माता-पिता बच्चे के जन्म से पहले ही उसके जीवन को लेकर कई तरह की प्लानिंग करते हैं। बच्चा जब जन्म लेता है तो उसके बेहतर भविष्य के लिए कई तरह के सपने संजोने लगते हैं। बच्चे की पढ़ाई-लिखाई‚ शादी-ब्याह और नौकरी या कारोबार की प्लानिंग करते हैं। अगर बेटी पैदा होती है तो अभिभावक उसकी शादी-ब्याह के लिए ज्यादा फिक्रमंद होते हैं और कोशिश करते हैं कि बेटी के जवान होने तक इतनी रकम जरूर बचाकर रख लें जिससे उसकी शादी धूमधाम से कर सकें। अभिभावकों की इन्हीं जरूरतों को देखते हुए वित्तीय उत्पाद बेचने वाली कंपनियों ने बच्चों को भविष्य की आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने वाले कई उत्पाद बाजार में उतार रखे हैं। बीमा कंपनियों ने जहां बच्चों से जुड़े ढेरों प्लान लांच किए हैं वहीं म्यूचुअल फंड़ कंपनियों ने भी बच्चों के भविष्य की आर्थिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई प्लान लांच किए हैं। बच्चों को भविष्य की बेहतर आर्थिक सुरक्षा देने के लिए मौजूदा समय में वित्तीय कंपनियों द्वारा चलाई जा रही योजनाओं में म्यूचुअल फंड़ योजनाएं लोगों में काफी लोकप्रिय हो रही हैं। इसकी वजह यह है कि म्यूचुअल फंड़ कंपनियों के जरिए कोई भी व्यक्ति अपने बच्चों के नाम पर प्रति माह छोटी-छोटी रकम निवेश करके लंबी अवधि में उनके लिए एक बड़ा कोष तैयार कर सकता है। इसके लिए आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना होगा।
बच्चे को करोड़पति कैसे बनाएं
अगर आप अपने बच्चे को उसके युवावस्था में पहुंचने तक करोड़पति बनाना चाहते हैं तो आपको उसके लिए किसी भी म्यूचुअल फंड़ योजना में निवेश उसी समय से शुरू कर देना चाहिए जब बच्चे का जन्म हो। अगर आप ऐसा करने में सफल हो जाते हैं तो यकीन मानिए आपका बच्चा युवावस्था में कदम रखते ही करोड़पति बन जाएगा
बच्चे के निवेश कब करें
जब बच्चा जन्म लेता है तो परिवार में खुशियों का माहौल होता है। लेकिन इन खुशियों के बीच आपको बच्चे के भविष्य की आर्थिक सुरक्षा को नजरंदाज नहीं करना है और उसके जन्म के साथ ही किसी म्यूचुअल फंड़ कंपनी के चिल्ड्रे़न प्लान में एसआईपी के जरिए मासिक निवेश तुरंत शुरू कर देना चाहिए। मान लीजिए आप अपने बच्चे के जन्म के बाद से उसके नाम पर पांच हजार रुपए प्रति माह किसी चिल्ड्रे़न प्लान में एसआईपी के माध्यम से जमा करना शुरू करते हैं तो जब बच्चा तीस साल की आयु में प्रवेश करेगा तो उस वक्त यही पांच हजार रुपए प्रति माह की बचत 12 फीसद अनुमानित रिटर्न के हिसाब से उसके लिए लगभग पौने दो करोड़ रुपए का फंड़ तैयार कर देगी। यानी आपका बच्चा करोड़पति बन जाएगा। अगर किन्हीं कारणों से बच्चा जॉब नहीं करता है या उसे जॉब नहीं मिलती है तो पौने दो करोड़़ रुपए के इस फंड़ से वह कोई कारोबार आसानी के साथ शुरू कर सकता है।
बच्चों के लिए म्यूचुअल फंड़
