टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा 3 साल की अवधि का एक पॉलिटेक्निक कोर्स है जिसे 10 वीं कक्षा के बाद छात्रों द्वारा किया जा सकता है। बता दें कि 10वीं करने के बाद कुछ छात्र ऐसे होते हैं जो कि 12वीं करने के बजाए सीधा कोई डिप्लोमा कोर्स करकर जल्दी नौकरी पाना चाहते हैं। तो आइए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पॉलिटेक्निक टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के बारे में बताना जा रहे हैं जो कि आप 10वीं के बाद आसानी से कर सकते हैं।
पॉलिटेक्निक टेक्सटाइल इंजीनियरिंग डिप्लोमा क्या है?
टेक्सटाइल इंजीनियरिंग- इंजीनियरिंग की एक शाखा है जो कपड़ा निर्माण की प्रक्रिया में इंजीनियरिंग, रसायन विज्ञान और कपड़ा प्रक्रियाओं के सिद्धांतों का उपयोग करने पर केंद्रित है। जिसमें की कपड़ा निर्माण में विभिन्न कपड़ा प्रक्रियाएं, उपकरण, रसायन और अन्य कच्चे माल से संबंधित सभी पहलु शामिल हैं।
टेक्सटाइल इंजीनियरिंग कपड़ा निर्माण उत्पादकता और गुणवत्ता को बढ़ावा देने के लिए सिद्धांतों का उपयोग करता है। यह क्षेत्र कपड़ा निर्माण के क्षेत्र से संबंधित अनुसंधान और विकास विषयों को भी शामिल करता है।
टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा अवधि
टेक्सटाइल इंजीनियरिंग डिप्लोमा 3 साल की अवधि का कोर्स होता है। जिसको की 6 सेमेस्टर में विभाजित किया जाता है, जिसमें प्रत्येक सेमेस्टर 6 महीने की अवधि के लिए होता है। मूल्यांकन प्रत्येक सेमेस्टर के अंत में किया जाता है।
कुछ संस्थानों को एकीकृत पाठ्यक्रम प्रदान करने के लिए भी जाना जाता है जिसमें डिप्लोमा और स्नातक डिग्री कार्यक्रम (डिप्लोमा पूरा करने के बाद) - डिप्लोमा + बी.ई./बी.टेक टेक्सटाइल इंजीनियरिंग शामिल हैं।
टेक्सटाइल इंजीनियरिंग डिप्लोमा में प्रवेश प्रक्रिया
भारत भर में कई पॉलिटेक्निक, तकनीकी शिक्षा और इंजीनियरिंग संस्थान इस कोर्स को छात्रों के लिए उपलब्ध करते हैं। जिसमें की अधिकांश संस्थानों में आमतौर पर 'प्रत्यक्ष प्रवेश' प्रक्रिया होती है। और जिसके लिए इच्छुक छात्रों को संस्थान से संपर्क करना होता है व प्रवेश पत्र भरना होता है।
टेक्सटाइल इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स के लिए पात्रता
आवेदक विज्ञान और गणित के साथ हर विषय में न्यूनतम 50% अंकों के साथ दसवीं कक्षा की परीक्षा में पास होना चाहिए।
भारत में टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के लिए लगभग सभी बेहतरीन कॉलेज मुख्य रूप से प्रवेश परीक्षा-आधारित प्रवेश आयोजित कर रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा कुछ कॉलेजों में लगभग सभी प्रकार के प्रवेश के लिए अंतिम परीक्षा है। जबकि अन्य कॉलेज कॉलेज स्तर की प्रवेश परीक्षा प्रदान करने के लिए स्वयं का आयोजन करते हैं।
टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने के बाद स्कोप
टेक्सटाइल इंजीनियरिंग प्रोग्राम में डिप्लोमा पूरा करने के बाद, कोई टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री (B.E./B.Tech.) के लिए जा सकता है। बता दें कि अधिकतर डिग्री इंजीनियरिंग कॉलेजों में, कुछ प्रतिशत सीटें डिप्लोमा प्रमाणपत्र धारकों के लिए आरक्षित हैं।
टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने के बाद नौकरी के अवसर
कपड़ा इंजीनियरों को कपड़ा मिलों, कपड़ा उत्पादन के लिए सिंथेटिक सामग्री और फाइबर बनाने वाली फर्मों, कपड़ा सामान विपणन फर्मों और कपड़ा उद्योग से संबंधित आयात और निर्यात एजेंसियों द्वारा काम पर रखा जाता है।
टेक्सटाइल इंजीनियरों के सामने उपलब्ध सामान्य जॉब प्रोफाइल में शामिल हैं-
• प्रोडक्शन इंजीनियर
• क्वालिटी कंट्रोल इंजीनियर
• प्लांट सुपरवाइजर
• प्रोसेस कंट्रोल इंजीनियर
• मार्केटर
• आर एंड डी इंजीनियर
भारत में कुछ प्रसिद्ध कंपनीयां जो टेक्सटाइल इंजीनियरों को जॉब ऑफर करती हैं-
• रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड- टेक्सटाइल्स
• अरविंद मिल्स
• फैब इंडिया
• जेसीटी मिल्स
• बॉम्बे डाइंग
• रेमंड ग्रुप
जब सरकारी क्षेत्र की बात आती है, तो कपड़ा निगम (राज्य और शहर-वार) और कपड़ा मंत्रालय वस्त्र इंजीनियरों की भर्ती के लिए जाने जाते हैं।
टेक्सटाइल इंजीनियर की शुरुआती दौर में प्रति माह सैलरी लगभग 10-20k तक की होती हैं।
टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के लिए टॉप 10 कॉलेज की सूची
1. वीरमाता जीजाबाई टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट, मुंबई
2. गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक, नागपुर
3. ओपीजेएस यूनिवर्सिटी, राजगढ़
4. गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक, औरंगाबाद
5. गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक, पणजी
6. गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक, सोलापुर
7. मेवाड़ यूनिवर्सिटी, चित्तोरगढ
8. मुकेश पटेल स्कूल ऑफ टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एंड इंजीनियरिंग, शिरपुर
9. गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज फॉर वुमेन, कोयंबटूर
10. गवर्नमेंट गर्ल्स पॉलिटेक्निक, गोरखपुर