एमबीए कॉर्पोरेट एक 2-वर्षीय स्नातकोत्तर कॉर्पोरेट प्रबंधन कोर्स है जो कि चार सेमेस्टर में विभाजित है। यह एक शोध कार्यक्रम है जिसमें कॉर्पोरेट बाधाओं के साथ बनाए रखने के लिए प्रबंधन, ज्ञान और व्यवसाय की बारीकियों को शामिल किया गया है। इस कोर्स के पूरा होने से छात्रों को ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर, ब्रांड मैनेजर, एंटरप्रेन्योर, मैनेजमेंट कंसल्टेंट, मार्केटिंग मैनेजर, इक्विटी रिसर्च एनालिस्ट, रिक्रूटमेंट मैनेजर, एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर, ह्यूमन रिसोर्स, प्रोजेक्ट मैनेजर, एचआर जनरलिस्ट बिजनेस पार्टनर जैसी जॉब प्रोफाइल के साथ करियर बनाने में मदद मिलेगी।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको एमबीए इन कॉर्पोरेट से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर कॉर्पोरेट में एमबीए करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में एमबीए इन कॉर्पोरेट करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- एमबीए इन कॉर्पोरेट
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- स्नातक
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• अवरेज सैलरी- 4 से 15 लाख तक
• कोर्स फीस- 2 से 17 लाख तक
• जॉब फील्ड- अमेज़ॅन, ऐप्पल, बैन एंड कंपनी, सिटीग्रुप, डेलोइट, फेसबुक, एक्सेंचर इत्यादि।
• जॉब प्रोफाइल- ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर, ब्रांड मैनेजर, एंटरप्रेन्योर, मैनेजमेंट कंसल्टेंट, मार्केटिंग मैनेजर, इक्विटी रिसर्च एनालिस्ट आदि।
एमबीए इन कॉर्पोरेट: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से सांख्यिकी, गणित, जैविक विज्ञान, कंप्यूटर अनुप्रयोग, आदि में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- उम्मीदवार स्नातक डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे कैट, एक्सएटी, जीएमएटी, सीएमएटी, मैट को भी उत्तीर्ण करना चाहिए।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।
एमबीए इन कॉर्पोरेट: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में एमबीए इन कॉर्पोरेट कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
एमबीए इन कॉर्पोरेट में एमबीए के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार एमबीए इन कॉर्पोरेट में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि एमबीए इन कॉर्पोरेट के लिए एडमिशन प्रोसेस कैट, एक्सएटी, जीएमएटी, सीएमएटी, मैट आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें कॉर्पोरेट में एमबीए का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
एमबीए इन कॉर्पोरेट: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- प्रबंधन और व्यवहार प्रक्रिया
- प्रबंधकीय अर्थशास्त्र
- कारोबारी माहौल और कानून
- वित्तीय और लागत लेखा
- प्रबंधकों के लिए सूचना प्रौद्योगिकी
- प्रबंधन के लिए मात्रात्मक तरीके
सेमेस्टर 2
- संचार और तकनीकी लेखन
- मानव संसाधन प्रबंधन
- वित्तीय प्रबंधन
- उत्पादन और संचालन प्रबंधन
- विपणन प्रबंधन
- व्यापार अनुसंधान के तरीके
सेमेस्टर 3
- रणनीतिक प्रबंधन
- व्यापार को नैतिकता
- विपणन
- बैंकिंग व वित्त
- खुदरा बिक्री
- सूचान प्रौद्योगिकी
सेमेस्टर 4
- उद्यमिता अंतर्राष्ट्रीय व्यापार
- मानव संसाधन प्रबंधन
- अंतरराष्ट्रीय व्यापार
- स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं
- सत्कार
- प्रोजेक्ट रिपोर्ट-प्रोजेक्ट (मौखिक-स्वर)
एमबीए इन कॉर्पोरेट: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- प्रबंधन विकास संस्थान- फीस 2,358,000
- सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट- फीस 960,000
- बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी- फीस 1,200,000
- अलगप्पा विश्वविद्यालय- फीस 13,500
- लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी- फीस 3.04 लाख
- चंडीगढ़ विश्वविद्यालय- फीस 180,000
- लाल बहादुर शास्त्री प्रबंधन संस्थान- फीस 1,167,000
- जेएसएस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
- जेम्स बी स्कूल- फीस 4.2 लाख
- इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट साइंस- फीस 2.02 लाख
एमबीए इन कॉर्पोरेट: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- प्रोजेक्ट मैनेजर- सैलरी 7 से 8 लाख
- इक्विटी रिसर्च एनालिस्ट- सैलरी 3 से 4 लाख
- मैनेजमेंट कंस्लटेंट- सैलरी 9 से 10 लाख
- ब्रांड मैनेजर- सैलरी 9 से 10 लाख
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