देश में काम करने वाली लगभग सभी म्यूचुअल फंड़ कंपनियों जैसे एचड़ीएफसी‚ एसबीआई एमएफ‚ आदित्य बिड़ला‚ आईसीआईसीआई प्रू आदि ने बच्चों से जुड़े़ निवेश प्लान बाजार में लांच किए हैं। कोई भी व्यक्ति बच्चे के जन्म के साथ ही इन प्लान्स में निवेश करके बच्चे के युवावस्था में पहुंचने तक एक अच्छा कोष तैयार कर सकता है।
एसआईपी में बच्चों के लिए रिटर्न
अगर बच्चे के अभिभावक कोई ऐसा चिल्ड्रे़न प्लान खरीदते हैं जो इक्विटी पर आधारित होता है तो इसमें ज्यादा रिटर्न मिलने की संभवाना होती है। मान लीजिए एसआईपी के तहत पांच हजार मासिक का निवेश किया जाता है और इसपर लगभग 15 फीसद रिटर्न मिल जाता है तो अगले तीस साल में कुल साढ़े तीन करोड़ रुपए से ज्यादा का फंड़ तैयार हो जाएगा। इस फंड़ से आप अपने बच्चों को कोई भी कारोबार करा सकते हैं। अगर इस फंड़ का कुछ हिस्सा बच्चे की शादी इत्यादि में भी खर्च हो जाता है तब भी अभिभावक के पास एक मोटी रकम बचेगी।
म्यूचुअल फंड़ के प्लान
म्यूचुअल फंड़ कंपनियों ने कई ऐसे प्लान भी उतार रखे हैं जो चाइल्ड़ प्लान की श्रेणी में तो नहीं आते लेकिन इनका रिटर्न काफी अच्छा रहा है। इसलिए यह जरूरी नहीं है कि बच्चे के नाम पर आप जो निवेश कर रहे हैं वह किसी चाइल्ड़ प्लान में ही किया जाए बल्कि जिन म्यूचुअल फंड़ योजनाओं का पिछले पांच से दस वर्षों के रिटर्न का इतिहास अच्छा है उन म्यूचुअल फंड़ योजनाओं में भी आप अपने बच्चे के नाम से निवेश कर सकते हैं। जरूरी नहीं है कि इन योजनाओं के नाम में 'चिल्ड्रे़न फंड़' जुड़़ा हो।
म्यूचुअल फंड़ के विकल्प
म्यूचुअल फंड़ कंपनियों ने अभिभावकों की मासिक आय को ध्यान में रखते हुए काफी आकर्षक प्लान तैयार किए हैं। इन प्लान में उन अभिभावकों के लिए भी प्लान हैं जिनके जोखिम लेने की क्षमता कम है। ऐसे अभिभावकों के लिए डे़ट आधारित प्लान पेश किए गए हैं लेकिन जो अभिभावक ज्यादा जोखिम लेने में सक्षम हैं उनके लिए इक्विटी आधारित म्यूचुअल फंड़ प्लान पेश किए हैं। जाहिर है डे़ट प्लान में जोखिम कम है तो रिटर्न भी कम होगा और इक्विटी प्लान में जोखिम ज्यादा है तो रिटर्न भी ज्यादा मिलने की संभावना बनी रहती है।
म्यूचुअल फंड़ में कितने समय निवेश करें
अभिभावकों को चाहिए कि वह अपने बच्चे के नाम पर किएगए निवेश को कम से 30 साल अवश्य रखें। क्योंकि 20 साल में जितना फंड़ तैयार होता है तीस साल में उससे दोगुना फंड़ तैयार हो जाता है। उदाहरण के तौर पर पांच हजार प्रति माह अगर 20 साल तक जमा किए जाएं और इसपर 15 फीसद रिटर्न मिल जाए तो कुल फंड़ 75.79 लाख रुपए के करीब पहुंच जाएगा लेकिन यह निवेश अगर उपरोक्त फीसद रिटर्न के साथ अगर 30 साल के लिए किया जाए तो कुल फंड़ 3.50 करोड़ रुपए हो जाएगा। ऐसा कंपाउंडिंग के चलते संभव हुआ है इसलिए निवेश की रकम के साथ-साथ निवेश की अवधि पर भी ध्यान देना बेहद जरूरी है।
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