विज्ञापन प्रबंधन में एमबीए 2 साल की अवधि का पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स है जो कि छात्रों को विज्ञापन क्षेत्र से संबंधित पेचीदगियों और व्यावसायिक बिक्री के उन्नयन के लिए आवेदन करने के तरीकों को बेहतर ढंग से समझने के लिए गहन ज्ञान प्रदान करता है। यह कोर्स उन उम्मीदवारों के लिए एकदम सही है जो विपणन और विज्ञापन के क्षेत्र में अपने रचनात्मक ज्ञान और कौशल का उपयोग करने के इच्छुक हैं।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको विज्ञापन प्रबंधन में एमबीए से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर विज्ञापन प्रबंधन में एमबीए करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में विज्ञापन प्रबंधन में एमबीए करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- विज्ञापन प्रबंधन में एमबीए
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- स्नातक
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• अवरेज सैलरी- 2 से 11 लाख तक
• कोर्स फीस- 1,28,000 से 2 लाख तक
• जॉब फील्ड- एबीपी समूह, इंडिया टुडे समूह, अर्थशास्त्री समूह, एचटी मीडिया, एनडीटीवी, सिनेविस्टा, प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया, प्रसार भारती इत्यादि।
• जॉब प्रोफाइल- पर्यटन उद्योग, व्यापार परामर्श, लोक निर्माण, बहुराष्ट्रीय कंपनियां, औद्योगिक घराने, शैक्षिक संस्थान आदि।
विज्ञापन प्रबंधन में एमबीए: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से सांख्यिकी, गणित, जैविक विज्ञान, कंप्यूटर अनुप्रयोग, आदि में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- उम्मीदवार स्नातक डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे कैट, मैट, एक्सएटी, एनएमएटी, सीएमएटी को भी उत्तीर्ण करना चाहिए।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।
विज्ञापन प्रबंधन में एमबीए: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में विज्ञापन प्रबंधन में एमबीए कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
विज्ञापन प्रबंधन में एमबीए के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार विज्ञापन प्रबंधन में एमबीए में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि विज्ञापन प्रबंधन में एमबीए के लिए एडमिशन प्रोसेस कैट, एक्सएटी, स्नैप और सीएमएटी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें विज्ञापन प्रबंधन में एमबीए का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
विज्ञापन प्रबंधन में एमबीए: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- मात्रात्मक तकनीक और व्यापार सांख्यिकी
- प्रबंधन के सिद्धांत और व्यवहार
- व्यापर के सिद्धान्त
- विज्ञापन प्रबंधन के सिद्धांत
- व्यापार संचार और व्यक्तित्व विकास
- कम्प्यूटर अनुप्रयोगों
सेमेस्टर 2
- विपणन और विज्ञापन अनुसंधान
- रचनात्मक लेखन
- विज्ञापन एजेंसी का प्रबंधन
- मीडिया नियोजन
- उपभोक्ता व्यवहार
- जनसंचार के सिद्धांत
सेमेस्टर 3
- वाणिज्यिक डिजाइनिंग और मुद्रण प्रौद्योगिकी
- संगठनात्मक व्यवहार
- मानव संसाधन प्रबंधन
- सामरिक विपणन और ब्रांड प्रबंधन
- वित्तीय और लागत लेखा
- उत्पादन प्रौद्योगिकी - ऑडियो/वीडियो और फिल्म
सेमेस्टर 4
- ग्राहक सेवा और खाता योजना
- रचनात्मक लेखन और इंटरनेट मार्केटिंग
- अभियान योजना
- औध्योगिक संचार
- कंप्यूटर एनीमेशन
- कंप्यूटर ग्राफिक्स
विज्ञापन प्रबंधन में एमबीए: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- राय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, बैंगलोर- फीस 4,15,000
- देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, मध्य प्रदेश- फीस 70,000
- अखिल भारतीय प्रबंधन अध्ययन संस्थान, चेन्नई- फीस 60,000
- गुरु जम्भेश्वर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हरियाणा- फीस 1,20,000
- कॉलेज ऑफ इवेंट्स एंड मीडिया सीओईएम, पुणे- फीस 80,000
- आरएनबी ग्लोबल यूनिवर्सिटी, राजस्थान- फीस 1,70,000
- प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च - पीआईएमआर, मध्य प्रदेश- फीस 1,28,000
विज्ञापन प्रबंधन में एमबीए: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव- सैलरी 2 से 4 लाख
- अकाउंट मैनेजर- सैलरी 5 से 6 लाख
- एडवरटाइजिंग मैनेजर- सैलरी 8 से 11 लाख
- बिजनेस डेवलेपमेंट मैनेजर- सैलरी 5 से 7 लाख
- कॉर्पोरेट मैनेजर- सैलरी 5 से 7 लाख
- सिस्टम्स मैनेजर- सैलरी 6 से 9 लाख