एमबीए इन ऑयल एंड गैस मैनेजमेंट 2 साल का पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स है। ऑयल एंड गैस मैनेजमेंट यानि कि तेल और गैस प्रबंधन के उद्योग के साथ व्यवसाय प्रशासन के कौशल का संयोजन, यह एक प्रीमियम कोर्स की डिग्री है जो वेतन और जोखिम के मामले में पर्याप्त लाभ सुनिश्चित करती है। यह ईंधन आधारित उद्योग लगातार बढ़ रहा है क्योंकि स्वाभाविक रूप से होने वाले ईंधन की मांग और उनका निष्कर्षण वैश्विक है और नियमित आधार पर भी आवश्यक है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको एमबीए इन ऑयल एंड गैस मैनेजमेंट से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर ऑयल एंड गैस मैनेजमेंट में एमबीए करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में ऑयल एंड गैस मैनेजमेंट में एमबीए करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- एमबीए इन ऑयल एंड गैस मैनेजमेंट
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- स्नातक
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 1 से 10 लाख तक
• अवरेज सैलरी- 8 से 12 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- प्रबंधक और अधिकारी, ऊर्जा सलाहकार और तेल क्षेत्र बिक्री प्रबंधक, तेल और गैस विश्लेषक और आदि।
• जॉब फील्ड- ओएनजीसी, इंडियन ऑयल, गेल, मर्सक ऑयल, कतर गैस, रिलायंस एंड गैस्को, हॉलिबर्टन एनर्जी सर्विसेज और अबू धाबी नेशनल ऑयल आदि।
एमबीए इन ऑयल एंड गैस मैनेजमेंट: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- उम्मीदवार के स्नातक डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए एमबीए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे कैट, एक्सएटी, स्नैप और सीएमएटी में से किसी एक को उत्तीर्ण करना होगा।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।
एमबीए इन ऑयल एंड गैस मैनेजमेंट: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में एमबीए इन ऑयल एंड गैस मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
एमबीए इन ऑयल एंड गैस मैनेजमेंट के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार एमबीए इन ऑयल एंड गैस मैनेजमेंट में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि एमबीए इन ऑयल एंड गैस मैनेजमेंट के लिए एडमिशन प्रोसेस कैट, एक्सएटी, स्नैप और सीएमएटी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें ऑयल एंड गैस मैनेजमेंट में एमबीए का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
एमबीए इन ऑयल एंड गैस मैनेजमेंट: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- अर्थशास्त्र और प्रबंधन निर्णय
- वित्तीय प्रबंधन
- विपणन प्रबंधन
- विपणन प्रबंधन के लिए मात्रात्मक तकनीक
- संचालन और सामग्री प्रबंधन
सेमेस्टर 2
- मानव संसाधन प्रबंधन
- ग्राहक संबंध प्रबंधन
- परियोजना प्रबंधन और अनुबंध प्रशासन
- प्रौद्योगिकी और नवाचार का रणनीतिक प्रबंधन
- अनुसंधान क्रियाविधि
सेमेस्टर 3
- तेल और गैस व्यवसाय को समझना
- प्राकृतिक गैस व्यवसाय को समझना
- पेट्रोकेमिकल व्यवसाय को समझना
- पेट्रोलियम शोधन की मूल बातें
- पेट्रोलियम अन्वेषण के मूल तत्व
सेमेस्टर 4
- व्यापार नीति और रणनीति
- पेट्रोलियम कानून और नीति
- पेट्रोलियम खुदरा व्यापार
- निबंध
एमबीए इन ऑयल एंड गैस मैनेजमेंट: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज, देहरादून- सैलरी 70,000
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस स्टडीज, बैंगलोर- सैलरी 7 लाख
- एकेडमी ऑफ मैरीटाइम एजुकेशन एंड ट्रेनिंग यूनिवर्सिटी, चेन्नई- सैलरी 3 लाख
- ग्रेट लेक्स इंस्टीट्यूट, गुड़गांव- सैलरी 2.5 लाख
- नई दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, नई दिल्ली- सैलरी 3.62 लाख
- राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी, रायबरेली- सैलरी 2 लाख
- सर पदमपत सिंघनिया विश्वविद्यालय, उदयपुर- सैलरी 2 लाख
एमबीए इन ऑयल एंड गैस मैनेजमेंट: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- प्रोजेक्ट मैनेजर- सैलरी 5 से 9 लाख तक
- स्थिरता विश्लेषक- सैलरी 10 से 20 लाख तक
- समुद्री सेवाएं (शिपिंग)- सैलरी 7 से 10 लाख तक
- प्रबंधक (रखरखाव और नियंत्रण)- सैलरी 6 से 10 लाख तक
- ऑयल फील्ड बिक्री प्रबंधन और प्रमुख अधिकारी- सैलरी 7 से 8 लाख तक
- ऊर्जा विश्लेषक / सलाहकार- सैलरी 7 से 8 लाख तक
- तेल और गैस विश्लेषक/सलाहकार- सैलरी 7 से 10 लाख तक
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