बौद्धिक संपदा अधिकार में एमबीए कैसे करें, फीस, जॉब, सैलरी और टॉप कॉलेज

एमबीए बौद्धिक संपदा अधिकार कोर्स मानव अधिकार प्रबंधन पर विशेष रूप से बौद्धिक संपदा के विषय पर उन्नत अकादमिक ज्ञान प्रदान करता है। यह 2 साल का फुल टाइम पोस्ट-ग्रेजुएट कोर्स है, जो चीजों को बनाने/आविष्कार करने वाले व्यक्तियों को उनके निर्माण/कार्य से वास्तव में लाभ उठाने की अनुमति देता है।

चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बौद्धिक संपदा अधिकार में एमबीए से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर बौद्धिक संपदा अधिकार में एमबीए करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में बौद्धिक संपदा अधिकार में एमबीए करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।

बौद्धिक संपदा अधिकार में एमबीए कैसे करें, फीस, जॉब, सैलरी और टॉप कॉलेज

• कोर्स का नाम- बौद्धिक संपदा अधिकार में एमबीए
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- स्नातक
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 36,000 से 3 लाख तक
• अवरेज सैलरी- 4 से 16 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- बौद्धिक संपदा वकील, पेटेंट एजेंट, लीड एनालिस्ट, लीगल हेड, लीगल एग्जीक्यूटिव, सीनियर ट्रेनर आदि।
• जॉब फील्ड- कॉलेज और विश्वविद्यालय, बौद्धिक संपदा कार्यालय, अंतर्राष्ट्रीय कानून फर्म, प्रमुख सार्वजनिक और निजी संगठन आदि।

बौद्धिक संपदा अधिकार में एमबीए: पात्रता

  • उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
  • उम्मीदवार के स्नातक डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
  • उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए एमबीए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे कैट, एक्सएटी, सीएमएटी, जीएमएटी और ओपनमैट में से किसी एक को उत्तीर्ण करना होगा।
  • अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।

बौद्धिक संपदा अधिकार में एमबीए: प्रवेश प्रक्रिया

किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में बौद्धिक संपदा अधिकार में एमबीए कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।

बौद्धिक संपदा अधिकार में एमबीए के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है

चरण 1: रजिस्ट्रेशन

  • उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
  • ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
  • आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
  • मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
  • आवेदन पत्र सबमिट करें।
  • क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।

चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम

  • यदि उम्मीदवार बौद्धिक संपदा अधिकार में एमबीए में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
  • बता दें कि बौद्धिक संपदा अधिकार में एमबीए के लिए एडमिशन प्रोसेस कैट, एक्सएटी, सीएमएटी, जीएमएटी और ओपनमैट आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।

चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।

चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट

  • एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
  • इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें बौद्धिक संपदा अधिकार में एमबीए का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।

बौद्धिक संपदा अधिकार में एमबीए: सिलेबस

  • कानून का परिचय
  • बौद्धिक संपदा का अवलोकन
  • कॉपीराइट और डिजाइन कानून
  • ट्रेडमार्क, पासिंग ऑफ और ग्राफिकल संकेत
  • पेटेंट
  • पारंपरिक ज्ञान और जैव विविधता
  • उन्नत आईपी मुद्दे
  • आईपी ​​मुकदमा
  • आईपी ​​और लाइसेंसिंग का व्यावसायीकरण
  • पादप प्रजनकों के अधिकार
  • अंतर्राष्ट्रीय और तुलनात्मक आईपी कानून
  • अनुसंधान परियोजना

बौद्धिक संपदा अधिकार में एमबीए: टॉप कॉलेज और उनकी फीस

  • व्यावसायिक अध्ययन संस्थान, देहरादून- फीस 45,000
  • ग्लोबल ओपन यूनिवर्सिटी, दीमापुर- फीस 24,125
  • इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली- फीस 36,000
  • उत्तरी ध्रुव दूरस्थ शिक्षा संस्थान, गुजरात- फीस 28,000

बौद्धिक संपदा अधिकार में एमबीए: जॉब प्रोफाइल और सैलरी

  • बौद्धिक संपदा वकील- सैलरी 18,00,000
  • पेटेंट एजेंट- सैलरी 8,00,000
  • सिनियर ट्रेनर- सैलरी 4,00,000
  • लीड एनालिस्ट- सैलरी 12,00,000
  • लीगल हेड- सैलरी 7,00,000
  • लीगल एग्जीक्यूटिव- सैलरी 3,80,000

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English summary
The MBA Intellectual Property Rights course provides advanced academic knowledge on Human Rights Management, especially on the subject of Intellectual Property. It is a 2 year full time post-graduate course, which allows people who create/invent things to really benefit from their creation/work. The MBA Intellectual Property Rights course is divided into 4 semesters.
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