अगर आप काफी समय से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे है लेकिन फिर भी सफलता नही मिल रही है तो इसकी सबसे बड़ी वजह तैयारी के दौरान की गई आपकी गलतियां हो सकती है। दरअसल जैसे-जैसे परीक्षा का समय नजदीक आते जाता है वैसे-वैसे हम कुछ जरूरी बातों को नजरअंदाज करते चले जाते है। जिसका नतीजा ये होता है कि अधिकतर कैंडिडेट को प्रतियोगी परीक्षा में सफलता नही मिल पाती है। अगर आप भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी काफी समय से कर रहे है लेकिन फिर भी सफलता नही मिल पा रही है तो हमारे द्वारा बताई गई इन प्रमुख गलतियों पर ध्यान दिजिए और फिर देखिए, आपका रिजल्ट कैसा रहता है।
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में ये 5 गलतियां करने से बचे-
1.पिछले साल के प्रश्न पत्रों का न देखना-
अधिकतर उम्मीदवारों द्वारा ये गलती की जाती है, वे संबंधित परीक्षा के पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को नही देख पाते है प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता पाने का सबसे सरल तरीका है पिछले साल के पेपरों का अध्ययन किया जाएं। अगर आप पिछले साल के प्रश्न पत्रों को नही देखते है तो इसका मतलब है कि आपको प्रतियोगिताओं की तैयारी ही नही करना आता है। दरअसल पिछले कुछ वर्षों के प्रश्नपत्रों से परीक्षा के पैटर्न और सवालों का आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है। इसके अलावा कई प्रश्न ऐसे भी होते है जो रिपीट भी किए जाते है।
2.बहुत ज्यादा पढ़ाई कर लेना-
ऐसे कई कैंडिडेट आपको मिल जाएंगे जो ये कहेंगे कि हमने बहुत ज्यादा पढ़ाई की थी लेकिन फिर भी हमारा सिलेक्शन नही हुआ। दरअसल कई बार कैंडिडेट प्रैशर में आ जाते है और वे सब कुछ पढ़ने में लग जाते है जिसका नतीजा ये होता है कि कई बार वे सिलेबस से बाहर भी तैयारी करते रहते है। इस तरह से बिना सिलेबस के बहुत ज्यादा पढ़ाई कर लेने से न सिर्फ समय की बर्बादी होती है बल्कि सिलेबस के अनुसार जो पढ़ना चाहिए वो हम पढ़ भी नही पाते है। इसलिए बहुत ज्यादा नही पढ़ें, बस जितना सिलेबस में है उतना ही पढ़ें।
3.जितनी ज्यादा किताबें उतना ज्यादा कंफ्यूजन-
कई लोग प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कई सारी किताबों को पढ़ते है जिसका नतीजा ये होता है कि ये लोग बुरी तरह कंफ्यूज हो जाते है। दरअसल जितनी ज्यादा किताबें उतना ज्यादा कंफ्यूजन होता है, अब ये जरूरी तो नही की हर किताब में दी गई जानकारियां सही भी हो। अगर आप भी एक ही सब्जेक्ट की तैयारी के लिए कई सारी किताबें पढ़ रहे है तो एक बार जरूर सोचे कि ये किताबें आपको कैसे कंफ्यूज कर रही है। अगर आप वाकई में किसी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता हासिल करना चाहते है तो सिर्फ कुछ सिलेक्टेड और अच्छे पब्लिकेशन की किताबें ही पढ़ें।
4.एक साथ कई प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना-
अधिकतर लोग एक साथ एक से अधिक प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते है, उनका सोचना होता है कि अगर किसी एक प्रतियोगी परीक्षा में सफलता नही मिली तो किसी दूसरी में तो मिल ही जाएगी। हालाँकि काफी हद तक उनका ये सोचना सही भी है लेकिन हर परीक्षा का अपना अलग पैटर्न और सिलेबस होता है इसलिए एक साथ इनकी तैयारी करने से कंफ्यूजन होने लगता है। अगर आप एक साथ कई परीक्षाओं की तैयारी कर रहे है तो ज्यादा अच्छा रहेगा कि आप किसी एक परीक्षा पर फोकस करें। इसके अलावा बाकी एग्जाम भी देते रहे इसमें कोई बुराई नही है।
5.टाइम मैनेजमेंट नही करना-
प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता पाने के लिए टाइम मैनेजमेंट की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आपको समय की रणनीति कुछ ऐसे बनानी चाहिए जिससे कि तैयारी के बाद रिवीजन के लिए पर्याप्त समय मिल जाएं। अधिकतर लोग टाइम टेबल नही बनाते है जिसकी वजह से उन्हें रिवीजन का पर्याप्त समय नही मिल पाता है। इसलिए प्रतियोगी परीक्षा में सफलता पाने के लिए टाइम मैनेजमेंट को कभी नही भूले।
अगर आप भी प्रतियोगी परीक्षाओं में जल्दी सफलता पाना चाहते है तो आपको ये 5 गलतियां करने से बचना चाहिए।