्धि को भी दर्शाता है। नागपुर के अजानी रेलवे ग्राउंड में आयोजित अखिल भारतीय एससी/एसटी रेलवे कर्मचारी संघ के राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान वैष्णव ने उक्त जानकारियां साझा कीं।
इस कार्यक्रम में रेलवे द्वारा अपने कार्यबल में विविधता को बढ़ावा देने के प्रयासों को रेखांकित किया गया। इसमें एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएल भैरव, मध्य रेलवे के महाप्रबंधक धर्मवीर मीना और दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की महाप्रबंधक नीनू जैसी उल्लेखनीय हस्तियां शामिल हुईं। इस दौरान रेलवे मंत्री ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए भारतीय रेलवे वार्षिक भर्ती कैलेंडर की घोषणा की है।
क्या होगा रेलवे के वार्षिक कैलेंडर में
इस वार्षिक भर्ती कैलेंडर में रेलवे की तमाम भर्ती प्रथाओं और योजनाओं का उल्लेख किया जायेगा। इसका उद्देश्य भर्ती प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना, इसे अधिक व्यवस्थित और पारदर्शी बनाना है। सम्मेलन में मंत्री द्वारा की गई घोषणा न केवल रेलवे की अपने कार्यबल को मजबूत करने की निरंतर प्रतिबद्धता को उजागर करती है, बल्कि रेलवे में नौकरी करने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए रेलवे भर्ती और परीक्षाओं की रूपरेखा भी प्रस्तुत करती है।
इसके अलावा वैष्णव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संविधान के प्रति सम्मान की प्रशंसा की। मंत्री ने कहा रेलवे द्वारा अपनाए गए शासन और सार्वजनिक सेवा से लोगों को व्यापक स्तर पर सुविधाएं प्राप्त हो रही है। सम्मेलन के औपचारिक पहलू को और बढ़ाते हुए, वैष्णव ने एसोसिएशन के समर्पण और प्रयासों का उल्लेख करने वाले एक स्मारिका का अनावरण किया। उन्होंने दीक्षाभूमि में केंद्रीय स्मारक पर डॉ बीआर अंबेडकर को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
12,000 सामान्य कोच का प्रोडक्शन
इस सम्मेलन में रेलवे की चल रही परियोजनाओं पर भी प्रकाश डाला गया। इस दौरान वैष्णव ने उल्लेख किया कि वर्तमान में 12,000 सामान्य कोच का प्रोडक्शन किया जा रहा है। यह रेलवे के बुनियादी ढांचे के विस्तार और आधुनिकीकरण की ओर इशारा है। साथ ही इससे यह भी प्रमाणित होता है कि भारत के विनिर्माण क्षेत्र को समर्थन देने में विभाग की भूमिका महत्वपूर्ण है। इस दो दिवसीय कार्यक्रम के माध्यम से भारत के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य में रेलवे की अभिन्न भूमिका को दर्शाया गया। वार्षिक भर्ती कैलेंडर शुरू करके भारतीय रेलवे पारदर्शिता, शासन और आधुनिकता में नए मानक स्थापित कर रहा है।