पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन वुमन राइट्स 1 साल की अवधि का फुल टाइम कोर्स है। इस कोर्स में छात्रों को महिलाओं के अधिकारों से संबंधित ज्ञान प्रदान किया जाता है। पीजीडी इन वुमन राइट्स कोर्स में महिलाओं से संबंधित कई महत्वपूर्ण विषय शामिल है जैसे कि महिला आंदोलन, महिलाओं के लिए बनाए गए कानून, विकास कार्यक्रम, महिला विषयों से संबंधित रिसर्च, महिला राजनीतिक विकास आदि।
आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीजी डिप्लोमा इन वुमन राइट्स से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर ये कोर्स किस लिए बनाया गया है, इसका सिलेबस क्या है। इसमें एडमिशन लेने के लिए क्या एलिजिबिलिटी होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और इस कोर्स को करने के लिए भारत के टॉप कॉलेज कौन से हैं।
• कोर्स का नाम- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन वुमन राइट्स
• कोर्स का प्रकार- पीजी डिप्लोमा
• कोर्स की अवधि- 1 साल
• एलिजिबिलिटी- किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से संबंधित विषय में ग्रेजुएशन की डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- मेरिट बेस्ड/ एंट्रेंस एग्जाम
• जॉब प्रोफाइल- क्लिनिकल सोशल वर्कर एंड हेल्थ क्लिनिक कॉर्डिनेटर, यूनियन ऑर्गेनाइजर, कॉलेज प्रोफेसर, ह्यूमन राइट्स एड्वोकेट, आर्टिस्ट या म्यूजिशियन और आर्केविस्ट, महिला केंद्र निदेशक, जनसंपर्क प्रबंधक और नगर प्रबंधक आदि।
• जॉब फील्ड- क्लिनिक और अस्पताल, संगठन और संघ, स्कूल और विश्वविद्यालय, मानव संसाधन विकास, कला और संस्कृति, महिला दुर्व्यवहार क्षेत्र आदि।
पीजीडी इन वुमन राइट्स: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से संबंधित विषय में ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
• ग्रेजुएशन की डिग्री में कम से कम 55% अंक होने चाहिए।
• जबकि आरक्षित वर्गों को इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए 5% अंक की छूट दी जाती है।
पीजीडी इन वुमन राइट्स: एडमिशन प्रोसेस
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन एक्चुरियल साइंस में एडमिशन प्रोसेस कॉलेज से कॉलेज पर निर्भर करता है। कुछ कॉलेज में एडमिशन एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर होता है तो कुछ कॉलेज में मेरिट लिस्ट के आधार पर।
पीजीडी इन वुमन राइट्स कोर्स में ऑनलाइन आवेदन कैसे करें
चरण 1 उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं
चरण 2 ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें
चरण 3 आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
चरण 4 क्रेडीट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 5 फीस जमा होने के बाद आपके रजिस्ट्रड फोन नं या मेल आईडी पर मैसेज आ जाएगा।
एडमिशन के लिए आवश्यक दस्तावेज
• आधार कार्ड
• पेन कार्ड
• 10वीं, 12वीं, ग्रेजुएशन के सर्टिफिकेट
• जन्म प्रमाण पत्र
• डोमिसाइल
पीजीडी इन वुमन राइट्स: टॉप कॉलेज
• आंध्र विश्वविद्यालय - एयू, विशाखापत्तनम
• डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय, असम
• पटना विश्वविद्यालय, पटना
• सोफिया कॉलेज फॉर वुमेन, मुंबई
पीजीडी इन वुमन राइट्स: सिलेबस
• महिला अध्ययन की संकल्पना
• भारत में महिला आंदोलन
• नारीवादी सिद्धांत
• सामाजिक अनुसंधान की मूल बातें
• नारीवाद: एक भारतीय परिप्रेक्ष्य
• अनुसंधान पद्धति में उभरते रुझान
• संयुक्त राष्ट्र और महिला मुद्दे
ऑप्शनल सब्जेक्ट
• i. फील्ड प्रोजेक्ट ii. महिलाएं और पर्यावरण
• महिला और कानून I
• महिला और विकास
• महिला और मानवाधिकार
• उम्मीदवार को निम्न विषयों में से कोई एक पेपर का विकल्प चुनना होगा
i. महिला और प्रबंधन विकल्प
ii. महिला और उद्यमिता विकल्प
iii. व्यावहारिक कौशल में प्रशिक्षण
• महिला और राजनीति
• महिला और कानून II
• उम्मीदवार को निम्न विषयों में से कोई दो पेपर का विकल्प चुनना होगा
i. महिलाएं और काम
ii. महिला और स्वास्थ्य
iii. दो पेपर के बदले महिला और मीडिया या शोध प्रबंध
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन वुमन राइट्स: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
इस कोर्स को सफलतापूर्वक करने के बाद उम्मीदवार सरकारी क्षेत्र के अलावा प्राइवेट क्षेत्र में भी काम कर सकते हैं। यदि बात करें सैलरी की तो हर क्षेत्र में हर जॉब प्रोफाइल में अनुभव के अनुसार सैलरी दी जाती है।
• क्लिनिकल सोशल वर्कर एंड हेल्थ क्लिनिक कॉर्डिनेटर
• यूनियन ऑर्गेनाइजर
• कॉलेज प्रोफेसर
• ह्यूमन राइट्स एड्वोकेट
• आर्टिस्ट या म्यूजिशियन और आर्केविस्ट
• महिला केंद्र निदेशक
• जनसंपर्क प्रबंधक और नगर प्रबंधक
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन वुमन राइट्स: जॉब फील्ड
• क्लिनिक और अस्पताल
• संगठन और संघ
• स्कूल और विश्वविद्यालय
• मानव संसाधन विकास
• कला और संस्कृति
• महिला दुर्व्यवहार क्षेत्र
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन वुमन राइट्स: फ्युचर स्कोप
• ये कोर्स छात्रों को राज्य और केंद्र दोनों स्तरों पर महिला अध्ययन कार्यक्रमों और शिक्षण संबंधी नौकरियों में जाने में सक्षम बनाता है।
• पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन वुमन राइट्स कोर्स करने के बाद छात्र संबंधित विषयों में उच्च डिग्री कार्यक्रमों के लिए जा सकते हैं जैसे कि एम.फिल. और पीएच.डी. आदि।
• वुमन राइट्स का कोर्स करने के बाद छात्र महिलाओं के लिए काम करने वाले गैर सरकारी संगठनों के लिए भी काम कर सकते हैं।
• इस कोर्स को करने के बाद स्कूलों में शिक्षण कार्य और अन्य महिला कल्याण समूहों में नौकरियों का प्रबंधन भी कर सकते हैं।